Post Office Schemes : पोस्ट ऑफिस में एफडी (FD) को टाइम डिपॉजिट (TD) कहते हैं। बता दें कि यह एफडी की तरह ही होता है, जहां आप एक तय समय के लिए एकमुश्त पैसा जमा करते हैं। मैच्योरिटी पर आपको निश्चित रिटर्न मिलता है। ऐसे में पोस्ट ऑफिस में चार के लाख के निवेश पर कितनी कमाई होगी… पैसा लगाने से पहले यहां समझ लें पूरी कैलकुलेशन-
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा रेपो रेट में कटौती के बाद, अधिकांश बैंकों ने अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) की ब्याज दरें घटा दी हैं। हालांकि, इसके विपरीत, डाकघर (पोस्ट ऑफिस) की एफडी पर अभी भी पहले की तरह ही आकर्षक ब्याज मिल रहा है। यह उन निवेशकों के लिए एक बढ़िया विकल्प है जो अपनी बचत पर उच्च रिटर्न चाहते हैं, खासकर ऐसे समय में जब बैंक एफडी पर ब्याज दरें कम हो गई हैं।
बताते चलें कि पोस्ट ऑफिस में एफडी को टीडी यानी टाइम डिपोजिट के नाम से जाना जाता है। टीडी बिल्कुल एफडी की तरह ही होती है, जिसमें आप एकमुश्त राशि जमा करते हैं और एक तय अवधि पर मैच्यॉरिटी के बाद आपको एक फिक्स्ड अमाउंट मिलता है।
पोस्ट ऑफिस के TD Account में कितने रुपये जमा कर सकते हैं-
पोस्ट ऑफिस में आप सिर्फ चार अवधियों के लिए टाइम डिपॉजिट (Time Deposit) करा सकते हैं: 1 साल, 2 साल, 3 साल और 5 साल। इन पर ब्याज़ दरें इस प्रकार हैं: 1 साल पर 6.9%, 2 साल पर 7.0%, 3 साल पर 7.1%, और 5 साल पर 7.5% का शानदार ब्याज़ मिल रहा है।
टीडी खाते में कम से कम एक हजार रुपये जमा किए जा सकते हैं, जबकि इसमें अधिकतम पैसे जमा करने की कोई लिमिट (limit) नहीं है। यानी आप इसमें जितना मर्जी, उतना पैसा जमा करा सकते हैं। पोस्ट ऑफिस अपने सभी ग्राहकों को एक जैसा ब्याज देता है। पोस्ट ऑफिस में महिला, पुरुष, वरिष्ठ नागरिक सभी को एक बराबर ब्याज मिलता है।
12 महीने की टीडी में 4 लाख रुपये जमा करें तो कितने रुपये मिलेंगे-
पोस्ट ऑफिस की 1-साल की टाइम डिपॉजिट (TD) में चार लाख जमा करने पर, 6.9 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर से मैच्योरिटी (maturity) पर आपको लगभग ₹4,27,600 मिलेंगे। यह गणना साधारण ब्याज पर आधारित है।
इस हिसाब से अगर आप 12 महीने की टीडी में 4 लाख रुपये जमा करते हैं तो आपको 6.9 प्रतिशत के हिसाब से मैच्यॉरिटी पर कुल 4,28,322 रुपये मिलेंगे, जिसमें 28,322 रुपये का ब्याज शामिल है। ध्यान रहे कि पोस्ट ऑफिस में टीडी अकाउंट (post office td account) खुलवाने के लिए आपके पास पोस्ट ऑफिस में ही सेविंग्स अकाउंट (saving account) होना जरूरी है।