GST on Insurance: मौजूदा समय में ज़्यादातर लोग अपने परिवार के स्वास्थ्य और आर्थिक सुरक्षा के लिए बीमा करवाते हैं। वहीं, सरकार की ओर से जीएसटी दर में बड़ा बदलाव किया गया है। दरअसल, सरकार की ओर से बीमा पॉलिसी पर लगने वाले 18 प्रतिशत जीएसटी को शून्य कर दिया गया है। इसका सीधा मतलब है कि आपका बीमा पहले से सस्ता होगा। इसी बीच खबर आ रही है कि बीमा कंपनियों का प्रीमियम काफी महंगा हो सकता है। ऐसे में आम आदमी के मन में सवाल है कि क्या बीमा वाकई सस्ता होगा या महंगा। ऐसे में हम आपको इस लेख के ज़रिए विस्तार से समझाते हैं कि इसका कितना फायदा होगा।
जानते हैं पहले क्या होता था?
मान लीजिए आपका बीमा प्रीमियम 100 रुपये था, जिस पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगता था। यानी पहले आपको 118 रुपये देने पड़ते थे। कंपनी 18 रुपये सरकार को देती थी। कंपनी ने अपने खर्चों पर 5 रुपये जीएसटी रखा था। ऐसे में कंपनी को ये 5 रुपये मिलते थे, जिसे आईटीसी यानी इनपुट टैक्स क्रेडिट कहते हैं। ग्राहकों को 118 रुपये देने पड़ते थे, लेकिन कंपनी को थोड़ी राहत मिली।

अब क्या होगा पता है?
नई व्यवस्था में प्रीमियम पर कोई GST नहीं लगेगा, यानी 100 रुपये के प्रीमियम पर सिर्फ़ 100 रुपये ही देने होंगे। ग्राहकों का खर्च तो कम हुआ है, लेकिन अब कंपनी को अपने खर्च पर दिए गए GST का ITC नहीं मिलेगा। यानी वो 5 रुपये अब कंपनी का सीधा खर्च बन जाएँगे।
गणना के जरिए इसे ऐसे समझें
मान लीजिए आपकी पॉलिसी का प्रीमियम 20 हज़ार रुपये है। पहले 20 हज़ार रुपये के साथ 18 प्रतिशत जीएसटी के साथ 23,600 रुपये देने पड़ते थे। यानी 3,600 ज़्यादा देने पड़ते थे। लेकिन अब 20 हज़ार रुपये देने होंगे। इससे ग्राहकों को ज़्यादा फ़ायदा होगा। इसके बाद, अगर कंपनियाँ दाम बढ़ाती भी हैं, तो फ़ायदा आपको ही होगा।
मान लीजिए पॉलिसी की कीमत 20 हज़ार रुपये है, लेकिन कंपनी ने उसमें 1 हज़ार रुपये की बढ़ोतरी कर दी है। 18 प्रतिशत जीएसटी के हिसाब से 3600 रुपये ज़्यादा देने पड़ते। अब आपको वो नहीं देने होंगे। यानी पॉलिसी की रकम बढ़ने के बावजूद आपको फ़ायदा होगा।

किसे कितना लाभ होगा
आपको बता दें कि बीमा पर शून्य जीएसटी से ग्राहकों को सीधा लाभ होगा। अब उन्हें 10 प्रतिशत जीएसटी नहीं देना होगा। हालाँकि, बीमा कंपनियों को नुकसान हो सकता है, क्योंकि अब उन्हें आईटीसी नहीं मिलेगा। वे इस खर्च को स्वयं वहन करेंगी या धीरे-धीरे इसे प्रीमियम दरों में जोड़ सकती हैं।
वहीं, जीएसटी से सरकार की आय कम होगी, लेकिन सरकार के अनुसार, ज़्यादा लोग बीमा लेंगे और लंबे समय में इसका बड़ा फ़ायदा होगा। इसका साफ़ मतलब है कि ग्राहकों को शून्य जीएसटी का बड़ा फ़ायदा मिलेगा।