Gold price trend : इस साल में जिस हिसाब से सोने के भाव (gold price in 2026) ने नए रिकॉर्ड बनाए हैं, उसे देखते हुए तो लगता है कि इस साल के अंत तक सोना कई बार ऑल टाइम हाई का आंकड़ा छुएगा। एक्सपर्ट्स भी अब तो अगले साल में सोने के भाव (sone ka bhav) अमीरों की पहुंच से दूर होने की बात कहने लगे हैं। साल 2026 में दूसरी तिमाही में ही सोने का भाव सारे रिकॉर्ड तोड़ देगा, आइये जानते हैं तब कितना होगा 10 सोने का भाव।
सोना खरीदना अब आम आदमी के लिए बस की बात नहीं रही है। सोने में तेजी देखते हुए लग रहा है कि इस साल के अंत तक ही सोने के रेट (Gold Price prediction ) इतने हाई हो जाएंगे कि अमीरों के भी पसीने छूट जाएंगे। अगले साल तो ग्राहकों को सोना खरीदना भूलना ही पड़ेगा।
इस महीने में 10 ग्राम सोने का रेट 1 लाख (Gold Price Alert ) के आंकड़े को पार कर चुका है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है अगले साल की दूसरी छमाही में सोने के रेट (sone ka bhav) कहां होंगे। खबर में जानिये इस पर एक्सपर्ट्स का क्या कहना है।
2024 के बाद आई सोने में अधिक तेजी-
एक साल के सोने के भाव (gold rate today) का आंकड़ा देखें तो सोना काफी महंगा हुआ है। साल 2024 के शुरू में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने के रेट 2,000 डॉलर प्रति औंस (MCX gold price) के करीब थे। अब यह 3,500 डॉलर प्रति औंस के पास हैं। भारत में इस समय 10 ग्राम सोना 1 लाख के आसपास ट्रेड कर रहा है। यह 97,000 रुपए (gold price in india) प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है।
इतने पहुंच जाएंगे 10 ग्राम गोल्ड के रेट-
अगले साल 2026 में दूसरी तिमाही में सोने के दाम सीधे 4,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकते हैं। भारत में तक 10 ग्राम सोना 1.35 लाख रुपये (2026 me sone ka bhav) से भी अधिक रेट पर होगा। एक्सपर्ट्स के अनुसार लगातार तीसरे साल कमोडिटीज में सोने ने बढ़त बनाई है। इस कारण भी सोने में लगातार तेजी आ रही है। सोने के रेट (latest gold price) गिरते कम दर से हैं और बढ़ते अधिक दर से हैं। इस वजह से सोना हाई लेवल पर पहुंच रहा है।
मांग के कारण बढ़ रहे सोने के भाव-
सोने में निवेश (gold investment) को इस समय सबसे सुरक्षित माना जा रहा है। सोने की हर दिन बढ़ती मांग इसके रेट बढ़ा रही है। कई केंद्रीय बैंकों और निवेशकों की ओर से तेजी से सोने (Gold price update) की खरीद की जा रही है। इस कारण सोने की मांग व रेट बढ़े हैं। आगे भी सोना खरीदना जारी रहेगा, इस कारण रेट कम होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
टैरिफ वार बना कीमतें बढ़ने का कारण-
अमेरिकी टैरिफ के बाद सोने की कीमतें (sone ki kimat) तेजी से बढ़ी हैं। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति की टैरिफ नीति से लोगों को वैश्विक मंदी की चिंता सता रही है। कई देशों के बीच चल रहे संघर्ष के कारण भी निवेशक सोने में निवेश (gold investment rules) करना सुरक्षित समझते हैं।
Gold ETF बन रहा रेट बढ़ने का कारण-
Gold ETF में भी लोग खूब निवेश (gold ETF investment) कर रहे हैं। इस कारण भी सोने का भाव (sone ka bhav 29 april) बढ़ रहा है। हर तीन माह में 350 टन इटीएफ गोल्ड में निवेशक निवेश कर रहे हैं। सोने की ईटीएफ खरीदारी 100 टन बढ़ते ही 2 प्रतिशत दाम भी बढ़ जाते हैं। इस साल गोल्ड ETF में 715 टन तक निवेश हो सकता है। यानी दिसंबर तक सोने के रेट (gold price 29 april 2025) 22 प्रतिशत तक बढ़ सकते हैं।