EV Charging Station: केंद्र सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) को अपनाने को लेकर तेज़ी से कदम उठा रही है. अब EV इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए सरकार देशभर में एक सशक्त चार्जिंग नेटवर्क तैयार करने की योजना पर काम कर रही है. इससे न केवल ईवी यूजर्स को राहत मिलेगी. बल्कि देश में ग्रीन मोबिलिटी को भी बढ़ावा मिलेगा.
हाईवे और एक्सप्रेसवे पर लगेंगे हाई-कैपेसिटी चार्जिंग स्टेशन
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्र सरकार देश के हाईवे, एक्सप्रेसवे और बस स्टॉप पर 360 किलोवाट क्षमता वाले हाई-स्पीड चार्जिंग स्टेशन लगाने की योजना बना रही है. ये चार्जिंग स्टेशन तेज और प्रभावी चार्जिंग सुविधा प्रदान करेंगे. जिससे यात्रियों को चार्जिंग के लिए लंबा इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा.
कमर्शियल और प्रीमियम वाहनों को मिलेगी बड़ी राहत
इन हाई कैपेसिटी चार्जिंग स्टेशनों से खासतौर पर इलेक्ट्रिक बसें, ट्रक और अन्य कमर्शियल वाहन को फायदा मिलेगा. साथ ही जगुआर, ऑडी, मर्सिडीज-बेंज जैसी प्रीमियम और लग्जरी इलेक्ट्रिक गाड़ियां भी इससे तेज़ी से चार्ज की जा सकेंगी. इसका उद्देश्य हर तरह के ईवी वाहन चालकों को बेहतर चार्जिंग समाधान देना है.
15 मिनट में हो जाएगी फुल चार्जिंग
नई तकनीक की मदद से अब बड़े इलेक्ट्रिक वाहनों को भी केवल 15 मिनट में चार्ज किया जा सकेगा. जहां पहले इन्हें घंटों तक चार्जिंग पर लगाना पड़ता था. वहीं अब फास्ट चार्जिंग से यात्रा के समय की बचत होगी और प्रोडक्टिविटी में भी इजाफा होगा.
कमर्शियल EV ऑपरेशन के लिए गेमचेंजर साबित होगी योजना
कमर्शियल उपयोग में लाए जाने वाले इलेक्ट्रिक ट्रक, बसों आदि के लिए फास्ट चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर बेहद अहम है. सरकार की यह योजना इन वाहनों के ऑपरेशनल डिले को कम करने और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में इलेक्ट्रिक शिफ्ट को तेज करने का काम करेगी.
अब बिना रुकावट के चार्ज होंगे सभी ईवी वाहन
इस हाई-स्पीड चार्जिंग नेटवर्क से अब वाहन चालक आसानी से कम समय में अपने वाहन चार्ज कर सकेंगे. जिससे ट्रैवल डिस्टर्बेंस और चार्जिंग वेट टाइम में भारी कमी आएगी. यह सिस्टम भविष्य में ईवी को जन-साधारण के लिए और ज्यादा व्यावहारिक बनाएगा.