इस फसल की खेती बहुत किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित होती है क्योकि इसकी डिमांड बाजार में सबसे ज्यादा अधिक होती है। तो चलिए इसकी खेती के बारे में जानते है।
जुलाई में करें इस फसल की बुवाई
अरहर की बुवाई के लिए उच्च उपज देने वाली किस्म का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण काम होता है आज हम आपको अरहर की एक ऐसी किस्म के बारे में बता रहे है जो जल्दी पककर तैयार हो जाती है ये किस्म मध्यम आकार की और अर्ध-फैली हुई होती है इसके बीज छोटे और हल्के भूरे रंग के होते है। ये खाने में बहुत स्वादिष्ट होती है आप इसकी खेती से बहुत अच्छा मुनाफा कमा सकते है हम बात कर रहे है अरहर की उपास 120 किस्म की खेती की ये अरहर की एक उन्नत किस्म है।

कैसे करें खेती
अगर आप अरहर की उपास 120 किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। अरहर की उपास 120 किस्म की खेती के लिए दोमट और बलुई दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है इसकी बुवाई से पहले खेत की अच्छी जुताई करनी चाहिए और मिट्टी में गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट डालनी चाहिए। बुवाई के लिए प्रति हेक्टेयर 30 किग्रा बीज पर्याप्त होते है बुवाई से पहले बीज को राइजोबियम और पीएसB कल्चर से उपचारित करना चाहिए। बुवाई के बाद अरहर की उपास 120 किस्म की फसल करीब 120 दिनों में तैयार हो जाती है।
कितनी होगी उपज
अगर आप अरहर की उपास 120 किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत ज्यादा जबरदस्त पैदावार देखने को मिलेगी एक हेक्टेयर में अरहर की उपास 120 किस्म की खेती करने से करीब 18-20 क्विंटल की पैदावार होती है आप इसकी खेती से लाखों रूपए का मुनाफा कमा सकते है अरहर की उपास 120 किस्म की खेती बहुत लाभकारी साबित होती है।