मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने MP के किसानों के लिए कई घोषणाएं की हैं, जिसका लाभ किसानों को जल्द ही मिलेगा, जिसमें किसानों को बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बनाया जाएगा-
किसान बिजली बनाकर कमा सकेंगे पैसे
खेत की सिंचाई के लिए किसानों को बिजली की जरूरत होती है, जिस पर अलग से खर्च होता है, लेकिन मध्य प्रदेश सरकार किसानों को बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बनाएगी, जिसमें किसान खुद बिजली बनाकर उसका इस्तेमाल कर सकेंगे और जो बिजली बचेगी, उसे सरकार को बेचकर पैसे भी कमाएंगे, तो आइए जानते हैं इस पर कैसे मिलेगी सब्सिडी, कैसे किसानों को मिलेगा 10% पर सोलर पंप का लाभ।
सोलर पंप और सोलर एनर्जी प्लांट पर सब्सिडी
मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश के किसानों को बड़ी खुशखबरी दी है, आपको बता दें कि हाल ही में मंदसौर में किसान मेला सह कृषि सम्मेलन का आयोजन किया गया था, जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी आए, वहां मुख्यमंत्री ने किसानों को सोलर पंप और सौर ऊर्जा पर मिलने वाली सब्सिडी के बारे में जानकारी दी. बताया गया कि 32 लाख किसानों को सब्सिडी मिलेगी.

सोलर पंप पर 90% सब्सिडी मिलेगी, जिससे किसान खुद बिजली बनाकर अपनी जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल कर सकेंगे. बिजली बिल का खर्च खत्म हो जाएगा. सीएम ने कहा कि वह किसानों को बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश करेंगे. इस तरह किसान सोलर पंप के जरिए सूरज की रोशनी से बिजली बना सकेंगे. आइए जानते हैं उन्हें कैसे मिलेगा फायदा।
किसानों को कैसे मिलेगा फायदा
किसानों को सोलर पंप और सौर ऊर्जा प्लांट लगाने पर 90% सब्सिडी मिलेगी. इसके बाद किसानों को सिर्फ 10% खर्च करना होगा, जिसमें किसानों को दो से पांच हॉर्स पावर तक के सोलर पंप की सुविधा मिलेगी. आवेदन करने के लिए अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन जल्द ही आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. किसान इस विषय में जानकारी लेने के लिए अपने क्षेत्र के पावर कॉरपोरेशन विभाग के जिला कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं.
पीएम कुसुम योजना के तहत इस योजना के लिए आवेदन लिए जाएंगे. जैसा कि आप जानते हैं प्रधानमंत्री कुसुम योजना भारत सरकार की एक लाभकारी योजना है, जिसके तहत किसानों को सोलर पंप पर सब्सिडी दी जाती है।