गाय, भैंस या बकरी का पालन करना जा रहे हैं तो चलिए आपको उन्हें चारा देने के लिए एक शानदार टिकाऊ जुगाड़ दिखाते हैं जो सस्ते में तैयार होगा-
पशुओं को चारा देने की समस्या
गाय, भैंस, भेड़, बकरी आदि के पालन में कमाई तो है लेकिन इसके लिए उनका स्वस्थ रहना भी जरूरी होता है। जिसके लिए हमें उन्हें समय पर चारा-दाना देना पड़ता है। लेकिन चारा-दाना देने के लिए भी एक जगह की जरूरत होती है। जिसकी व्यवस्था करने में अगर सीमेंट-ईंट आदि का इस्तेमाल किया जाए तो यह महंगा पड़ जाता है। लेकिन आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है यहां पर एक जुगाड़ दिखाने जा रहे हैं जो कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस जुगाड़ का इस्तेमाल करके पशुओं को सफाई के साथ चारा-दाना दे सकते हैं। जिसको वह दिन भर खा पाएंगे। उसमें गंदगी नहीं होगी। यानी की जमीन पर चारा देने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
पशुओं को चारा देने का जुगाड़
पशुओं को चारा देने का यह सस्ता जुगाड़ इंस्टाग्राम पर तेजी से वायरल हो रहा था तो हमने सोचा क्यों ना आपको भी यह जुगाड़ दिखाया जाए। क्योंकि हमारे साथ कई किसान और पशुपालक जुड़े हुए हैं। इस जुगाड़ का उद्देश्य यही है कि पशुओं को व्यवस्थित तरीके से चारा दिया जा सके। इसे बनाने के लिए एक प्लास्टिक का ड्रम लेना है जो की वीडियो में बताया जा रहा है कि 800 से 900 रुपए के बीच में मिल जाता है और एक ड्रम से दो पशुओं को चारा देने की व्यवस्था हो जाती है।
अगर बकरी का पालन करते हैं तो पूरा झुंड इसमें चारा खा सकता है। लेकिन गाय-भैंस जैसे बड़े जानवरों के लिए एक ड्रम से दो के लिए ही बन पाएगा। चलिए नीचे लिखे बिंदु के द्वारा जानते हैं इसे बनाना कैसे हैं और वीडियो भी देखते हैं।
- नीचे लगे वीडियो में दिखाया गया है कि एक प्लास्टिक का ड्रम लेकर उसे दो हिस्सों में काटा गया है।
- उसके बाद लोहे की पाइप ली गई है, उसे बिल्डिंग करके जोड़ा गया है। जिससे एक स्टैंड बनाया गया है।
- ड्रम का आधा हिस्सा एक स्टैंड पर रखा गया है।
- उसके बाद ड्रिल वाले नट से ड्रम को अटैच किया गया है।
- जिससे वह मजबूती से लगा रहता है, चलिए वीडियो में देखते हैं यह कैसे बनाया गया है।
इस वीडियो में आप देख सकते हैं एक बिल्डिंग मिस्त्री से इसे बनवाया गया है, और देखते ही देखते यह तैयार हो गया है। चलिए नीचे लगे वीडियो में देखते हैं कि बनने के बाद इसे कैसे एक पशुपालक इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस वीडियो में आप देख सकते हैं बहुत सारे पशु बंधे हुए हैं और चारा देने की जुगाड़ वाली व्यवस्था की गई हैं।