UP employee salary hike : उत्तर प्रदेश में कर्मचारियों की सैलरी में तगड़ा इजाफा होने वाला है। कर्मचारियों की सैलरी 92% बढ़ेगी। उत्तर प्रदेश के 16 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को इसका लाभ होगा। उत्तर प्रदेश के कर्मचारियों के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने पहले भी कई अहम फैसले किए है।
उत्तर प्रदेश के कर्मचारियों को सैलरी बढ़ोतरी का तगड़ा लाभ मिल सकता है। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार लगातार अपने कर्मचारियों के लिए अहम कदम उठाती रहती है। एक बार फिर से सरकार की ओर से कर्मचारियों को सैलरी बढ़ोतरी का तगड़ा लाभ दिया जा रहा है। कर्मचारियों की सैलरी में जल्द ही तगड़ी बढ़ोतरी होने वाली है।
10 साल बाद हो रहा संशोधन
उत्तर प्रदेश के कर्मचारियों की सैलरी में 10 साल बाद संशोधन होने जा रहा है। 10 साल पहले कर्मचारियों के मूल वेतन में बदलाव किया गया था। 10 साल बाद फिर से कर्मचारियों के मूल वेतन को संशोधित किया जाएगा। वेतन आयोग की ओर से हर 10 साल में कर्मचारियों का मूल वेतन संशोधित किया जाता है।
वित्त मंत्री ने दिया जवाब
दरअसल उत्तर प्रदेश में कर्मचारियों के लिए आठवीं वेतन आयोग को लागू किया जाना है। उत्तर प्रदेश से पहले यह केंद्र में लागू होगा। केंद्र में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने राज्यसभा में लिखित जवाब दिया है। जिसमें उन्होंने बताया है कि आठवां वेतन आयोग को लेकर हितकारों के सुझाव मिले हैं। समय आने पर इसकी आधिकारिक सूचना जारी की जाएगी। इससे सैलरी और पेंशन में बढ़ोतरी निश्चित तौर पर होगी।
निर्धारित समय सीमा में सिफारिश की जाएगी तय
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने बताया कि आठवें वेतन आयोग की सिफारिश निर्धारित समय सीमा के भीतर तय की जाएगी। जनवरी 2025 में नए वेतन आयोग की घोषणा की गई थी, लेकिन अब तक सरकार की ओर से नए वेतन आयोग का गठन नहीं किया गया है।
जल्द किया जाएगा आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों का फैसला
केंद्रीय राज्य वित्त मंत्री पंकज चौधरी ने बताया कि सरकार की ओर से औपचारिक अधिसूचना जारी होने के बाद आठवीं वेतन आयोग के अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति की जाएगी। बढ़ती महंगाई और अन्य खर्चो के अनुरूप नए वेतन आयोग का गठन किया जाएगा। नया वेतन आयोग कर्मचारियों की सैलरी में संशोधन करेगा।
10 साल पहले इतनी बढ़ी थी सैलरी
सातवें वेतन आयोग के तहत 2016 में कर्मचारियों की सैलरी को संशोधित किया गया था। 1 जनवरी से यह सैलरी प्रभावित हुई थी। अब फिर से उत्तर प्रदेश की कर्मचारियों की सैलरी में संशोधन किया जाएगा। उस समय कर्मचारियों की मूल सैलरी को₹7000 से बढ़कर 18000 रुपए कर दिया गया था। यह फिटमेंट फैक्टर के आधार पर बढ़ी थी जो की 2.57 का था।
कितना हो सकता है कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर
इस बार भी कर्मचारियों की सैलरी में संशोधन फिटमेंट फैक्टर के आधार पर होगा। इस बार कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर 1.92 का रह सकता है। ऐसे में कर्मचारियों की सैलरी में 92% का इजाफा हो सकता है। यह इजाफा कर्मचारियों की मूल सैलरी में होगा। वास्तविक सैलरी में इजाफा इससे काफी कम रह सकता है। क्योंकि वास्तविक सैलरी का महंगाई भत्ता जीरो हो जाएगा, जिससे कर्मचारियों की बेसिक सैलरी ही उनको बढ़ी हुई महंगाई का लाभ दिलाएगा।
कितनी हो जाएगी कर्मचारियों की सैलरी
उत्तर प्रदेश में अगर कर्मचारियों की बेसिक सैलरी को 92 प्रतिशत बढ़ाया जाता है तो न्यूनतम बेसिक सैलरी 18000 रुपए प्रति महीना से बढ़कर 34560 हो जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार इसकी घोषणा केंद्र सरकार के तुरंत बाद कर देगी। कर्मचारियों की सैलरी में वास्तविक बढ़ोतरी अलाउंस को मिलाकर होगी। इस दौरान महंगाई भत्ता जीरो हो जाएगा।