Home Loan EMI : आज के समय में हर चीज के दाम पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गए हैं और घर-प्रोपर्टी के दाम तो इतने बढ़ चुके हैं कि इन्हें खरीदने के लिए होम लोन लेना पड़ता है। होम लोन लेना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन समय पर इसकी किस्त न भरना परेशानी खड़ी कर सकता है। होम लोन की EMI समय पर न भरने पर बैंक ग्राहक के खिलाफ एकदम से कदम नहीं उठाता है, बल्कि ग्राहक को 4 बार तो खासतौर से अवसर दिए जाते हैं। आइए खबर में जानते है कि लोन की EMI नहीं भरने पर बैंक आखिर मे क्या एक्शन लेगा।
जमीन की कीमतें हर रोज बढ़ती ही जा रही है। बढ़ती कीमतों के साथ महानगरों में घर खरीदना आसान नहीं है। बड़े बजट का मतलब यह भी है कि आपको होम लोन लेना (Home Loan EMI) पड़ सकता है, कभी-कभी इसे किफायती बनाने के लिए खुद को आर्थिक रूप से पीछे खींचना पड़ सकता है। अर्थात खर्चे कम करने पड़ सकते हैं।
बाकी लोन को देखें तो होम लोन या आवास ऋण लंबे वर्षों के होते हैं। लोन की अवधि के दौरान (During the loan tenure) किसी भी समय नौकरी छूटना या मेडिकल इमरजेंसी आपके लोन पेमेंट को बंद कर सकती है। अगर आपको अपने होम लोन पर ईएमआई चुकाने में मुश्किल हो रही है, तो कुछ कदम हैं जो आपको स्थिति को उबारने में मदद कर सकते हैं। लेकिन उससे पहले यह जानना चाहिए कि होम लोन हीं चुकाने पर क्या होता है।
बैंक क्यो लेते है एक्शन
दरअसल, बैंक ग्राहकों पर 5 तरह की कार्रवाई करता है। यह एक्शन एक बार में नहीं होता, बल्कि बारी-बारी से होता है। यह कार्रवाई EMI नहीं चुकाने पर या डिफॉल्टर घोषित होने पर की जाती है। पहला, अगर पहली EMI नहीं चुकाते हैं तो बैंक इसे गंभीर नहीं मानता लेकिन आपकी निगरानी शुरू हो जाती है।
दूसरा, लगातार दूसरी ईएमआई नहीं भरी जाए तो बैंक आपको पेमेंट का रिमाइंडर भेजता है। तीसरा, लगातार 3 ईएमआई नहीं चुकाने पर बैंक कानूनी नोटिस भेजता है जिसमें बकाया पैसा देने को कहा जाता है।
चौथी कार्रवाई के तहत अगर ग्राहक लगातार 5 EMI नहीं भरता है तो बैंक घर की नीलामी का नोटिस (notice of auction of house) देता है। इसमें चेतावनी दी जाती है कि बकाया जमा कर दें, अन्यथा घर बेच दिया जाएगा। पांचवां, इन नोटिस के बावजूद ग्राहक पैसा नहीं भरता तो बैंक घर की नीलामी करता है, उसे बेचता है और अपना बकाया पैसा निकाल लेता है।
इससे बचने के लिए अपनाएं ये रास्ता
यदि आप लोन (latest loan updates) चुकाने की हालत में नहीं हैं, तो अपने देनदार कर्ज से संपर्क करें। बैंक को बताएं कि पहले ऐसा कभी नहीं हुआ और सभी लोन समय पर चुकाते रहे हैं। इसे साबित करने के लिए सभी दस्तावेज दें। यदि जरूरी हो, तो अपने निवेशों के कागजों को गिरवी के रूप में बैंक को दे दें।
बैक को बताएं कि अगले 3-6 महीनों में इनकम की स्थिति में कैसे सुधार (Improvement in income situation) हो सकता है। तीन महीने की छूट अवधि के लिए बैंक से पूछकर अपने लोन की रीस्ट्रक्चरिंग करें।
या अगर ज्यादा पैसा चुकाने में असमर्थ हैं, तो कर्ज की अवधि बढ़ाएं। अगर आपने फ्लोटिंग रेट लोन का विकल्प चुना होता, तो ब्याज दरों में वृद्धि ने आपके लोन की अवधि को बढ़ा दिया होगा। यदि आप ब्याज दरों में और वृद्धि नहीं कर सकते हैं, तो एक निश्चित दर पर लोन पेमेंट की अवधि (Loan payment period) चुनें।
किराए पर घर देना रहेगा सही
यदि आप जिस इलाके में रह रहे हैं, वहां किराये की आय कमाने की अच्छी संभावना है, तो घर को किराए पर दें। किराये के पैसे का उपयोग अपनी EMI के एक हिस्से को चुकाने के लिए करें। यह बेहतर है कि आप बैंक को नीलामी करने देने की तुलना में घर को बेच दें।
नीलामी में अक्सर अच्छी कीमत नहीं मिलती है। इसके विपरीत, यदि आप बैंक को बताकर खुद इसे बेचते हैं तो आपको बेहतर कीमत मिलने की संभावना है। बिक्री से मिली राशि बकाया लोन को चुकाने में मदद कर सकती है।