New Railway Line in Haryana : हरियाणा में रेलवे नेटवर्क को ओर मजबूत किया जा रहा है। प्रदेश में एक नई रेल लाइन बिछाई जाएगी, जिसमें 104 किलोमीटर का नया नेटवर्क खड़ा होगा। इसपर 7 नए स्टेशन बनेंगे। देश के सबसे बड़े नेटवर्क रेलवे की हरियाणा में यह बड़ी सौगात है।
देश में रेलवे के नेटवर्क को ओर ज्यादा मजबूत किया जा रहा है। आम आदमी से लेकर लग्जरी क्लास तक के लिए रेवले नेटवर्क मायने रखता है। देश में घनी आबादी के गन्तव्य का साधन रेलवे है। रेलवे नेटवर्क को और मजबूत किया जा रहा है।
2500 करोड़ रुपये होंगे खर्च
यह रेलवे लाइन बिछाने के लिए 2500 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। रेलवे की ओर से राशि को जारी कर दिया गया है। नई 104 किलोमीटर लंबी रेलवे (Haryana Railway Line) लाइन को 7 रेलवे स्टेशन भी दिए जाएंगे।
यह रेलवे लाइन लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। इससे दिल्ली से हरियाणा-राजस्थान के तीन बड़े शहर आपस में कनेक्ट हो जाएंगे।
50 साल पुरानी मांग होगी पूरी
केंद्र सरकार की ओर से हरियाणा में 50 साल से चली आ रही मांग को पूरा कर दिया है। इस रेलवे लाइन (railway line) को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से महज 80 किलोमीटर दूर बसे हरियाणा के नूंह के लोगों को बहुत लाभ होगा।
यह होगा रेलवे रूट
यह नई रेलवे लाइन मेवात (mewat delhi railway line) क्षेत्र में ट्रेन चलाने के लिए बिछाई जाएगी। दिल्ली से सोहना-नूंह-फिरोजपुर झिरका से अलवर तक रेल लाइन (New Delhi to Alwar railway line) का नेटवर्क होगा।
इस रेलवे लाइन का कार्य प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के अंतर्गत किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में देश के अति पिछड़े 115 जिलों की पहचान की गई है। इनमें हरियाणा का नूंह भी है, जिसके विकास का लक्ष्य रखा गया है।
बहुत पिछड़ा है हरियाणा का यह जिला
हरियाणा में 2005 में गुरुग्राम से अलग एक जिला बनाया गया था, जिसका नाम मेवात (New Railway line for Haryana) रखा गया था। जहां देश में वंदे भारत और मेट्रो ट्रेन चल रही है, वहीं मेवात में लोगों को रेलवे नेटवर्क की सुविधा नहीं है। अब यहां के लोगों का सपना साकार होने जा रहा है। नई रेल लाइन 3 साल में बिछाई जाएगी। प्रोजेक्ट से जुड़ी सभी जरूरी औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है।
1971 से चली आ रही थी मांग
यहां पर रेलवे लाइन (railway line) बिछाने के लिए 1971 से मांग चली आ रही थी। पिछले बजट में सरकार ने नायब सिंह सैनी सरकार की सिफारिशों पर इस योजना को हरी झंडी दी थी। केंद्र सरकार की ओर से सर्वे करवाया गया और 1971 से चली आ रही मांग को पूरा किया गया।
गुड़गांव के तत्कालीन सांसद चौधरी तैयब हुसैन ने क्षेत्र के रेलवे लाइन की मांग रखी थी। दिसंबर 2024 में भिवानी महेंद्रगढ़ सीट के सांसद धर्मबीर सिंह ने रेलवे लाइन नहीं होने का जिक्र किया था। गुड़गांव सीट से सांसद केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी इसकी मांग कर रहे थे।
किस रूट पर चलेगी नई ट्रेन
नई रेल लाइन के लिए बजट जारी हो गया है। रेल लाइन (rail line in Delhi) बन जाने से लोगों को काफी फायदा होगा। इस रेल लाइन के तहत दिल्ली से अलवर को जोड़ा जाएगा। इसे सोहना नूंह फिरोजपुर झिरका जोड़े जाएंगे।
नई रेल लाइन बन जाने से जिले का विकास और तेज गति से हो सकेगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। 2028 तक यह रेलवे लाइन बनकर तैयार हो जाएगी। रेल लाइन बन जाने के बाद मेवात सीधा दिल्ली से कनेक्ट हो जाएगा।