राशन कार्ड- राशन कार्ड धारकों के लिए बड़ी खबर। 2 लाख से ज़्यादा लोग अब राशन नहीं ले पाएंगे। जी हाँ, आपने सही सुना। अगर आप गाजियाबाद में रहते हैं और राशन कार्ड के ज़रिए हर महीने सरकारी राशन लेते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद ज़रूरी है। जिला आपूर्ति विभाग ने साफ़ कर दिया है कि जिन लोगों ने अभी तक अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी नहीं की है, उन्हें अगले महीने से राशन नहीं मिलेगा।
जिला पूर्ति विभाग के अनुसार, गाजियाबाद में वर्तमान में लगभग 4.48 लाख राशन कार्ड धारक हैं और इनसे कुल 19.64 लाख लाभार्थी जुड़े हुए हैं। इनमें से लगभग 2.71 लाख लोग अभी तक ई-केवाईसी नहीं करवा पाए हैं। विभाग ने चेतावनी दी है कि अगर 31 अगस्त 2025 तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं हुई, तो इन सभी लाभार्थियों के नाम सिस्टम से हटा दिए जाएँगे और उन्हें सरकारी राशन नहीं मिलेगा।
विभाग कई महीनों से बार-बार अपील कर रहा है कि सभी लोग अपना ई-केवाईसी करवा लें। राशन डीलरों के माध्यम से भी लोगों को लगातार सूचित किया जा रहा है। पहले होता यह था कि लोगों को बिना ई-केवाईसी के भी राशन मिल जाता था, लेकिन अब नियम बदल गए हैं। अब जिनके पास ई-केवाईसी नहीं होगी, उनका नाम सिस्टम में नहीं दिखेगा और राशन डीलर राशन नहीं दे पाएगा।
ई-केवाईसी प्रक्रिया कैसे पूरी होगी?
ई-केवाईसी की प्रक्रिया बेहद आसान है। इसके लिए राशन कार्ड धारक को केवल अपना राशन कार्ड और आधार कार्ड साथ ले जाना होगा। नज़दीकी राशन डीलर के यहाँ मौजूद पीओएस मशीन से बायोमेट्रिक सत्यापन करके ई-केवाईसी पूरी की जा सकती है। गौरतलब है कि राशन कार्ड में दर्ज सभी सदस्यों की ई-केवाईसी करवाना ज़रूरी है। अगर एक भी सदस्य की प्रक्रिया अधूरी रह जाती है, तो पूरे कार्ड का नाम सूची से हटाया जा सकता है।
जोखिम में कौन है?
जिन लोगों ने समय पर ई-केवाईसी नहीं कराई है, उनकी सरकारी राशन सुविधा पर सीधा असर पड़ेगा। गाजियाबाद के करीब 2.71 लाख लाभार्थी इस समय खतरे में हैं। अगर ये लोग 31 अगस्त तक प्रक्रिया पूरी नहीं करते हैं, तो सितंबर से इन्हें राशन की दुकान से मुफ्त या सस्ता राशन मिलना बंद हो जाएगा।
जिला पूर्ति विभाग अधिकारी अरविंद यादव का कहना है कि राशन वितरण प्रणाली को पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य कर दिया गया है। अगर कोई लाभार्थी समय पर प्रक्रिया पूरी नहीं करता है, तो उसका नाम सिस्टम से स्वतः ही हटा दिया जाएगा। सभी लाभार्थियों से अपील है कि वे जल्द से जल्द यह प्रक्रिया पूरी करें।
ई-केवाईसी क्यों आवश्यक है?
दरअसल, ई-केवाईसी का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि सरकारी राशन का लाभ केवल वास्तविक और पात्र लोगों को ही मिले। कई बार देखा गया है कि एक ही नाम से कई कार्ड बन गए हैं। या फिर लोग फर्जी नाम जोड़कर गलत तरीके से राशन ले रहे हैं। ऐसे मामलों को रोकने के लिए सरकार ने ई-केवाईसी को अनिवार्य कर दिया है।
