longest expressways : देश के शहरों को आपस में जोड़ने के लिए सरकार और NHAI (national highway authority of india) की ओर से नए नए एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं। कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए खासकर बड़े शहरों को इन एक्सप्रेसवे (new expressway) के जरिये जोड़ा जा रहा है। अब देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे (longest expressway in india) बनकर तैयार होने वाला है। इसका 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इसके शुरू होने के बाद दूसरे शहरों के लिए लगने वाला समय आधा हो जाएगा। चलिए खबर में जान लेते हैं यह एक्सप्रेसवे कब तक बनकर तैयार हो जाएगा।
देशभर में अनेक एक्सप्रेसवे हैं, जो कई बड़े शहरों को आपस में जोड़ते हैं, लेकिन सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे इन सबसे हटकर होगा। इसका 80 प्रतिशत काम हो चुका है, बाकी का काम पूरा होते ही इस एक्सप्रेसवे (india’s longest expressway) से लाखों वाहन हाई स्पीड से दौड़ सकेंगे और आधे समय में सफर तय हो सकेगा। इस एक्सप्रेसवे के सभी चरणों का काम अब पूरा होने वाला है। यह एक्सप्रेसवे देश के कई शहरों को आपस में जोड़ेगा।
इतने किलोमीटर है इस एक्सप्रेसवे की लंबाई
देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) पर तेजी से काम चल रहा है। इसका केवल 20 प्रतिशत काम ही बाकी है। इसके बाद यह पूरा एक्सप्रेसवे जनता को समर्पित होगा और वाहन आवागमन कर सकेंगे। हालांकि इसके कई हिस्सों पर तो वाहन अब भी दौड़ रहे हैं।
देश में हाई कनेक्टिविटी के लिए दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway news) का निर्माण जारी है। करीब 1385 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे पर वाहन चालकों को कई तरह की सुविधाएं भी मिलती हैं। दावे किए जा रहे हैं कि इस एक्सप्रेसवे के पूरा बनने तक 1 लाख करोड़ से भी अधिक की लागत आ जाएगी।
कई शहरों व 2 महानगरों की बढ़ेगी कनेक्टिविटी
भारत के सबसे बड़े सड़क मार्ग प्रोजेक्टों (biggest road project) में शामिल दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे दिल्ली व मुंबई महानगरों को तो आपस में जोड़ेगा ही, इनके अलावा देश के कई अन्य बड़े शहरों को भी आपस में कनेक्ट करेगा।
इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद राजस्थान (rajasthan news) को भी फायदा मिलेगा। राजस्थान के कोटा के पास इस एक्सप्रेसवे के लिए सुरंग बनेगी जो गुरुग्राम और वडोदरा (Gurgaon and Vadodara) के बीच लगने वाले 20 घंटे से के समय को आधा करेगी।
आधे एक्सप्रेसवे पर दौड़ रहे वाहन
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (Ministry of Road Transport and Highways) व तमाम रिपोर्ट्स के अनुसार 1385 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे का काम 1155 किलोमीटर तक पूरा हो चुका है।
इस 1155 किलोमीटर में से 756 किलोमीटर के हिस्से में तो वाहन फर्राटा भर रहे हैं। यानी आधा एक्सप्रेसवे तो वाहन चालकों के लिए समर्पित है।
जल्द पूरा होगा बाकी काम
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (expressway in india) का काम पैकेजों में किया जा रहा है। अब वडोदरा पैकेज पर काम जारी है। सूरत और गुजरात-महाराष्ट्र सीमा के बीच 140 किलोमीटर की दूरी को कवर करने वाले कुछ पैकेजों के काम में देरी हुई है।
इसलिए बीच में इसके निर्माण की गति धीमी हो गई थी। जमीन अधिग्रहण (land acquisition for expressway) में अड़चन आदि आने के कारण इसमें देरी हुई। अब बाकी का काम जल्दी पूरा होने की संभावना है।
8 लेन का बन रहा है एक्सप्रेसवे
देश का यह सबसे लंबा एक्सप्रेसवे (longest Expressway) 8 लेन का होगा। भविष्य में इसे 4 लेन और बढ़ाकर 12 लेन का किया जा सकता है। इससे दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र की आपसी कनेक्टिविटी बढ़ेगी। 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन इस एक्सप्रेसवे पर दौड़ सकेंगे।
दिल्ली से मुंबई पहुंच जाएंगे इतने समय में
जब यह एक्सप्रेसवे पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा तो आप दिल्ली से मुंबई सिर्फ 12 घंटे में ही पहुंच जाएंगे। अब दिल्ली से मुंबई (delhi to mumbai expressway) तक 24 घंटे लगते हैं। इस एक्सप्रेसवे पर वाहन चालक देश के कई अन्य एक्सप्रेसवे और हाईवे (national highway news) की तुलना में अधिक तेजी से सफर कर सकेंगे।