Cyber Crime Awareness: साइबर अपराधों की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं और ठग इंटरनेट, फर्जी लिंक और फिशिंग ईमेल के ज़रिए आम लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. ऐसे में पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ लगातार इंटरनेट मीडिया, साइबर जागरूकता कार्यक्रम और एडवाइजरी के माध्यम से लोगों को सचेत करने में जुटी हैं. हाल ही में उन्होंने एप्लीकेशन सुरक्षा और ईमेल सुरक्षा को लेकर एक विस्तृत एडवाइजरी जारी की है. जिसमें बताया गया है कि कैसे आम लोग सावधानी बरतकर साइबर अपराध से बच सकते हैं.
एप्लीकेशन सुरक्षा के लिए जरूरी सुझाव
- प्रमाणित डाटा सेंटर का इस्तेमाल करें
सुनिश्चित करें कि सभी एप्लीकेशन, वेबसाइट और सेवाएं केवल मान्यता प्राप्त और सुरक्षित डाटा सेंटर पर ही होस्ट की गई हों.
- नवीनतम संस्करण का उपयोग करें
अपने वेब सर्वर और डेटाबेस सर्वर सहित सभी सॉफ्टवेयर को अप-टू-डेट रखें. सुरक्षा अपडेट और पैच तुरंत लागू करें ताकि किसी भी संभावित साइबर हमले से बचाव हो सके
- अप्रयुक्त सेवाओं को निष्क्रिय करें
सभी सिस्टम और एप्लीकेशन में अनावश्यक सेवाओं को बंद करना चाहिए. इससे हैकर्स को पीछे के दरवाजे से घुसने का मौका नहीं मिलेगा.
- वेब शेल फाइलों की जांच करें
वेब सर्वर निर्देशिकाओं की नियमित जांच करें और किसी भी दुर्भावनापूर्ण या अज्ञात वेब शेल फाइल को तुरंत हटा दें.
- सुरक्षित लॉगिन उपाय अपनाएं
यूजर्स को मजबूत पासवर्ड, बायोमेट्रिक्स, और मल्टी फैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA) जैसे मजबूत सुरक्षा उपाय अपनाने चाहिए.
ईमेल सुरक्षा के लिए सतर्कता जरूरी
- मजबूत पासवर्ड का प्रयोग करें
अपनी ईमेल आईडी के लिए हमेशा कठिन और यूनिक पासवर्ड का उपयोग करें.
- पासवर्ड सेव करने की सुविधा बंद करें
अपने ब्राउज़र में “पासवर्ड सहेजें” (Save Password) जैसी सुविधाओं को डिसेबल करें.
- संदिग्ध लिंक और अटैचमेंट से बचें
अगर कोई ईमेल या SMS अनजान स्रोत से आया है और उसमें किसी लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक करने के लिए कहा गया है, तो उस पर बिल्कुल भी क्लिक न करें.
- अनजान ईमेल का उत्तर न दें
कभी भी किसी अज्ञात या संदेहास्पद ईमेल का रिप्लाई न करें. इससे आपकी निजी जानकारी लीक हो सकती है.
फिशिंग ईमेल की पहचान ऐसे करें
- अज्ञात स्रोत से मेल आने पर सतर्क रहें
अगर कोई मेल अंजान व्यक्ति या संस्था से आया है और उसमें निजी जानकारी मांगी जा रही है, तो यह फिशिंग का संकेत हो सकता है.
- तात्कालिक कार्रवाई की मांग करने वाले मेल पर भरोसा न करें
ऐसे ईमेल जो आपसे कहते हैं कि “तुरंत क्लिक करें”, “अभी कॉल करें” या “अटैचमेंट खोलें”, वे धोखाधड़ी के इरादे से भेजे जाते हैं.
- छोटे URL से रहें सावधान
Bit.ly जैसी शॉर्ट लिंक वाली URL से सावधान रहें. ये अक्सर फिशिंग वेबसाइटों तक ले जाते हैं.
साइबर ठगी का शिकार होने पर क्या करें?
अगर आप किसी साइबर क्राइम का शिकार हो जाते हैं, तो बिना देर किए तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें और अपनी शिकायत दर्ज कराएं. साथ ही अपनी बैंक या डिजिटल वॉलेट कंपनियों को तुरंत सूचित करें और सभी जरूरी पासवर्ड्स बदल लें.