UP Metro Updates : यूपी में अब मेट्रो लाइन का विस्तार किया जा रहा है। अब यूपीवालों को जल्द ही नई मेट्रो की सौगात मिलने वाली है। जानकारी के मुताबिक यूपी के तकरीबन 100 गांवों से अब नई मेट्रो को चलाया जाएगा, क्योंकि यूपी में चलने वाली इन नई मेट्रो (UP Metro )को चलाने के लिए 100 गांवों में किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। आइए खबर में जानते हैं इस बारे में।
यूपी में मेट्रो लाइन को गति देने के लिए योगी सरकार काफी प्रयास कर रही है। अब यूपी के 100 गांवों के किसानों से भूमि अधिग्रहण के लिए जमीन ली जाएंगी और भूमि अधिग्रहण करने के लिए किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा।
आइए खबर में जानते हैं कि किन किसानों को कितना मुआवजा दिया जाएगा और यूपी में इन नई मेट्रो(UP Metro Updates ) का निर्माण कब तक हो जाएगा।
कहां बनाई जाएगी नई मेट्रो लाइन
दरअसल, बता दें कि यूपी के प्रयागराज में लाइट मेट्रो (Prayagraj Light Metro) परियोजना के विकास को नई गति मिल रही है। अब यहां भूमि अधिग्रहण के लिए मेट्रो काउंसिल का गठन किया जाएगा, जिसमें 30 सदस्य शामिल होंगे और 44 किलोमीटर के दो रूटों पर 39 स्टेशन का निर्माण किया जाएगा।
इसके लिए किसानों को सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा (circle rate compensation) दिया जाएगा। लाइट मेट्रो का संचालन दो फेज में किया जाएगा, जिसका पहला फेज बमरौली से झूंसी सिटी लेक तक हो जाएगा।
जल्द होगा भूमि अधिग्रहण का काम
स्मार्ट सिटी प्रयागराज (Prayagraj Light Metro) में लाइट मेट्रो को साकार रूप देने की चर्चा तेज हो गई है। इस नई मेट्रो स्टेशन का स्थान पहले से तय किया जा चुका है। अब ट्रैक और स्टेशन के निर्माण के लिए जल्द भूमि अधिग्रहण की जाएगी। भूमि अधिग्रहण के लिए मेट्रो काउंसिल का गठन किया जाएगा। काउंसिल भूमि अधिग्रहण का प्रोसेस जल्द शुरू होगा।
भूमि अधिग्रहण (Land acquisition) के लिए गठित होने वाली मेट्रो काउंसिल में 30 सदस्य को शामिल किया जाएगा और इसमें प्रमुख सचिव नगर विकास और राज्य निर्वाचन आयुक्त सहित 10 संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल होंगे। साथ ही 20 लोगों को काउंसिल का सदस्य बनाया जाएगा।
दो रूट में होगा लाइट मेट्रो का संचालन
प्रयागराज में लाइट मेट्रो (Prayagraj Light Metro ) के संचालन को लेकर बीते गुरुवार को लखनऊ में इस मामले के बारे में बैठक हुई, जिसमे इस बात को लेकर चर्चा की गई। नगर आयुक्त साईं तेजा और नगर निगम के मुख्य अभियंता ने बैठक में पार्ट लिया और बैठक में सीएम ग्रिड योजना के तहत जो सड़के बनाई जाएंगी, उनकार मंथन किया गया। इस दौरान शहर में 44 किलोमीटर की दूरी में लाइट मेट्रो का संचालन दो रूट पर किया जाना है।
इतनी आएगी परियोजना की लागत
बता दें कि लाइट मेट्रो (UP Light Metro Updates ) के लिए दोनों रूटों को मिलाकर 39 स्टेशन का निर्माण किया जाएगा और इसमें मुख्य स्टेशन परेड मैदान में बनाया जाएगा। लाइट मेट्रो के संचालन में 8747 करोड़ रुपये की लागत आ सकती है।
इस मेट्रो लाइन का संचालन बमरौली से सिटी लेक झूंसी तक 23 किलोमीटर तक किया जाएगा और शांतिपुरम से छिवकी (Shantipuram to Chheoki) 21 किलोमीटर तक किया जाएगा। इस परियोजना में तकरीबन 100 गांव के काश्तकारों से जमीन का अधिग्रहण किया जाना है और इसके लिए काश्तकारों को सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा दिया जाएगा।
कितने फेज पर होगा काम
जानकारी के मुताबिक इस परियोजना (UP Metro Projects) के तहत ट्रैक और स्टेशन बनाने की जद में जो मकान आएंगे, उन किसानों की जमीन को कीमत का दो गुना मुआवजा दिया जाएगा।
अपर नगर आयुक्त का कहना है कि बमरौली, झूंसी, फाफामऊ और नैनी क्षेत्र में ट्रैक और स्टेशन बनाने के लिए जमीन अधिग्रहण का काम शुरू होगा। इस परियोजना के लिए लाइट मेट्रो का संचालन दो फेज में कराया जाएगा।
इस रेल लाइन के पहले फेज में बमरौली से झूंसी सिटी (Bamrauli to Jhunsi City) लेक तक 20 स्टेशन का निर्माण किया जाएगा। वहीं शांतिपुरम से छिवकी तक 19 स्टेशन तक बनाए जाएंगे। बता दें कि इसके एक स्टेशन पर एक से दो मिनट तक लाइट मेट्रो का स्टापेज होगा।
बमरौली से सिटी तक में इतने स्टेशन होंगे शामिल
इन 23 किमी तक के रूट (Bamrauli to City Route) में कई स्टेशन शामिल होंगे। इन स्टेशन में बमरौली,शमीम मार्केट, ट्रांसपोर्टनगर, गयासुद्दीनपुर, मीरापट्टी, वसुंधरा विहार कालोनी,सूबेदारगंज, धूमनगंज, एल रोड, मेडिकल कालेज चौराहा, मधवापुर, प्रयागराज जंक्शन, सिविल लाइंस, संगम, आजाद नगर, झूंसी, त्रिवेणीपुरम, सिटी लेक फारेस्ट स्टेशन का नाम शामिल होगा।
शांतिपुरम से छिवकी रूट में आएंगे इतने स्टेशन
वहीं, 21 किमी शांतिपुरम, (Shantipuram to Chheoki Route) गंगानगर, फाफामऊ, प्रीतमनगर, एमएनएनआईटी, परेड मैदान, मिंटो पार्क, तेलियरगंज,यूनिवर्सिटी रोड, कर्नलगंज, मजार चौराहा,इवि,प्रीतमगंज, महेवा पट्टी, अंबेडकर नगर, अरैल, नैनी बाजार रोड, नैनी, छिवकी स्टेशन को शामिल किया गया है।
जानिए क्या है लाइट मेट्रो
लाइट मेट्रो की बात करें तो लाइट मेट्रो (Light Metro kya hai) मेट्रो से बेहद छोटी होती है, जिसमे तीन कोच होते हैं। इन कोच में तीनों डिब्बों 200 से 300 यात्री एक साथ बैठ कर ट्रेवल कर सकते हैं।
लाइट मेट्रो का ट्रैक सड़क के समानांतर जमीन पर किया जाता है और जहां पर सड़क और फुटपाथ की चौड़ाई कम होती है, वहीं, के लिए लाइट मेट्रो का संचालन सुगम होता है। लाइट मेट्रो का स्टेशन स्टेशन की तरह तो होता है, लेकिन इसका दायरा छोटा होता है।
