Gold rate : सोने की कीमतों में आए दिन बढ़ौतरी देखने को मिल रही है। साल की शुरूआत से ही सोना के भाव रॉकेट की स्पीड से बढ़ रहे हैं। अब तक सोने ने लगभग 35 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। हालांकि, 22 अप्रैल को सोना 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड हाई पर जाने के बाद से ही सस्ता हुआ है। ऐसे में सोना खरीदारों और निवेशकों के मन में एक ही सवाल आ रहा है कि आने वाले समय में सोना कितना महंगा होगा।
सोने की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी ने सभी को चौंका दिया है। साल 2025 में सोना कई बार रिकॉर्ड हाई पर पहुंचा है। अब आए दिन सोने के भाव में तेजी देखने को मिल रही है। सोने में बढ़ौतरी को देखते हुए एक्सपर्ट का कहना है कि अगले साल यानी 2026 में भी तेजी देखने को मिल सकती है। एक्सपर्ट्स अनुमान लगा रहे हैं कि 2027-28 तक के सोने के रेट कितने हो जाएंगे।
फिलहाल इस तरह ट्रेंड कर रहे गोल्ड रेट-
आज शुक्रवार 6 जून 2025 को सोने के भाव में बदलाव देखने को मिला है। 22 और 24 कैरेट गोल्ड के रेट में मामूली बढ़ौरी आई है। देश के प्रमुख शहरों में 10 ग्राम सोने का भाव 99,300 रुपये प्रति 10 ग्राम है। वहीं, 22 कैरेट गोल्ड का रेट 90,900 रुपये के ऊपर ट्रेड कर रहा है।
ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक मार्च 2026 के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतें (MCX gold price) 4,000 डालर प्रति औंस से भी पार हो सकती हैं। यानी इसमें 5000 प्रति औंस तक का इजाफा हो सकता है। ऐसे में भारत में सोना मार्च 2026 में 1,23,000 रुपये (gold price in 2026) प्रति दस ग्राम हो सकता है।
इस साल में कितना महंगा हुआ सोना –
इस साल 2025 में सोने (sone ka aaj ka bhav) ने निवेशकों को लगभग 35 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इस समय सोना 3500 डॉलर प्रति औंस के लगभग है। कई बार ऑल टाइम हाई के रिकॉर्ड सोने ने इस साल में बनाए हैं। सोने का प्राइस टारगेट (gold target price) अब बढ़कर 3,700 डॉलर प्रति औंस हो गया है। कई देशों के बीच चल रही ट्रेड वॉर के कारण सोना 4,500 डालर प्रति औंस तक भी पहुंच सकता है। ऐसे में भारत में प्रति 10 ग्राम सोने का दाम 1 लाख 40 हजार रुपये हो जाएगा।
दीवाली पर इतने हो जाएंगे सोने के दाम –
साल 2025 के अंत तक अंतराराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमत (sone ki kimat) औसत रूप से 3,675 प्रति औंस तक जा सकती हैं। दिवाली के आने पर बाजार में सोने की मांग बढ़ जाती है और इसकी कीमतों में भी इजाफा होता है। ऐसे में यह उस समय 1,13,500 रुपये प्रति 10 ग्राम हो सकता है।
अगर मांग ज्यादा बढ़ती है तो सोना 1 लाख 15 हजार (gold rate in 2025) प्रति 10 ग्राम हो सकता है। विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंकों और निवेशकों की तरफ से सोने की औसत तिमाही मांग इस साल के अंत तक 710 टन रहने की संभावना है। इस कारण सोने के भाव में और तेजी आ सकती है।
सोने के भाव में अचानक हुआ बदलाव –
सोने की कीमतों में अचानक बढ़ौतरी देखने को मिली है, ठीक उसी तरह से अगले कुछ सालों में अचानक गिरने की भी आशंका है। अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि यदि केंद्रीय बैंकों की ओर से सोने की खरीदारी कम हो गई तो निकट भविष्य में यह सोने के लिए नकारात्मक साबित होगा।
चांदी (silver rate today) को लेकर एक्सपर्ट्स कहते हैं कि आर्थिक अनिश्चितता के चलते चांदी में हल्की गिरावट आ सकती है, लेकिन 2025 के अंत तक चांदी की कीमतों (chandi ki kimat) तगड़ी बढ़ौतरी देखने को मिल सकती है और भारत में 1 लाख 10 हजार प्रति किलो व वैश्विक मार्केट में 39 डालर प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं। (6 june gold price )
2028 में इतना होगा सोने का भाव –
एक्सपर्ट्स के मानना है कि साल 2028 तक सोने की कीमत 65 हजार 500 रुपये (sone ka aaj ka bhav) प्रति तोला तक पहुंच सकते हैं। इसकी वजह से ग्राहकों को सस्ता सोना खरीदने का शानदार मौका मिल सकता है। सोने की कीमतों में गिरावट आने की कई वजह बताई जा रही है।
सोने की मांग में कमी आना प्रमुख रूप से शामिल है। इसके अलावा वैश्विक आर्थिक स्थिति, भू-राजनीतिक तनाव कम होने के कारण भी सोने के रेट गिरावट आ सकती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर, बढ़ते टैरिफ और मंदी की उम्मीदों के चलते निवेशक सोने की ओर रुख कर रहे हैं। इस वजह सोने की कीमतों (sona chandi ki kimat) में तेजी आ सकती है।