Personal Loan Limit: जब अचानक पैसे की जरूरत पड़ती है—किसी मेडिकल इमरजेंसी, शादी, ट्रैवल या होम रिनोवेशन के लिए—तो सबसे आसान विकल्प होता है पर्सनल लोन. चूंकि यह एक अनसिक्योर्ड लोन होता है. यानी इसमें कोई गारंटी या संपत्ति की जरूरत नहीं होती. इसलिए बैंक इसमें थोड़ी ज्यादा ब्याज दर (12% से 24% सालाना) लगाते हैं. लेकिन सवाल यह उठता है कि आपकी सैलरी के आधार पर बैंक कितना पर्सनल लोन दे सकते हैं? आइए जानते हैं इसकी पूरी गणना और नियम.
बैंक सैलरी के कितने गुना तक दे सकते हैं पर्सनल लोन?
बैंक आमतौर पर आपकी मासिक आय का 20 से 30 गुना तक का पर्सनल लोन मंजूर कर सकते हैं. उदाहरण के तौर पर अगर आपकी मंथली सैलरी ₹1 लाख है, तो आप ₹20 लाख से ₹30 लाख तक का पर्सनल लोन ले सकते हैं—यह बैंक की पॉलिसी और आपके क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करता है.
सैलरी और संभावित पर्सनल लोन सीमा की टेबल
मासिक आय (₹) | पर्सनल लोन सीमा (₹) |
---|---|
25,000 | 5 लाख |
50,000 | 10 लाख |
75,000 | 15 लाख |
1 लाख | 20 लाख |
1.25 लाख | 25 लाख |
1.5 लाख | 30 लाख |
1.75 लाख | 35 लाख |
2 लाख | 40 लाख |
ध्यान दें कि यह आंकड़े अनुमानित हैं. असली लोन लिमिट बैंक की पॉलिसी आपके दस्तावेज और अन्य फैक्टर पर निर्भर करती है.
बैंक अधिकतम सीमा क्यों तय करते हैं?
लोन लिमिट तय करने के पीछे मकसद है कि कोई उधारकर्ता अपनी भुगतान क्षमता से ज्यादा लोन न ले ले. इससे डिफॉल्ट का जोखिम कम होता है और ग्राहक पर वित्तीय दबाव नहीं पड़ता. साथ ही यह भी देखा जाता है कि व्यक्ति पहले से कितने कर्ज के बोझ में है.
कुछ बैंकों की अधिकतम पर्सनल लोन सीमा
- Axis Bank – ₹40 लाख तक
- ICICI Bank – ₹50 लाख तक
- HDFC Bank – ₹40–₹50 लाख तक
- SBI – ₹20 लाख तक
हालांकि इन सभी में ग्राहक की क्रेडिट हिस्ट्री, आय और लोन रिपेमेंट क्षमता का खास ख्याल रखा जाता है.
बैंक किन फैक्टर्स के आधार पर लोन लिमिट तय करते हैं?
- मासिक आय
जितनी ज्यादा आपकी सैलरी होगी. उतनी ज्यादा लोन की पात्रता होगी. इसका सीधा असर लोन की राशि पर पड़ता है.
- क्रेडिट स्कोर
अगर आपका CIBIL स्कोर 750 या उससे ऊपर है, तो लोन मंजूरी मिलने की संभावना काफी बढ़ जाती है. लो स्कोर की स्थिति में बैंक लोन रिजेक्ट कर सकते हैं या ब्याज दर बढ़ा सकते हैं.
- पहले से चल रही ईएमआई
अगर आपने पहले से कोई लोन ले रखा है, तो बैंक आपकी बाकी पात्रता के अनुसार ही लोन देंगे. उदाहरण के लिए अगर आपकी अधिकतम पात्रता ₹17 लाख है और आपने पहले ही ₹5 लाख का लोन लिया हुआ है, तो अब आपको सिर्फ ₹12 लाख तक का ही लोन मिलेगा.
- लोन की अधिकतम सीमा
अधिकतर बैंक एक निश्चित अधिकतम सीमा से ज्यादा पर्सनल लोन नहीं देते. उदाहरण के तौर पर कुछ बैंक ₹25 लाख से ज्यादा का लोन नहीं देते. जबकि अन्य ₹40 लाख या ₹50 लाख तक की मंजूरी दे सकते हैं.
आपको कितनी ईएमआई देनी होगी?
लोन लेते समय सबसे जरूरी चीज होती है ईएमआई की गणना. आमतौर पर पर्सनल लोन की अवधि 12 महीने से 60 महीने तक होती है. आप चाहें तो EMI Calculator का उपयोग करके अपने लोन की मासिक किस्त पहले से जान सकते हैं.
लोन लेने से पहले किन बातों का ध्यान रखें?
- केवल जरूरत के अनुसार लोन लें – अतिरिक्त लोन वित्तीय बोझ बढ़ा सकता है
- ब्याज दर की तुलना करें
- प्रोसेसिंग फीस और अन्य चार्जेस जांचें
- प्री-पेमेंट और फोरक्लोजर नियम समझें
- अपनी EMI क्षमता का आकलन करें