Cooler Use Tips: गर्मियों में रूम कूलर हर घर की ज़रूरत बन चुका है. लेकिन कई बार कूलर को छूते ही हल्का या तेज करंट लगने लगता है. यह कोई सामान्य समस्या नहीं है. बल्कि गंभीर इलेक्ट्रिकल खतरे का संकेत हो सकता है. इसे नजरअंदाज करना जानलेवा साबित हो सकता है.
कूलर में इलेक्ट्रिकल लीकेज और अर्थिंग की समस्या
अगर कूलर की बॉडी को छूते ही करंट महसूस होता है, तो इसका सबसे बड़ा कारण इलेक्ट्रिकल लीकेज या खराब अर्थिंग हो सकता है. खासकर लोहे या धातु की बॉडी वाले कूलर में यह खतरा अधिक होता है. ऐसे मामलों में तुरंत कूलर का उपयोग बंद कर देना चाहिए और किसी इलेक्ट्रिशियन से जांच करानी चाहिए.
खराब वायरिंग और स्विच बोर्ड की गलती भी है बड़ा कारण
अक्सर वायर कटने, टूटने या खुली तारों के कारण करंट कूलर की बॉडी में फैल जाता है. साथ ही यदि स्विच बोर्ड या प्लग सॉकेट में कोई खराबी है, तो वह भी करंट का स्रोत बन सकता है. सस्ते या घटिया क्वालिटी के वायर का उपयोग करना भी खतरनाक करंट लीकेज की वजह बन सकता है. इसलिए हमेशा ISI मार्क वाले वायर और एक्सेसरीज़ का इस्तेमाल करें.
पानी गिरने से भी बढ़ सकता है करंट लगने का खतरा
कई लोग प्लास्टिक कूलर की ऊपरी सतह पर पानी की बोतल या अन्य सामान रख देते हैं. यह आदत बेहद खतरनाक हो सकती है. अगर पानी कूलर की बॉडी या मोटर में चला गया, तो अर्थिंग फेल हो सकती है और करंट आने लगता है. इसलिए कूलर के ऊपर की जगह को हमेशा खाली और सूखा रखें.
जरूरत से ज्यादा पानी भरना भी है नुकसानदायक
कई बार लोग कूलर में लिमिट से ज्यादा पानी भर देते हैं, जिससे वह इलेक्ट्रिक सर्किट तक पहुंच सकता है. खासतौर पर मेटल बॉडी वाले कूलर में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है, जिससे करंट पूरे ढांचे में फैल सकता है. पानी भरते समय निर्दिष्ट सीमा का ध्यान रखें और कूलर को बंद करके ही पानी भरें.
इन सावधानियों से बच सकते हैं करंट लगने के खतरे से
- समय-समय पर वायरिंग और प्लग की जांच जरूर कराएं.
- कूलर को लकड़ी या प्लास्टिक के स्टैंड पर रखें ताकि वह जमीन से सीधे संपर्क में न हो.
- कभी भी गीले हाथों से कूलर न छुएं.
- चलते हुए कूलर में पानी भरने से बचें. क्योंकि इस समय कूलर में करंट सक्रिय होता है.