धान की ये किस्म अधिक उपज और तगड़े मुनाफे कराने वाली होती है इनकी खेती में लागत और पानी दोनों कम लगता है तो चलिए जानते है कौन सी किस्म की खेती है।
फायदे का सौदा है धान की ये किस्म
धान की खेती के लिए उन्नत और उच्च उपज देने वाली किस्मों का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण काम होता है क्योकि उत्तम किस्म से न केवल ज्यादा पैदावार मिलती है बल्कि वो कई रोगों के प्रति प्रतिरोधक भी होती है धान की ये किस्म खेती के लिए सबसे उपयुक्त और लाभकारी मानी जाती है इन किस्मों को तैयार होने ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती है ये कम पानी में ज्यादा उपज देने के लिए जानी जाती है आप इन किस्मों की खेती से बहुत जबरदस्त कमाई कर सकते है। तो चलिए इनकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।

पूसा बासमती 834
धान की खेती के लिए पूसा बासमती 834 किस्म बहुत लाभकारी साबित होती है ये किस्म कम उपजाऊ मिट्टी और कम पानी वाले क्षेत्रों में भी उगाई जा सकती है इसकी खेती में ज्यादा लागत भी नहीं आती है धान की पूसा बासमती 834 किस्म पत्ती झुलसा रोग के प्रति भी अपेक्षाकृत अधिक प्रतिरोधी होती है इसकी खेती के लिए पहले खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए फिर मिट्टी में गोबर की खाद डालनी चाहिए। बुवाई से पहले बीजों का उपचार करना चाहिए। बुवाई के बाद धान की पूसा बासमती 834 किस्म की फसल करीब 125 से 130 दिनों में पक कर तैयार हो जाती है और 60 से 70 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज देती है।
पूसा सुगंध 5
धान की पूसा सुगंध 5 एक हाइब्रिड किस्म है जो सुगंधित और उच्च गुणवत्ता वाले चावल के लिए जानी जाती है। इसकी डिमांड बाजार में खूब होती है क्योकि लोग इसका सेवन करना बहुत पसंद करते है इस किस्म के दाने पतले, लंबे और सुगंधित होते है। धान की पूसा सुगंध 5 किस्म की बुवाई के लिए 15 मई से 25 जून तक का समय सबसे अच्छा माना जाता है। इसकी खेती के लिए नर्सरी को उचित रूप से तैयार करना महत्वपूर्ण काम है ताकि पौधे स्वस्थ और मजबूत होते है। ये किस्म गाल मिज, भूरे धब्बे और पत्ती लपेट के प्रति प्रतिरोधी होती है जो इसे किसानों के लिए कम जोखिम वाला विकल्प बनाती है। बुवाई के बाद इसकी फसल करीब 120-125 दिनों में पककर तैयार हो जाती है एक हेक्टेयर में खेती करने से करीब 50-60 क्विंटल की उपज मिलती है।