Gold Rate Today : सोने की कीमतों में आए दिन उतार-चढ़ाव देखने को मिल जाता है। जहां एक ओर पिछले काफी समय से सोने की कीमत में गिरावट देखी जा रही थी। वहीं अब सोने की कीमत में तेजी देखने को मिल रही थी। हाल ही में एक अपडेट जारी किया गया है, जिसमें बताया गया है कि सोना 1,53,000 रुपये तक कब पहुंच सकता है। आइए जानते हैं सोने की कीमत के बारे में पूरी जानकारी।
सोने की कीमतों में पिछले काफी समय से तेजी देखी जा रही है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि जिस हिसाब से सोने की कीमतों में उछाल आ रहा है, उस हिसाब से आने वाले समय में सोने की कीमतों में और भी ज्यादा उछाल देखा जा सकता है। सोने की कीमतों में आ रही से तेजी निवेशकों के लिए काफी लाभकारी साबित हो सकता है। खबर में जानिये कि कितने समय में सोने की कीमत 1,53,000 के पार पहुंच सकती है।
इतने दिनों में एक लाख पहुंच सकता है सोना-
16 जून को सोने ने 1 लाख रुपये के आंकडे को पार कर दिया था, अब एक बार फिर से सोने की कीमतों (Gold Price) में तेजी देखी जा सकती है। 16 जून से पहले सोना की कीमत (Sone Ka Bhav) 1 लाख रुपये के स्तर को पार कर चुकी है। साल 2025 में सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि साल 2025 के अंत तक सोने की कीमत 4,000 डॉलर प्रति औंस तक जा पहुंच सकती है।
सोने की कीमतों में आई जबरदस्त तेजी-
साल 2025 में सोने की कीमतों में (Gold rate) जबरदस्त तेजी देखी जा सकती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि साल 2025 के अंत तक सोने की कीमत 4,000 डॉलर प्रति औंस के स्तर को पार कर सकती है। अगले साल यानी 2026 में यह 5,000 डॉलर प्रति औंस का आंकड़ा भी पार कर गई है। यानी सोना इस साल 1,35,000 रुपये तक पहुंच सकता है। साल 2026 में गोल्ड 1,53,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है।
इतने डॉलर पर पहुंच गए हैं सोने के रेट-
20 अप्रैल को ग्लोबल मार्केट में सोने का स्पॉट (Gold Rate Hike) प्राइस 1.7 प्रतिशत उछलकर 3,383.87 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है। जोकि एक नया रिकॉर्ड बना सकता है। अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स भी 2 प्रतिशत से बढ़कर 3,396.10 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई है। इस साल अब तक सोना करीब 29 प्रतिशत का रिटर्न दे चुका है, जबकि पिछले अक्षय तृतीया से अब तक इसमें 35 प्रतिशत से भी ज्यादा की तेजी देखी जा रही है।
जानिये सोने की कीमतों में तेजी की वजह-
यार्डेनी का मानना है कि सोने की इस तेजी के पीछे वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, अमेरिका-चीन व्यापार तनाव और कमजोर होता डॉलर जिम्मेदार रहने वाला है। डॉलर में कमजोरी आने की वजह से अन्य करेंसी में निवेश करने वालों के लिए सोना सस्ता (Sone Ka Bhav) हो गया है, जिसकी वजह से सोने की मांग बढ़ी है।
एक्सपर्ट्स ने बताया कि कई देश अब डॉलर को सुरक्षित संपत्ति नहीं मानी जाती है और इसकी जगह सोना जमा कर रहे हैं। खासतौर पर वे देश जिनके अमेरिका से संबंध कमजोर हैं। इसके साथ ही दुनिया के ज्यादातर सेंट्रल बैंक भी तेजी से सोना खरीदी की जा रही है। यार्डेनी को लगता है कि यह ट्रेंड आगे भी जारी रहने वाला है।
एक्सपर्ट्स ने कही ये बात-
एक्सपर्ट्स के मुताबिक आज के अस्थिर माहौल में पोर्टफोलियो में सोना होना काफी ज्यादा जरूरी है। यह स्टॉक और बॉन्ड मार्केट की अनिश्चितता से बचाव में काफी ज्यादा मदद कर सकता है। हालांकि उन्होंने यह भी बताया है कि हाल के दिनों में कीमतों (Gold rate hike) में तेजी देखी जा रही है।
इसकी वजह से निकट भविष्य में थोड़ी गिरावट देखी जा सकती है। हालांकि उन्होंने इसे निवेश का एक बेहतर अवसर बताया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कुछ टैरिफ 1 जुलाई तक टाल दिए हैं और यह एक संकेत हो सकता है कि बाजार को जल्द ही कुछ अच्छी खबर सामने आ सकती है।
भारत में सोने की कीमतों को लेकर यार्डेनी ने भी जताई संभावना-
भारत को लेकर भी यार्डेनी आशावादी हैं। उन्होंने बताया कि भारत में अमेरिकी व्यापार समझौते की अच्छी संभावना लगाई जा रही है। अमेरिकी प्रशासन इसमें जल्दी कदम बढ़ाया जा सकता है। भले ही यह समझौता प्रतीकात्मक ही क्यों न हो। उन्होंने बताया कि विदेशी निवेशक अब भारत को एक स्थिर और आशाजनक बाजार के रूप में देख रहे हैं। कुल मिलाकर वैश्विक उठापटक के बीच सोना एक बार फिर निवेशकों के लिए सुरक्षित और आकर्षक विकल्प बनकर उभर रहा है। ( 21 july gold price )