UP News : यूपी में अब एक नए शहर को बसाने को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। यूपी का ये नया शहर 56,000 हेक्टेयर भूमि पर बसाया जाने वाला है। यूपी के इस नए शहर के बसाए जाने से 12 दर्जन गांवों की भूमि डेवलप होगी। यूपी में इस नए शहर (new cities in up) के विकास से प्रदेश को एक नई पहचान मिलेगी और लोगों के लिए रोजगार के नए अवसरों के द्वार खुलेंगे।
रियल एस्टेट के मामले में या फिर रोजगार के मामले में यूपी शहर इन दिनों नई ऊचाईयों को छू रहा है। अब जल्द ही यूपी में एक नए शहर को बसाए जाने को लेकर कवायद चल रही है और यूपी में इस नए शहर के बसाए जाने से प्रदेश की ये सिटी स्मार्ट सिटी (UP New Smart City) के रूप में विकसित हो सकती है। यूपी का ये नया शहर यह शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यापार के लिए एक समग्र केंद्र बनेगा। आइए विस्तार से जानते हैं इस नए शहर के बारे में।
जानिए क्या है विकास का विस्तृत मास्टर प्लान
जानकारी के लिए बता दें कि ग्रेटर नोएडा फेज-2 का मास्टर प्लान (Master Plan of Greater Noida Phase-2) तकरीबन 55,970 हेक्टेयर भूमि पर आधारित होने वाला है। यह प्रोजेक्ट (UP New City project) गौतमबुद्ध नगर से लेकर बुलंदशहर के गुलावठी तक के क्षेत्र में फैला होने वाला है और इस परियोजना को लेकर यूपी सरकार के चीफ टाउन एंड कंट्री प्लानर ने पहले ही मंजूरी दे दी है, और अब हाल ही में 40 गांवों की जमीन पर विकास कार्य की शरुआत हो जाएगी। यह विकास योजना क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए जरूरी कदम साबित हो सकता है।
युवाओं को मिलेंगे बेहतर करियर ऑप्शन
अब शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के लिहाज से ग्रेटर नोएडा फेज-2 (Greater Noida Phase-2) का नया शहर एक बड़े हब के रूप में विकसित होने जा रहा है, जिसके तहत, मास्टर प्लान में 10.4 प्रतिशत भूमि को शिक्षण संस्थानों के लिए रिजर्व किया गया है, इसमें यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज और इंजीनियरिंग कॉलेज को शामिल किया गया है। यह क्षेत्र के छात्रों को उच्च गुणवत्ता की एजुकेशन के साथ ही उन्हें बेहतर करियर ऑप्शन उपलब्ध कराएगा।इस प्रोजेक्ट में 144 गांवों को जोड़ा गया है, जिसे ग्रेटर नोएडा फेज-2 के नाम से जाना जाएगा।
मिलेंगी शॉपिंग की सुविधाएं
इसके साथ ही 4.8 प्रतिशत भूमि को कमर्शियल हब और शॉपिंग सेंटर के लिए तय किया गया है। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती (UP economy) मिलने के साथ ही रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। यह नया शहर यूपी के निवासियों की खरीदारी की जरूरतों का पूरा ध्यान रखेगा और साथ ही विभिन्न व्यवसायों के लिए भी एक आकर्षक स्थान बनेगा।
ट्रांसपोर्ट और कनेक्टिविटी सिस्टम में होगा सुधार
बता दें कि ग्रेटर नोएडा फेज-2 (Greater Noida Phase-2) में 13.2 प्रतिशत भूमि ट्रांसपोर्ट सुविधाओं के लिए पहले से ही रिजर्व की गई है, इस रिजर्व में मेट्रो और हाई-स्पीड ट्रेन जैसी आधुनिक परियोजनाएं को शामिल किया गया हैं। इन सुविधाओं के जरिए क्षेत्र की कनेक्टिविटी में सुधार होने के साथ ही निवासियों को यात्रा आसान होगी। इससे अन्य शहरों से बेहतर कनेक्शन स्थापित होगा, जिससे ग्रेटर नोएडा का विकास होगा।
रियल एस्टेट की बढ़ेगी डिमांड
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) के CEO, का कहना है कि इस विकास के साथ रियल एस्टेट की डिमांड में बंपर इजाफा हो सकता है। इस नए शहर के बसाए जाने से नई सुविधाएं, बेहतर कनेक्टिविटी और स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर निवेशकों के लिए सुनहरा मौका हो सकता है। इस प्रोजेक्ट के तहत, ग्रेटर नोएडा फेज-2 (Greater Noida Phase-2 Project) में जो सुविधाएं विकसित होंगी, वो दिल्ली-एनसीआर के सबसे आकर्षक निवेश स्थलों में से एक बन सकती है।
इन प्रजोक्ट्स में भी आएगी तेजी
अभी इस नए शहर को बसाने के लिए मास्टर प्लान (UP project Master Plan) को अंतिम मंजूरी के लिए यूपी कैबिनेट और दिल्ली-एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के पास भेजा जाना है। इस प्रोजेक्ट के लागू होने से औद्योगिक और अन्य विकास से जुड़े प्रोजेक्ट्स (UP development projects) को नई दिशा मिलेगी। यह पहल दिल्ली-एनसीआर के विकास में एक जरूरी कदम साबित हो सकता है। ग्रेटर नोएडा फेज-2 का विकास आम लोगों के लिए बेहतर जीवन मानक सुनिश्चित करेगा और साथ ही यह क्षेत्र की आर्थिक बढ़ौतरी को नई दिशा देगा।