Gold Price : सोने के दाम एक बार फिर से बूलेट ट्रेन पर चढ़ गए हैं। सोने में गिरावट की बांट जो रहे लोगों को सोने के दाम झटका देने वाले हैं। सोना अब हाथ नहीं आने वाला है। 10 ग्राम सोने के रेट जनवरी 2026 तक इतने हो जाएंगे कि लोगों को एक ग्राम सोना खरीदने में भी पसीना आने वाला है।
सोने के दामों में तेजी का असर आम ग्राहकों पर पड़ रहा है। सोने के दाम इतने ज्यादा बढ़े हैं कि शादियों के सीजन में भी आम ग्राहकों ने ज्वेलरी खरीद कम की है। जिन लोगों ने सोने के गहने बनवाए हैं, ज्यादातर ने हल्की ज्वेलरी को प्रेफरेंस दी है।
25 प्रतिशत गिर गई सोने की खरीद
सोने के दामों में तेजी की वजह से इस साल 16 साल बाद ऐसा हुआ है कि साल की पहली तिमाही में आभूषण खरीद का आंकड़ा 25 प्रतिशत से गिर गया है। वहीं निवेशकों ने सोने (Gold Rate) में रुची दिखाई है। निवेश के लिए सोना 2025 में पिछले दस साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए 7 प्रतिशत ज्यादा खरीदा गया है।
क्या चल रहा है सोने का दाम
आज 4 जून को 24 कैरेट सोने के भाव (24 carat gold rate) में 282 रुपये प्रति 10 ग्राम का उछाल आया है । इसके साथ ही चांदी के भाव (Silver Rates)में 2178 रुपये प्रति किलो का उछाल आया है।
बात करें 24 कैरेट गोल्ड के रेट की तो 24 कैरेट गोल्ड बिना जीएसटी के 96962 रुपये के रेट से खुला। वहीं, चांदी के रेट 99939 रुपये पर पहुंच गए हैं। 3 प्रतिशत जीएसटी के साथ सोने का भाव (gold rate with gst) 99870 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बना हुआ है और और चांदी 102937 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रही है।
आईबीजीए जारी करता है सोने के दाम
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (India Bullion and Jewellers Association)ने सोने-चांदी के भाव जारी किए हैं। सोने के भाव में जीएसटी नहीं लगा है।
पॉसिबलिटी है कि आपके शहर में सोने के दामों (Sone ke bhav)में 1000 से 2000 रुपये का अंतर हो सकता है। आईबीजेए दिन में दो बार सोने के रेट जारी करता है। एक बार सुबह ओर एक बार शाम को रेट जारी करता है।
1 लाख को क्रॉस कर चुका है सोना
सोने के दाम इस साल एक लाख के ऐतिहासिक आंकड़े को छू चुके हैं। 22 अप्रैल को सोना एक लाख के पार चला गया था। सर्राफा बाजार में जीएसटी समेत यह दाम थे। वहीं, एमसीएक्स पर भी सोने के दाम (Gold Rate) एक लाख के बेहद करीब 99,358 रुपये प्रति 10 पर पहुंच गया था।
क्यों बढ़ रहे सोने के दाम
एक्सपर्ट्स के अनुसार अमेरिका की ओर से टैरिफ को लेकर उठाए गए कदम सोने में अब तक की बढ़ौतरी का कारण रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से चीन पर लगाए टैरिफ का चीन ने जवाब दिया तो ग्लोबल मार्केट में हलचल आई और सोने के दाम (Gold Rate) और अधिक प्रभावित हुए। निवेशकों ने सोने को सुरक्षित मान सोने में निवेश किया। सोना विदेशी निवेशकों को और ज्यादा आकर्षित कर रहा है।
अब दोगुनी रफ्तार से बढ़ेंगे सोने के दाम
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टेंशन का दौर जारी है। ऐसे में एक्सपर्ट रविंद्र सोनी का कहना है कि देश में भी अब मांगलिक कार्यों के लिए डिमांड बढ़ेगी, पहले मांगलिक कार्यों के लिए सोने (Gold Rate) की मांग रुकी हुई थी, केवल अंतरराष्ट्रीय कारण ही कीमतें बढ़ा रहे थे।
अब निवेशकों और शादी विवाह जैसे कार्यों के लिए आम लोगों, यानी दोनों की ओर से मांग बढ़ेगी तो सोना डबल इंजन की रॉकेट की रफ्तार से भागेगा। ऐसे में एक लाख को तो सोना कुछ ही दिनों में पार कर सकता है।
वहीं, साल के अंत में तो शादियों के सीजन के साथ-साथ दिवाली जैसे महत्वपूर्ण त्योहार होंगे, जिनपर सोने की मांग और ज्यादा बढ़ जाएगी।
जनवरी 2026 तक इतने का हो जाएगा सोना
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन ने कहा है कि साल के अंत तक सोना 3,700 डॉलर प्रति औंस से 4500 डॉलर प्रति औंस (Gold Rate) तक भी जा सकता है। यानी इन्हें भारत के हिसाब से देखें तो साल के अंत तक सोना 1 लाख 8 हजार रुपये से 1 लाख 30 हजार रुपये प्रति तोला तक जा सकता है। ऐसे में जनवरी 2026 में सोने के दाम इतने होंगे कि आम आदमी खरीदने की भी सोचना बंद कर सकता है।