सितंबर में किसान भाई यह फसल लगाकर एक एकड़ जमीन से 10 लाख तक का प्रॉफिट उठा सकते हैं।
1 एकड़ से कैसे होगी 10 लाख की कमाई
1 एकड़ में अगर पारंपरिक फसलों की खेती की जाए तो कुछ हजार रुपए ही कमा सकते हैं। लेकिन अगर यह फसल लगा देंगे तो 10 लाख रुपए से ज्यादा का प्रॉफिट हो सकता है। कुछ कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि इससे 15 लाख तक की कमाई भी संभव है।
दरअसल, यहां पर हरी मिर्च की खेती की बात हो रही है। जैसा कि आप जानते हैं, पूरे साल हरी मिर्च की मांग बनी रहती है। हरी मिर्च का इस्तेमाल सब्जी बनाने, अचार बनाने और मसाला बनाने में किया जाता है। इसलिए अगर किसान बड़े पैमाने पर इसकी खेती करते हैं तो अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। यह लंबी अवधि की फसल है, एक बार लगाकर लंबे समय तक कमाई की जा सकती है। चलिए अब जानते हैं इसकी खेती के बारे में।
खेती का तरीका
हरी मिर्च की खेती करने के लिए सबसे पहले बढ़िया वैरायटी का चयन करना चाहिए। खेती के लिए मिट्टी को अच्छे से तैयार करें। पानी की बचत करना चाहते हैं तो ड्रिप सिस्टम का इस्तेमाल करें। सरकार से ड्रिप और मल्चिंग पर सब्सिडी भी मिलती है, जिससे खेती आसान हो जाएगी और उत्पादन अधिक मिलेगा।
सितंबर में हरी मिर्च की खेती करने पर दिसंबर तक फसल तैयार हो जाती है और लंबे समय तक उत्पादन देती है। इसकी खेती में 90 से 130 दिन का समय लगता है, जो वैरायटी के आधार पर निर्भर करता है।
एक एकड़ में अगर हाइब्रिड किस्म के बीज लगाए जाएं तो 80 से 100 ग्राम बीज लगता है और सामान्य वैरायटी के लिए 200 ग्राम बीज की आवश्यकता होती है। बीज बोने से पहले उनका उपचार करना जरूरी है। बीज की गुणवत्ता को ध्यान में रखकर ही बोवाई करनी चाहिए। हरी मिर्च की बेहतरीन वैरायटी की बात करें तो हाइब्रिड में रानी 332 F1, G4 हरी मिर्च लगाई जा सकती है।
खेती में आने वाली लागत
हरी मिर्च की खेती अगर किसान सामान्य तरीके से करते हैं तो प्रति एकड़ लगभग ₹50,000 तक का खर्च आता है। वहीं, हाइब्रिड किस्म लगाते समय लगभग ₹40,000 तक का खर्च हो सकता है। अगर किसान आधुनिक तकनीकों से खेती करते हैं तो खर्च थोड़ा बढ़ जाता है, लेकिन सरकार से अनुदान लेकर इस खर्च को कम किया जा सकता है।
मिर्च की खेती से अधिक उत्पादन लेने के लिए किसानों को मिट्टी और खाद का उचित प्रबंध करना चाहिए। खेत में जैविक खाद डालनी चाहिए। एक एकड़ में 50 क्विंटल तक वर्मी कम्पोस्ट खाद डाली जा सकती है। खेती हमेशा धूप वाली जगह पर करनी चाहिए। खरपतवार निकालते रहना चाहिए और फसल को कीट व रोग से बचाना जरूरी है।
क्योंकि यह लंबी अवधि की फसल है, इसलिए बीच-बीच में खाद मिट्टी में मिलाते रहना चाहिए तथा समय-समय पर छिड़काव भी करना चाहिए। मिर्च की खेती के साथ-साथ किसान बीच-बीच में प्याज, धनिया और गेंदा की फसल भी ले सकते हैं। जैविक कीटनाशक के रूप में नीम तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। इस तरह किसान भाई सितंबर में सिर्फ 200 ग्राम बीज लगाकर 1 एकड़ से 10 लाख रुपए तक का प्रॉफिट कमा सकते हैं।