Inverter Battery Safety Tips: उत्तर भारत में गर्मी के दिनों में बिजली की कटौती आम बात है और ऐसे समय में इन्वर्टर ही एकमात्र सहारा बनता है. लेकिन बहुत से लोग अनजाने में इन्वर्टर को ऐसी जगह रख देते हैं. जहां उसकी बैटरी की उम्र कम हो जाती है या गंभीर खतरा पैदा हो सकता है. इसलिए यह जानना बेहद जरूरी है कि इन्वर्टर कहां रखें और कहां नहीं.
इन जगहों पर भूलकर भी न रखें इन्वर्टर
- रसोई में इन्वर्टर रखना बड़ा खतरा
इन्वर्टर को रसोई में रखना खतरनाक साबित हो सकता है. यहां नमी, तेल, भाप और धूल के कारण बैटरी के टर्मिनलों पर जंग लग सकती है. जिससे करंट लीकेज का खतरा बढ़ जाता है. साथ ही ज्वलनशील वस्तुएं होने के कारण आग लगने का जोखिम भी होता है.
- बेडरूम में इन्वर्टर सेहत के लिए नुकसानदायक
कई लोग सुविधा के लिए इन्वर्टर बेडरूम में रख लेते हैं. लेकिन यह सही नहीं है. बंद कमरों में इन्वर्टर से हानिकारक गैसें निकल सकती हैं. जिससे सांस लेने में दिक्कत हो सकती है. साथ ही वेंटिलेशन की कमी से इन्वर्टर ओवरहीट होकर ब्लास्ट भी कर सकता है.
- बालकनी में भी सुरक्षित नहीं है इन्वर्टर
कुछ लोग सोचते हैं कि बालकनी में वेंटिलेशन अच्छा होगा. लेकिन यहां तेज धूप, बारिश और धूल इन्वर्टर और बैटरी को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इससे बैटरी की उम्र घट सकती है और शॉर्ट सर्किट की संभावना भी बढ़ सकती है.
इन्वर्टर को कहां और कैसे रखें
सूखी और हवादार जगह है सबसे अच्छा विकल्प
इन्वर्टर को हमेशा ऐसी जगह रखें जहां पर्याप्त वेंटिलेशन हो. लिविंग रूम या स्टोर रूम जैसे स्थान इसके लिए सबसे उपयुक्त होते हैं. इन्वर्टर को फर्श पर नहीं. बल्कि प्लास्टिक या लकड़ी के स्टैंड पर रखें ताकि यह नमी से सुरक्षित रहे.
सफाई का रखें पूरा ध्यान
इन्वर्टर के आसपास धूल या पानी न जमा होने दें. समय-समय पर उसके चारों ओर की जगह साफ करें ताकि धूल और गंदगी से इलेक्ट्रिक फॉल्ट का खतरा न रहे.
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ओवरलोडिंग से बचे
इन्वर्टर को उसकी क्षमता से अधिक लोड न दें. ओवरलोड से बैटरी जल्दी खराब हो जाती है और इन्वर्टर पर दबाव बढ़ता है.
हर 3-6 महीने में टर्मिनल्स की सफाई करें
बैटरी के टर्मिनलों पर जमी जंग उसकी कार्यक्षमता को प्रभावित करती है. ब्रश और बेकिंग सोडा की मदद से टर्मिनल्स की सफाई करें.
डिस्टिल्ड वॉटर की मात्रा जांचें
बैटरी में डिस्टिल्ड वॉटर की मात्रा समय-समय पर जांचें और जरूरत हो तो भरें. इससे बैटरी की परफॉर्मेंस बनी रहती है.
स्टेबल वोल्टेज सप्लाई से जोड़ें
इन्वर्टर को हमेशा स्टेबल और सुरक्षित वोल्टेज सप्लाई से जोड़ें ताकि अचानक करंट के उतार-चढ़ाव से बैटरी को नुकसान न पहुंचे.