Gold Silver Price Today: वैश्विक बाजार में आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच अमेरिका की फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों को स्थिर रखने का फैसला किया है. इस फैसले का असर गोल्ड और सिल्वर की कीमतों पर सीधा पड़ा है. लगातार तीसरे दिन सोने की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वहीं चांदी लगातार चौथे दिन महंगी हुई है. हालांकि आज यानी 20 जून 2025 को कीमतों में बढ़ोतरी सीमित रही है. लेकिन बीते कुछ दिनों में सोने में ₹720 और चांदी में ₹2200 प्रति किलो का इजाफा हुआ है.
दिल्ली में 24 कैरेट सोना ₹10 महंगा
राजधानी दिल्ली में आज 24 कैरेट सोने की कीमत ₹10 बढ़कर ₹1,01,220 प्रति 10 ग्राम हो गई है. वहीं 22 कैरेट सोने का रेट ₹92,810 प्रति 10 ग्राम है. तीन दिन पहले तक सोना क्रमश: ₹1,00,500 और ₹92,150 प्रति 10 ग्राम पर था.
प्रमुख शहरों में 22 और 24 कैरेट सोने के आज के रेट
दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई:
- 24 कैरेट सोना: ₹1,01,220 (दिल्ली), ₹1,01,090 (मुंबई, कोलकाता, चेन्नई)
- 22 कैरेट सोना: ₹92,810 (दिल्ली), ₹92,660 (अन्य)
हैदराबाद और बेंगलुरु:
- 24 कैरेट: ₹1,01,090
- 22 कैरेट: ₹92,660
पुणे और वडोदरा:
- पुणे: ₹92,660 (22 कैरेट), ₹1,01,090 (24 कैरेट)
- वडोदरा: ₹92,710 (22 कैरेट), ₹1,00,980 (24 कैरेट)
लखनऊ और पटना:
- पटना: ₹92,710 (22 कैरेट), ₹1,01,120 (24 कैरेट)
- लखनऊ: ₹92,810 (22 कैरेट), ₹1,01,220 (24 कैरेट)
अहमदाबाद और जयपुर:
- अहमदाबाद: ₹92,710 (22 कैरेट), ₹1,00,980 (24 कैरेट)
- जयपुर: ₹92,810 (22 कैरेट), ₹1,01,120 (24 कैरेट)
चांदी के भाव में लगातार चौथे दिन तेजी
चांदी की कीमतों में बीते चार दिनों से लगातार बढ़ोतरी जारी है. दिल्ली में आज चांदी ₹1,12,100 प्रति किलो बिक रही है, जो चार दिन पहले की तुलना में ₹2200 ज्यादा है.
अन्य शहरों में चांदी के रेट:
- मुंबई और कोलकाता: ₹1,12,100 प्रति किलो
- चेन्नई: ₹1,22,100 प्रति किलो (सबसे महंगी)
कीमतों में उछाल के पीछे क्या है वजह?
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों को स्थिर रखना, वैश्विक निवेशकों को गोल्ड में निवेश के लिए प्रोत्साहित करता है. इससे गोल्ड की मांग बढ़ती है और दाम में तेजी आती है. साथ ही डॉलर इंडेक्स में कमजोरी भी गोल्ड के लिए सपोर्टिंग फैक्टर बनती है.
निवेशकों के लिए सलाह
जो लोग गोल्ड में निवेश की योजना बना रहे हैं. उनके लिए यह समय लघु अवधि में तेजी से मुनाफा कमाने का अवसर हो सकता है. लेकिन लॉन्ग टर्म निवेश से पहले रेट में स्थिरता का इंतजार करना बेहतर हो सकता है. वहीं चांदी की तेजी भी इंडस्ट्रियल डिमांड से जुड़ी हुई है. इसलिए उसमें भी निवेश को लेकर प्लान बनाना चाहिए.
