देशभर में मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आ रहा है। कई राज्यों में भारी बारिश हो रही है जिसके चलते किसानों की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
बेमौसम बारिश ने बढ़ाई मुश्किले
देशभर के कई बड़े-बड़े राज्यों में बारिश का कहर नजर आ रहा है। ऐसे में भारी बारिश के चलते कई किसानों की फसलों की तबाह हो चुकी है। हम बात कर रहे हैं महाराष्ट्र के हिंगोली जिले की जहां पिछले 12 दिनों से जबरदस्त बारिश और आंधी तूफान चल रहा है जिसके चलते यहां पर किसानों की फसले बर्बाद हो रही है। इस तेज आंधी तूफान और बारिश के चलते मराठवाड़ा के सेनगांव तहसील इलाके में किसानों की मूंगफली की फसल का पूरी तरह से सत्यानाश कर दिया गया है।
इस बारिश और आंधी तूफान का हर्जाना किसानों को चुकाना पड़ा इनको बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। किसान इस बारिश से परेशान हो चुके हैं।

मूंगफली की फसल में कुदरत का कहर
इस बेमौसम भारी बारिश और आंधी तूफान के चलते किसानों को बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ा वही पिपरी गांव के एक किसान भगवान काले का कहना है कि इस साल एक एकड़ जमीन में लगाई गई मूंगफली की फसल में लगभग 40000 रुपए खर्च किए थे लेकिन फसल तैयार होने और मार्केट में जाने से पहले ही इस तेज बारिश और आंधी तूफान ने उनकी फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। किसान का कहना है कि हमारे साथ वह घटना हो गई कि मुंह तक निवाला आया लेकिन छिन गया। इसी प्रकार कई किसानों का नुकसान हुआ है।
किसानों ने कृषि अधिकारी और राजस्व विभाग पर लगाए आरोप
किसानों का कहना है कि फसले पूरी तरह से तैयार होने के बाद बर्बाद हुई है और उनका यह भी कहना है कि फसलों के पंचनामा करने के लिए इन्होंने कृषि अधिकारी और राजस्व विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया था लेकिन इन्होंने उनकी बात नहीं सुनी और फसलों का पंचनामा नहीं किया और ना इन्होंने यहां आकर देखा।
कई फसल हुई तहस-नहस
किसानों का कहना है कि इस बारिश से बहुत भारी नुकसान हुआ है जिसके दौरान कई फसलों पर इसका असर पड़ा है बता दे इस बारिश में मूंगफली, टमाटर, संतरा, केला, प्याज और अन्य कई फसलों को बहुत बुरी तरह से हानि पहुंची है। किसानों का कहना है कि ऐसे में सरकार उनकी फसलों का पंचनामा बनाए ताकि उनको हुए नुकसान की भरपाई हो सके।
बता दे कि फसल बीमा योजना के तहत किसानों को फसल बर्बाद होने पर मुआवजा मिलता है। लेकिन एक निश्चित समय तक उनको इसकी सूचना देनी होगी।