Rajasthan Ka Mausam : राजस्थान में इस बार मानसून की बारिश ने तबाही मचाई है। पिछले कई दिनों से राज्य में मानसून एक्टिव है और अति भारी बारिश हो रही है। लेकिन अब मौसम में बड़ा बदलाव आने वाला है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में मौसम को लेकर बड़ा अपडेट जारी किया है। चलिए जानते हैं राजस्थान में फिर से बारिश का दौर किस तारीख से शुरू होगा।
देशभर में मानसून को एक्टिव हुए काफी समय हो चुका है। अब कुछ राज्यों में यह धीमा पड़ने लगा है तो वहीं, कई राज्यों में मानसून ने एक बार फिर तेज रफ्तार पकड़ी है। राजस्थान के मौसम की बात करें तो यहां मानसून अब पिछले कई दिनों से कमजोर होने की ओर बढ़ रहा है।
IMD की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, पूर्वी राजस्थान (Rajasthan Weather) के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र धीरे-धीरे पश्चिमी हिस्सों की ओर बढ़ रहा है और अगले 6 घंटों में यह पूरी तरह से कम दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा।
इसके अलावा, मौसम विभाग (Aaj Ka Mausam) ने आज जोधपुर के कई हिस्सों में गरज चमक के साथ बहुत तेज बारिश होने की संभावना जताई है। वहीं, अजमेर और उदयपुर के कुछ भागों में मेघ गर्जन और बिजली चमकने के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
28 जुलाई तक राजस्थान में कैसा रहेगा मौसम –
मौसम विभाग (IMD Weather update) ने भरतपुर, जयपुर, कोटा और बीकानेर के लगभग सभी भागों में आने वाले दिनों में बारिश की गतिविधियां कम होने की संभावना जताई है। इस बार राजस्थान में मानूसन (Monsoon Update) की रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है। कई जगहों पर अति भारी बारिश होने के कारण बाढ़ जैसे हालत बन गए हैं। मौसम विभाग ने राज्यभर में 20 जुलाई से भारी बारिश की तीव्रता में तेजी से गिरावट आने का अनुमान जताया है। इससे लोगों को बारिश के कहर से राहत मिलेगी। हालांकि, पूर्वी राजस्थान में 27 से 28 जुलाई के बीच अति भारी बारिश होने की पूरी पूरी संभावना बन रही है।
खराब मौसम के चलते विभाग ने सावधान रहने की सलाह दी है। मौसम वैज्ञानिक राधेश्याम शर्मा का कहना है कि प्रदेश में 20 जुलाई से बारिश का सिलसिला धीरे धीर रूकने लगेगा। इसके बाद 27 से 28 जुलाई के आसपास एक नया सिस्टम एक्टिव होने से राज्य के कई जिलों में अति भारी बारिश देखने को मिल सकती है।
राजस्थान में सामान्य से 126 प्रतिशत अधिक बारिश –
मौसम विभाग (IMD Weather) ने ताजा रिपोर्ट जारी करते हुए बताया है कि इस साल अबतक मानसून की अच्छी बारिश हुई है। 1 जून से 19 जुलाई 2025 तक राज्य में 324.6 Mm बारिश दर्ज की गई है जो सामान्य 143.8 Mm की तुलना में 126 प्रतिशत अधिक है।
IMD के मुताबिक, पूर्वी राजस्थान (Rajasthan Mausam) में 449.6 Mm वर्षा दर्ज की गई है, जो सामान्य 199 Mm से 126 प्रतिशत ज्यादा है, वहीं पश्चिमी राजस्थान में 225.1 Mm वर्षा रिकॉर्ड की गई है, जो सामान्य 99.9 Mm से 125% ज्यादा रही है।
जिलों में हुई बारिश के आंकड़े सामने आए हैं, जिसमें बारां जिले में 708.6 Mm, सवाई माधोपुर में 593.2 Mm, कोटा में 619.1 Mm और बूंदी में 539.2 Mm बारिश रिकॉर्ड की गई है। इन जिलों में सामान्य से 160 प्रतिशत से ज्यादा बारिश हुई है। वहीं, पश्चिमी राजस्थान के नागौर 380.1 Mm, चूरू 303.7 Mm और पाली 453.6 Mm में अति भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
इन जिलों में बारिश का कहर –
मानसून (Monsoon Update) के जोर पकड़ने के बाद राज्य में 18 और 19 जुलाई को कई जगहों पर मूसलाधार बारिश हुई है। बूंदी के नैनवां में 234.0 MM और नागौर के मेड़ता सिटी में 228.0 MM बरसात रिकॉर्ड की गई है। IMD ने इन दोनों ही इलाकों को अति भारी बारिश की श्रेणी में माना है। 19 दोपहर के बाद मौसम विभाग (Weather Update) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश के अजमेर का मांगलियावास, नसीराबाद, पीसांगन, किशनगढ़, पाली का रायपुर, धौलपुर का सरमथुरा, नागौर के डीडवाना और प्रतापगढ़ जिले में इस बार मानसून की सबसे ज्यादा बारिश हुई है।
राजस्थान के 47 जगहों पर बारिश ने तोड़ा रिकॉर्ड –
मौसम विभाग (Mausam Update) के अनुसार राजस्थान की 47 जगहों पर रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है। इस लिस्ट में इंदरगढ़ (बूंदी) 111.0 Mm, मसूदा (अजमेर) 110.0 Mm, कुम्भलगढ़ (राजसमंद) 95.0 Mm, लालसोट (दौसा) 97.0 मिमी, बिलाड़ा (जोधपुर) 90.0 Mm और पचपदरा (बाड़मेर) 75.0 Mm बारिश वाले स्थान रहे हैं।