UP New Expressway : उत्तर प्रदेश को सड़क कनेक्टिविटी में दुनिया का सबसे मजबूत राज्य बनाने के लिए योगी सरकार एक के बाद एक नए एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रही है। प्रदेश में छह एक्सप्रेसवे संचालित हैं और लगभग पांच एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा है। इसी बीच सरकार ने प्रदेशवासियों को एक और बड़ा तोहफा दिया है। यूपी में एक और नया एक्सप्रेसवे बनया जाएगा। चलिए जानते हैं किन जिलों से होकर गुजरेगा यह एक्सप्रेसवे –
यूपी को हर राज्य और जिले के साथ जोड़ने के लिए नए एक्सप्रेसवे और हाईवे का निर्माण किया जा रहा है। योगी सरकार ने हाल ही में प्रदेशवासियों को एक बड़ी सौगात दी है। अब यूपी में एक और लिंक एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे (expressway News) के बनने से लाखों लोगों को फायदा होगा।
15 किलोमीटर के एक्सप्रेसवे पर खर्च होंगे 940 करोड़ रुपये –
यूपी में चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे (Chitrakoot Link Expressway) बनाया जाएगा। इसे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के साथ कनेक्ट किया जाएगा। हाल ही में रिपोर्ट सामने आई है कि यह वारणसी-बांदा मार्ग पर बनने वाला लिंक एक्सप्रेसवे सिर्फ 548 दिनों में बनकर तैयार हो जाएगा। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस 15 किलोमीटर के लिंक एक्सप्रेसवे (UP Link Expressway) को बनाने के लिए 940 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए जाएंगे। बता दें कि इस एक्सप्रेसवे को भविष्य में 6 लेन का भी किया जा सकता है।
एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए विशेष व्यवस्था –
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे (Chitrakoot Link Expressway) के निर्माण पर विशेष ध्यान देने के लिए क्वालिटी कंट्रोल मैकेनिज्म की व्यवस्था भी की गई हैं। इसका उद्देश्य निर्माण से लेकर उपयोग तक हर स्टेज पर निर्माण की गुणवत्ता बनाए रखना है। बिहार और मध्य प्रदेश सीमा के करीब अहमदगंज तक फैले इस मार्ग से क्षेत्रीय परिवहन सुविधाओं में सुधार होगा और पहले से सफर काफी आसान हो जाएगा।
नए लिंक एक्सप्रेसवे (Up new link expressway) के बनने से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और चित्रकूट क्षेत्र के बीच मजबूत सड़क कनेक्टिविटी होगी। इससे न सिर्फ स्थानीय लोग बल्कि जबलपुर, कटनी, रीवा और सतना जैसे शहरों से आने वाले यात्रियों का सफर आसान हो जाएगा।
चित्रकूट से दिल्ली तक सफर होगा आसान
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे (Chitrakoot Link Expressway) के बनने से सिर्फ सफर ही आसान नहीं होगा। बल्कि यह लिंक एक्सप्रेसवे कई स्थानीय गांवों को बड़े महानगरों के साथ जोड़ेगा। इससे राज्य की आर्थिक गतिविधियां मजबूत होंगी। सबसे प्रमुख फायदा यह होगा कि यह गंगा एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे जैसे हाईवे नेटवर्क से जुड़ने का काम करेगा, जिससे चित्रकूट से दिल्ली का सफर आसान हो जाएगा।
548 दिन में बनकर तैयार हो जाएगा ये एक्सप्रेसवे –
सरकार ने खुद जानकारी देते हुए बताया है कि चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य 548 दिनों में पूरा कर दिया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे को बनाने के लिए सड़क खुदाई, पुल-नालों का निर्माण, साइनबोर्ड, ब्रिज, ड्रेनेज सिस्टम, लाइटिंग और रेखांकन जैसे कई कार्य शामिल होंगे। इसके अलावा, सरकार ने इसमें 5 साल की रखरखाव अवधि भी जोड़ी है, जिससे उपायोग के दौरान एक्सप्रेसवे को होने वाले नुकसान की देखभाल कंपनी करेगी।
एक्सप्रेसवे के बनने से खुलेंगे रोजगार के रास्ते –
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे (Chitrakoot Link Expressway Update) के तैयार होने पर सफर तो आसान होगा ही इसके साथ ही रोजगार के नए अवसर भी बढ़ेंगे। निर्माण कार्य के दौरान औद्योगिक, ढुलाई और सर्विस सेक्टर में कई लोगों को नौकरी मिलेगी। वहीं, एक्सप्रेसवे के बनने के आसपास के इलाकों में दुकानें, रेस्टोरेंट, लॉज आदि को खोलकर खुद का बिजनेस शुरू किया जा सकता है। इससे स्थानीय लोगों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। इसके साथ ही प्रदेश की आर्थिक और व्यापारिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी।
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे को पर्यावरण और सुरक्षा दोनों को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा। अनुमान है कि इस एक्सप्रेसवे को भविष्य में 6 लेन किया जा सकता है ताकि प्रदेश में बढ़ रहे ट्रैफिक दबाव को कम किया जा सके। कुल मिलाकर यह प्रोजेक्ट न सिर्फ चित्रकूट को नए विकास की दिशा में ले जाएगा बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी पंख लगएगा।
