Gold Rate Hike : लगातार 5 दिनों तक गिरने के बाद आज सोने की कीमतों में उछाल देखने को मिला है। एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि इस साल सोने ने पिछले साल की तुलना में ज्यादा रिटर्न दिया है… आइए नीचे खबर में चेक कर लेते है दस ग्राम के गोल्ड के ताजा रेट क्या चल रहे है-
आज सोने की कीमतों में उछाल देखने को मिला है, जो लगातार 5 दिनों तक गिरने के बाद हुआ। सोने में 400 रुपये से अधिक की वृद्धि हुई है। पहले सोना 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया था, लेकिन एक दिन में 3 हजार रुपये गिरने से इसकी कीमतें नीचे आई थीं। आज कीमतों में सुधार हुआ है। (Today Gold Price)
अब क्या हैं दाम?
सोना इस समय 97 हजार के ऊपर चल रहा है। 24 कैरेट वाला 10 ग्राम सोना 97,970 रुपये के भाव पर मिल रहा है। जबकि पिछले सत्र में इसकी कीमत 97,530 थी। इस हिसाब से गोल्ड 440 रुपये सस्ता हुआ है। वहीं, चांदी के दाम (silver price) लगभग वही बने हुए हैं। 1 किलोग्राम चांदी 1,00,500 रुपये के भाव पर मिल रही है।
अब आगे क्या?
गोल्ड के दामों की दिशा अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रमों पर निर्भर करेगी। अमेरिका-चीन संबंधों में तनाव बना हुआ है, और डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ कम करने की बात पर चीन ने बातचीत से इंकार किया है। इस स्थिति ने दोनों पक्षों में चुप्पी कायम कर दी है। यदि यूएस-चीन ट्रेड वॉर और बढ़ता है, तो सोने की कीमतों में तेजी (रॉकेट बनने) की संभावना है। Conversely, यदि स्थिति सुधरती है, तो सोने की कीमतों में नरमी देखी जा सकती है।
कितनी जा सकती है कीमत?
कमोडिटी एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर यूएस-चीन के बीच हालात सामान्य होते हैं, तो अगले 6 महीनों में सोना 75,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल पर भी पहुंच सकता है। वहीं, अमेरिकी फाइनेंशियल फर्म यार्डेनी रिसर्च के प्रेसिडेंट एड यार्डेनी का कहना है कि वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, अमेरिका-चीन व्यापार तनाव और कमजोर होता डॉलर गोल्ड की कीमतों (gold price) में इजाफे के लिए जिम्मेदार रहा है। अगर आगे भी ऐसे हालात बने रहते हैं, तो गोल्ड प्राइस (gold price) चढ़ सकते हैं। ऐसी स्थिति में इस साल के आखिरी तक गोल्ड प्राइस 4000 डॉलर प्रति औंस और 2026 में 5000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है। इसका मतलब ये हुआ है कि भारत में इसकी कीमत 1,53,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकती है।
कैसे प्रभावित होती है कीमत?
देश में सोने की कीमतें (sone ki keematein) केवल मांग और आपूर्ति से ही प्रभावित नहीं होतीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली गतिविधियों का भी इन पर असर पड़ता है। लंदन ओटीसी स्पॉट मार्केट और कॉमेक्स गोल्ड फ्यूचर्स मार्केट (COMEX Gold Futures Market) सहित प्रमुख वैश्विक बाजारों में होने वाली व्यापारिक गतिविधियों से भी सोने की कीमतें काफी हद तक प्रभावित होती हैं।
कौन तय करता है दाम?
लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (LBMA) दुनियाभर में सोने की कीमत तय करता है, जो US डॉलर में प्रकाशित होती है। यह कीमत बैंकरों और बुलियन व्यापारियों के लिए वैश्विक मानक बनती है। भारत में, इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) अंतरराष्ट्रीय सोने की कीमतों में आयात शुल्क और अन्य टैक्स (tax) जोड़कर रिटेल विक्रेताओं (retailers) के लिए सोने की दर निर्धारित करता है। इस प्रकार, दोनों संगठनों की भूमिका देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने के व्यापार को नियामित करना होती है।