UP News : यूपी कर्मचारियों में आठवें वेतन आयोग के लागू होने को लेकर बेसब्री से इंतजार बना हुआ है। अब हाल में नए वेतनमान के लागू होने को लेकर एक अच्छी खबर सामने आई हैं, जिसके तहत इस बार यूपी के कर्मचारियों की सैलरी (UP employees’ salaries) में बंपर इजाफा देखने को मिल सकता है। आए खबर में जानते हैं किस कर्मचारियों को कितना लाभ हो सकता है।
समय बीतने के साथ ही कर्मचारियों में आठवें वेतन के लागू होने को लेकर उम्मीदें काफी बढ़ गई है। कर्मचारियों में इस बात को लेकर चर्चा हो रही है कि इसके लागू होते हुए उनकी सैलरी में बंपर उछाल देखने को मिलेगा। जानकारी के मुताबिक आठवां वेतन आयोग यूपी के कर्मचारियों की तकदीर बदल सकता है। आईए खबर के माध्यम से जानते हैं आठवें वेतन आयोग (8th cpc) से जुड़े अपडेट के बारे में।
सातवें वेतन आयोग के लागू करने का प्रोसेस
वर्तमान में चल रहे 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) की सिफारिशें 1 जनवरी 2016 से लागू हुई थी, लेकिन इसमें पारदर्शिता बढ़ाने के लिए 19 स्तरों का पे मैट्रिक्स को दर्शाया गया। इससे यूपी के कर्मचारियों का न्यूनतम मूल वेतन प्रति माह के हिसाब से 7,000 रुपये से बढ़ाकर 18,000 रुपये कर दिया गया और फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor ) 2.57 तय किया गया था। यानी की देखा जाए तो पुराने वेतन को इस अनुपात से गुणा करके नई सैलरी को निकाला जाता है और इसी हिसाब से न्यूनतम पेंशन 3,500 रुपये से बढ़ाकर 9,000 रुपये कर दी गई थी।
कैसा होगा पे मैट्रिक्स का स्ट्रक्चर
रिपोर्ट पर गौर करें तो वर्तमान में चल रहे 7वीं सीपीसी (7th CPC) में स्तरवार मूल वेतन तय किया गया। सैलरी पर गौर करें तो लेवल-1 पर कार्यरत कर्मचारियों का शुरुआती वेतन (UP employees salary) 18,000 रुपये था, जबकि लेवल-7 पर यह 44,900 रुपये तक पहुंचता है और लेवल-18 पर अधिकतम 2,50,000 रुपये तक पहुंचता था। सरकार की इस व्यवस्था ने कर्मचारियों को वेतन में एक स्थायी ढांचा दिया।
कर्मचारियों की बढ़ी उम्मीदें
जानकारी के मुताबिक सरकार ने जनवरी 2025 में 8वें वेतन आयोग (8th cpc updates )के गठन को लेकर मंजूरी दे दी है। लेकिन अभी तक इसकी सटीक समयसीमा तय नहीं हुई है। सिर्फ उम्मीद की जा रही है कि यह 1 जनवरी 2026 से लागू हो सकता है, लेकिन मौजुदा हालातों को देखते हुए यही लग रहा है कि आठवां वेतन आयोग 2027 तक टल सकता है। अगर इसमें देरी होती है, तो कर्मचारियों को एरियर (arrears to employees) के रूप में वेतन अंतर का भुगतान किया जा सकता है।
फिटमेंट फैक्टर से कैसे बढ़ेगी सैलरी
अब बात आती है फिटमेंट फैक्टर (fitment factor)। उम्मीद है कि 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1।83 से 2।86 के बीच रह सकता है। अगर ऐसा होता है तो इससे सैलरी में बंपर लाभ देखने को मिलेगा। जैसे कि अगर किसी कर्मचारी का वर्तमान मूल वेतन लेवल-1 पर 18,000 रुपये है, तो फिटमेंट फैक्टर के बढ़ने पर यह 32,940 रुपये से 44,280 रुपये तक पहुंच सकता है। उम्मीद है कि इस बार कर्मचारियों की सैलरी में 40 से 50 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हो सकती है। कर्मचारियों की सैलरी (UP employees’ salaries)में इस बंपर बढ़ौतरी से कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन 34,500 रुपये से 41,000 रुपये तक पहुंच सकता है, जिससे कर्मचारियों को बड़ी राहत मिलेगी।
भत्तों और पेंशन में होगा बंपर बदलाव
8वें वेतन आयोग के लागू होने पर सैलरी के साथ ही भत्तों और पेंशन पर भी असर पड़ेगा। संभव है कि आठवें वेतन आयोग के लागू होने पर डीए, एचआरए और ट्रांसपोर्ट अलाउंस की समीक्षा और पुनर्गठन हो सके। बताया जा रहा है कि डीए को रीसेट करके सीधे मूल वेतन में एड कर दिया जाए, जिससे पेंशन लाभ ओर कई दिनों तक स्थायी रह सकें। साथ ही प्रदर्शन आधारित प्रोत्साहन (performance based incentives) की व्यवस्था पर भी सोच-विचार किया जा रहा है।
कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति होगी मजबूत
सातवां वेतन आयोग (7th cpc updates ) भी कर्मचारियों के लिए बड़ा बदलाव लेकर आया था, लेकिन 8वें वेतन आयोग से कर्मचारियों की उम्मीदें काफी बढ़ी हुई हैं। आठवें वेतन आयोग के लागू होने पर कर्मचारियों की सैलरी में बंपर बढ़ोतरी, भत्तों में सुधार और पेंशन में बंपर लाभ देखने को मिल सकते हैं। अगर आठवां वेतन आयोग 2026 में लागू होता है, तो सरकारी कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति इस महंगाई में कहीं बेहतर हो सकेगी।