गेहूं की उन्नत किस्म करन बोल्ड की खेती कर किसान ने इस वर्ष 73 क्विंटल प्रति हेक्टेयर का उत्पादन प्राप्त किया है। इसके लिए कृषि उत्पादन आयुक्त ने किसान को बधाई देते हुए अधिकारियों को अन्य किसानों को भी बीज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
किसान गेहूं की अधिकतम उपज प्राप्त कर सकें इसके लिए कृषि विश्वविद्यालयों द्वारा गेहूं की नई-नई किस्मों का विकास किया जा रहा है। किसान इन फसलों की खेती कर रिकॉर्ड पैदावार भी प्राप्त कर रहे हैं। इस कड़ी में जबलपुर जिले के पाटन विकासखण्ड के गांव कुकरभुका के किसान रामनरेश पटेल ने गेहूं की किस्म “करन बोल्ड” की खेती कर इस वर्ष 73 क्विंटल प्रति हेक्टेयर का उत्पादन प्राप्त किया है। मध्य प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त अशोक वर्णवाल ने इसके लिए किसान को बधाई दी है।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने अन्य किसानों को भी उच्च उत्पादन वाली गेहूँ की इस किस्म की बोनी करने के लिये किसानों को प्रेरित करने के निर्देश जिले के कृषि अधिकारियों को दिये हैं। कृषि उत्पादन आयुक्त अशोक वर्णवाल रबी की समीक्षा और खरीफ की तैयारी पर चर्चा करने कल आयोजित संभागीय बैठक में शामिल होने जबलपुर आये थे। उन्होंने बैठक के बाद कलेक्टर कार्यालय में किसान रामनरेश पटेल से चर्चा की तथा गेहूँ की नवीन किस्म की बोनी को लेकर उनके अनुभव जाने।
किसानों को दिए जाएँगे बीज
इस अवसर पर कृषि उत्पादन आयुक्त ने कृषि अधिकारियों को आगामी सीजन में करन बोल्ड गेहूँ की किस्म के प्राप्त आधार बीज का उपयोग बीज उत्पादक समिति के माध्यम से सीड चैन में लेकर बीज उत्पादन कार्यक्रम लेने के निर्देश दिये। इस दौरान उप संचालक कृषि डॉ.एस.के निगम, पाटन की अनुविभागीय कृषि अधिकारी डॉ. इंदिरा त्रिपाठी सहित जिले के अन्य कृषि अधिकारी मौजूद थे।
बायो फोर्टीफाइड किस्म है करन बोल्ड
उप संचालक कृषि डॉ. एस.के. निगम ने बताया कि किसान रामनरेश पटेल ने पिछले रबी सीजन में इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च (ICAR) करनाल द्वारा विकसित गेहूँ की किस्म करन बोल्ड का ब्रीडर सीड से आधार बीज उत्पादन कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। उन्होंने बताया कि गेहूँ की करन बोल्ड अधिक उत्पादन देने वाली बायो फोर्टीफाइड किस्म है और अगेती बोनी के लिये उपयुक्त होती है। इसमें माइक्रोन्यूट्रिएंट, आयरन, जिंक एवं विटामिन-ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह लीफ रोलर, स्टेम रस्ट एवं ब्लास्ट प्रतिरोधी है तथा मध्यप्रदेश के लिए उपयुक्त है। इसे एक नवंबर से बीस नवंबर के बीच बोने की सलाह दी जाती है।
गेहूं किस्म करन बोल्ड की विशेषताएं
कृषि विभाग के उप संचालक ने जानकारी देते हुए बताया कि गेहूँ की करन बोल्ड किस्म के एक हजार दानों का वजन 48 ग्राम होता है। इसकी चपाती की गुणवत्ता अच्छी होती है और बिस्किट स्प्रेड फैक्टर भी अधिक (8.5) होता है जो बिस्किट बनाने के लिए प्रयुक्त होता है। उन्होंने बताया कि इस किस्म की औसत उपज 63.9 क्विंटल प्रति हेक्टेयर एवं अधिकतम उपज क्षमता 86.4 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। यह किस्म 120 से 125 दिन में पककर तैयार होती है।
उन्होंने बताया कि किसान रामनरेश पटेल ने 6.7 हेक्टेयर में बीज उत्पादन कार्यक्रम लेकर न्यूमेटिक सीड ड्रिल से गेहूं की इस किस्म की बोनी की थी और उन्हें प्रति हेक्टेयर 73 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन प्राप्त हुआ। किसान पटेल ने बीज प्रमाणीकरण संस्था से भी पंजीयन कराया है तथा आगामी सीजन हेतु उनके पास लगभग 200 क्विंटल आधार बीज उपलब्ध है।