Gold Rate Hike : सोने के दामों में लगातार उतार चढ़ाव जारी है। सोने के दाम एक बार फिर से कम हुए हैं। सोना कभी कम तो कभी ज्यादा हो रहा है। 22 तारीख को सोना अपने ऑल टाइम हाई पर चला गया था। उसके बाद सोने के दाम 7 प्रतिशत तक कम हुए हैं। ऐसे में साल के अंत तक सोने के दाम कीतने होंगे, इसको लेकर एक्सपर्ट की राय सामने आई है।
सोने ने साल निवेशकों को 30 प्रतिशत तक का रिटर्न दिया है। वहीं, इतना रिटर्न के देने के बाद सोना 7 प्रतिशत के करीब कम भी हुआ है। सोने के दाम रोजाना बदल रहे हैं। फिलहाल दाम कभी कम तो कभी ज्यादा हो रहे हैं और एक लाख से नीचे ही बने हुए हैं।
साल की शुरुआत से बढ़े दाम
सोने (Gold Rate Hike) के दाम साल की शुरुआत से ही बढ़े हैं। वहीं, दाम बढ़ने का कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में मची हलचल को माना जा रहा है। वैश्विक स्तर पर सोना निरंतर बढ़ोतरी पर है। सोने के दाम को लेकर एक्यपर्टस ने भी अपने अनुमान बता दिए हैं।
यह है प्रमुख कारण
सोने के दाम बढ़ने का प्रमूख कारण अंतरराष्ट्रीय सत्र पर चल रहा ट्रेड वॉर है। सोना (Gold Rate Hike) निरंतर बढ़ता ही जा रहा है। अमेरिका की ओर से विश्व के कई देशों में टैरिफ लगाया गया है।
टैरिफ लगने के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजारों में हलचल मची है और निवेशकों को आर्थिक मंदी का खतरा दिख रहा है। इसके चलते निवेशक सोने की ओर आकर्षित हुए हैं। हालांकि फिलहाल टैरिफ 90 दिन के लिए हॉल्ड पर है।
साल के अंत तक अलग-अलग विशेषज्ञों के अलग-अलग अनुमान
इस साल के अंत तक सोने के दाम को लेकर अलग-अलग विशेषज्ञों के अलग-अलग अनुमान हैं। जॉन मिल्स ने अनुमान कुछ लगाया है तो गोल्डमैन का अनुमान उनसे बिल्कुल अलग है। चलिए यह जानते हैं कि किस विषय संज्ञा का क्या अनुमान है और उनके पीछे क्या तर्क है।
यह चल रहे हैं सोने के दाम
आईबीजेए के अुनसार 23 कैरेट गोल्ड 381 रुपये सस्ता हुआ है। यह 96260 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव से खुला है। वहीं, 22 कैरेट गोल्ड का औसत हाजिर भाव दोपहर को 351 रुपये टूटकर 88529 रुपये प्रति 10 ग्राम के रेट पर खुला है। यह जेवराती सोना होता है।
18 कैरेट गोल्ड का भाव भी 288 रुपये सस्ता होकर 72485 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आया है। 14 कैरेट सोने के भाव 224 रुपये कम हुए हैं। यह 56539 रुपये प्रति दस ग्राम पर है। वहीं, प्योर गोल्ड 24 कैरेट सोना आज 9 383 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता होकर 96647 रुपये पर आ गया है।
दाम गिरने का अनुमान
सोने के दामों को लेकर अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ जॉन मिल्स ने अनुमान लगाया है कि इस साल के अंत तक सोना 56,000 प्रति तोला रह जाएगा। उनका मानना है कि सोना (Gold Rate Hike) अब अपने हाई लेवल पर चल रहा है और इसमें गिरावट दर्ज की जाएगी।
टैरिफ को लेकर चल रही हलचल कुछ दिन और चल सकती है। उसके बाद जिन्होंने सोने में निवेश किया है वह मुनाफा वसूली शुरू कर देंगे और बाजार स्थिर हो जाएगा। इससे निवेशक बाजार की ओर लौट जाएंगे, जिस वजह से सोने की मांग घट जाएगी।
गोल्डमैन के अनुसार महंगा होगा सोना
गोल्डमैन ने सोने को लेकर अनुमान लगाया है कि इस साल के अंत तक सोना 3950 डॉलर (Gold Rate Prediction) तक पहुंच सकता है। उनका पहले अनुमान था कि सोने की कीमत 3700 तक जा सकती है जो कि अब और बढ़ा दी गई है।
उनके अनुसार बैंक में मंदी के रिस्क के चलते केंद्रीय बैंकों में ज्यादा सोने की मांग है और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड का प्रवाह ज्यादा हुआ है। उनके अनुसार अगर मंदी आती है तो सोने के दाम और ज्यादा बढ़ सकते हैं। भारत के हिसाब से साल के अंत तक सोना बड़ी आराम से एक लाख को क्रॉस कर देगा।