इस सब्जी की खेती किसानों के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होती है क्योकि इसकी खेती में लागत मेहनत बेहद कम आती है और कमाई जबरदस्त होती है तो चलिए इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।
मई-जून में करें इस फसल की खेती
मई का महीना खत्म होने वाला है और जून से बरसात का मौसम लग जाता है बरसात में अगर सब्जियों खेती से किसान अच्छा मुनाफा कामना चाहते है तो इस सब्जी की खेती जून में जरूर करें। ये सब्जी कम लागत और कम दिनों में तैयार होती है और बहुत जबरदस्त पैदावार देती है इसकी खेती से न केवल अधिक उपज मिलती है बल्कि इसकी डिमांड भी बाजार में बहुत होती है। हम बात कर रहे है चतरफली की खेती की इसे कुछ लोग ग्वार फली और दाररी के नाम से भी जानते है ये एक फलीदार फसल है। तो चलिए इसकी खेती के बारे में जानते है।
चतरफली की खेती
अगर आप चतरफली यानि ग्वार फली की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में अच्छे से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। चतरफली की खेती के लिए जल निकासी वाली रेतीली मिट्टी ससे अच्छी होती है इसकी बुवाई से पहले खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए और मिट्टी में गोबर की खाद डालनी चाहिए इसके पौधे बीज के माध्यम से लगाए जाते है इसलिए बुवाई के लिए उच्च गुणवत्ता वाले बीजों का चयन करना चाहिए। इसकी खेती में कतार से कतार की दूरी 40-45 सेमी और पौधे से पौधे की दूरी 10 से 15 सेमी रखनी चाहिए। बुवाई के बाद इसकी फसल करीब 80 से 85 दिनों में तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप चतरफली यानि ग्वार फली की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई देखने को मिलेगी। एक हेक्टेयर में चतरफली की खेती करने से करीब 10 से 17 क्विंटल तक पैदावार होती है आप इसकी खेती से लाखों रूपए की कमाई आराम से कर सकते है। चतरफली की खेती बहुत लाभकारी साबित होती है इसलिए इसकी खेती जरूर करनी चाहिए।