Income Tax Rules : आयकर विभाग ने देश में टैक्स को लेकर कई नियम बनाए हैं। इन नियमों के तहत हर भारतीय नागरिक को तय लिमिट से ज्यादा आय और महंगी और कीमती सामान पर टैक्स (Tax on Gold) अदा करना होता है। ऐसे ही शादी में मिले गोल्ड पर भी टैक्स देना होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शादी में मिले सोने पर कितना टैक्स लगता है और इसके नियम क्या हैं। चलिए नीचे खबर में जानते हैं –
आयकर विभाग ने एक लिमिट तय की है, जिससे ज्यादा कमाने वालों को अपनी इनकम के अनुसार टैक्स देना होता है। इसके अलावा, भी कई नियम बनाए गए हैं।
जिनके अनुसार अगर शादी-ब्याह (wedding gold tax) के मौके पर गोल्ड गिफ्ट में मिला है तो उसपर भी टैक्स देना होता है। शादी में गोल्ड गिफ्ट करने के पीछे एक अहम कारण भी है। क्योंकि सोने की कीमतों में कभी कमी नहीं आती है यह साल दर साल बढ़ता रहता है। लेकिन आपको इनकम टैक्स (gold gift income tax) से जुड़े नियमों के बारे में जरूर जान लेना चाहिए।
शादी में गोल्ड मिलने पर कितना लगेगा टैक्स?
आयकर विभाग के नियमों के मुताबिक, यदि शादी के मौके पर गिफ्ट (income tax rule for wedding gifts) में मिला सोना या गहने का प्राइस 50,000 रुपये से अधिक होता है, तो इसे Income from Other Source माना जाता है। इसलिए ये टैक्सेबल बन जाता है।
हालांकि, यदि यह गिफ्ट किसी करीब के रिश्तेदार ने दिया है, तो ये टैक्स फ्री हो जाता है। इन रिश्तेदारों में इसमें दादा- दादी या नाना नानी आदि शामिल होते हैं। ये लोग अगर आपको कोई सोने के आभूषण गिफ्ट (tax on marriage gifts) करते हैं तो कोई टैक्स नहीं लगेगा।
ICRA की रिपोर्ट में खुलासा –
ICRA ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि फाइनेंशियल ईयर 2025 से 26 में गोल्ड ज्वैलरी की डिमांड (मूल्य के आधार पर) में 12 से 14 फीसदी की वृद्धि देखने को मिल सकती है। हालांकि, हाल ही में सोने की कीमतों में आई रिकॉर्ड तेजी की वजह से अब लोग सोना बहेत कम खरीद रहे हैं। यदि पहले कम कीमत (wedding gold exemption limit) होने पर 20 ग्राम सोना खरीद रहे थे, तो अब कीमतों में तेजी आने के बाद लोगों ने इसकी मात्रा को घटाकर 10 ग्राम कर दिया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अब लोग अधिक मात्रा में सोने से बने सिक्के और बार खरीदने लगे हैं। फाइनेंशियल ईयर 2025-26 में सिक्के और बार की खरीदारी (मात्रा) में 10 फीसदी की वृद्धि होगी। बीते फाइनेंशियल ईयर में 25 फीसदी की बढ़ोतरी रिकॉर्ड की गई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, इस वृद्धि के बाद सोने की कुल बिक्री में सिक्के और बार की हिस्सेदारी बढ़कर 35 फीसदी हो जाएगी। बता दें कि सोने के भाव में तेजी (Gold Rate Hike) आने के बाद भी लोग इसमें निवेश कर रहे हैं। इसके पीछे का कारण देश में बढ़ रही अनिश्चितता है, अमेरिका, चीन और जापान जैसे देशों द्वारा ट्रैरिफ शुल्क बढ़ाने के कारण सोने के भाव पर सीधा असर पड़ा है। इससे सोने की कीमतों को स्पॉट मिला है और लोग सुरक्षित निवेश के तौर पर गोल्ड में पैसा लगा रहे हैं।