National Highway : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सड़कों के निर्माण को लेकर एक नई पहल का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि सड़कों का निर्माण फैक्ट्री में किया जाएगा, जिससे निर्माण की गुणवत्ता बेहतर होगी और लागत में भी कमी आएगी।
: किसी भी देश का तब तक मुकम्मल विकास नहीं हो सकता जब तक उसका बुनियादी ढांचा बेहतर न हो जाए। बुनियादी ढांचे में कई चीजें आती हैं। रेल, सड़क, एयरपोर्ट, बंदरगाह, ऊर्जा, पानी सप्लाई, टेलीकॉम वगैरह-वगैरह। यानी कुछ भी जिससे अर्थव्यवस्था का काम और सुगम, सुचारू और तेज हो जाए। इनमें सड़कों का एक खास स्थान है, क्योंकि उससे ज़्यादा आवाजाही किसी और रास्ते नहीं हो सकती। इसीलिए सबसे पहला काम सड़कों को बेहतर बनाने पर किया जाता है, ताकि शहर, गांव, दूर दराज़ के इलाकों को आपस में जोड़ा जा सके, जिससे लोगों के आने जाने के साथ ही सामान वगैरह को लाना ले जाना भी आसान हो सके।
दरअसल अपपकों बता दे की केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि रोड फैक्ट्री में बनेगी। केवल रोड के बीच में कंक्रीट का मिक्स वाला जितना हिस्सा आता है, उतना बनेगा। बाकी सब फैक्ट्री में बनेगा। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सीएम योगी आदित्यनाथ के सलाहकार अवनीश अवस्थी की ओर से इशारा करते हुए कहा कि हम चाहते हैं कि इसको उत्तर प्रदेश में भी लागू करें।
सड़क दुर्घटना होगी कम
उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना को कम करने के लिए डिवाइडर की हाइट तीन फीट तक बढ़ाई जाएगी और दोनों तरफ दीवार उठाएंगे। दोनों के बीच में एक मीटर की दूरी होगी और उसमें प्लांट लगाएंगे। फिर अगर कोई कूदकर भी जाना चाहेगा तो नहीं जा पाएगा। उन्होंने ड्रेनेज सिस्टम पर कहा कि हमने प्री कास्ट की नाली अनिवार्य कर दी। उसकी गुणवत्ता भी अच्छी होगी।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि मलेशिया की तकनीकी का इस्तेमाल करके हमने हजारों करोड़ रुपये बचाए हैं। उन्होंने बताया कि मलेशिया की तकनीकी का अभी सिंगापुर में इस्तेमाल हो रहा है। जिसको हम चेन्नई में बन रहे मेट्रो में इस्तेमाल करके हजारों करोड़ रुपये बचा लिए हैं। इससे 120 मीटर की दूरी में दो पिलर होंगे। बाकी तीन पिलर का पैसा बचेगा।
नई टोल पॉलिसी होगी लागू
बता दें कि नितिन गडकरी एक्सप्रेसवे और हाईवे से टोल प्लाजा हटाने की कई बार बात कर चुके हैं। इस बीच, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नितिन गडकरी नई टोल पॉलिसी लाने जा रहे हैं, जिसमें लोगों को 50 फीसदी तक राहत मिलने की उम्मीद है। इसमें कार मालिकों को तीन हजार रुपये वार्षिक पास मिलेगा, जिससे कार मालिक बिना टोल दिए किसी भी हाईवे और एक्सप्रेसवे से गुजर सकेंगे। उनकी इस पॉलिसी में टोल बूथों को हटाने की योजना भी शामिल है।
परियोजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने के लिए गडकरी का प्लान
हाल ही में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अधिकारियों से राजमार्ग परियोजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाने के लिए शीघ्रता से निर्णय लेने को कहा था। गडकरी ने वार्षिक राष्ट्रीय राजमार्ग उत्कृष्टता पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए इस बात पर दु:ख जताया कि मंत्रालय तब तक फाइल आगे नहीं बढ़ाता जब तक कोई इसके लिए जोर से कुछ कहता नहीं। उन्होंने कहा, ‘जब तक कोई चिल्लाता नहीं, मंत्रालय में फाइल आगे नहीं बढ़ती मंत्रालय के कम से कम दो प्रतिशत कर्मचारी जो समय पर निर्णय नहीं लेते, उन्हें सेवानिवृत्त कर दिया जाना चाहिए।
पैसे की बचत के साथ-साथ ट्रैफिक सिस्टम भी होगा बेहतर
इस मलेशियाई तकनीक के बारे में कई खास बातें सामने आई हैं। हाइवे निर्माण में भी इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। खुद गडकरी ने बताया कि इस तकनीक के इस्तेमाल से मेट्रो के दो पिलर्स के बीच की दूरी 120 मीटर की जा सकेगी, फिलहाल मेट्रो के दो पिलर्स के बीच की दूरी अधिकतम 30 मीटर होती है। उन्होंने एक और खास बात बताई कि इसके इस्तेमाल से अब फ्लाईओवर के ऊपर फ्लाईओवर बनाए जा सकेंगे, जिन पर मेट्रो चल सकती है। यानी पैसे की बचत के साथ-साथ ट्रैफिक सिस्टम भी इस तकनीक के जरिए बेहतर होगा।