Rain Forecast : मौसम विभाग की ओर से एक बार फिर से बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। बताया गया है कि मानसून की वापसी कब होगी और किन-किन दिनों में फिर से बारिश होने का अंदेशा है। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा समेत अलग-अलग राज्यों में कितनी बारिश हो सकती है।
देशभर में इस बार मानसून मेहरबान रहा है। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब सहित कई ऐसे राज्य है जहां कई साल बाद लोगों को ऐसी बारिश देखने को मिली है। बहुत सारे इलाकों में तो भू जलस्तर इतना बढ़ गया है कि लोगों के बेसमेंट तक में पानी भर गया है। बारिश का सिलसिला एक बार फिर से शुरू होने वाला है। इसको लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है।
बारिश का सिलसिला जारी
उत्तर भारत में इस बार जमकर बारिश (Heavy Rain Alert) हुई है। उत्तर प्रदेश और राजस्थान या फिर हरियाणा, पंजाब या फिर बिहार या फिर पहाड़ी राज्य हर जगह जमकर मानसून वर्षा हुई है। अभी भी बारिश का सिलसिला जारी है।
भारतीय मौसम विभाग की ओर से बताया गया है कि मानसून की वापसी इतनी जल्दी नहीं हो सकेगी। बंगाल की खाड़ी में नया मौसमी सिस्टम बन रहा है। आईएमडी के अनुसार देश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश का लंबा दौर फिर से शुरू हो सकता है। इससे मानसून की वापसी होने में देरी होगी।
किस दिन से शुरू होगी मानसून की वापसी
देश में मानसून (Monsoon Weather Update) की वापसी को लेकर अपडेट आया है कि 15 सितंबर से मानसून की वापसी शुरू नहीं होने वाली है। आमतौर पर मानसून 15 सितंबर के आसपास वापस जाने लगता है, मौसम विभाग का कहना है कि अभी वेदर सिस्टम अगले हफ्तों में एक्टिव होगा और जोरदार बारिश देखने को मिलेगी। इससे त्योहारों का रंग भी फीका पड़ सकता है। बंगाल की खाड़ी के कई हिस्सों में अगले हफ्ते भारी बारिश की संभावना है।
मानसून की वापसी इस दिन होगी
भारत मौसम विज्ञान (IMD Rain Alert) विभाग के अनुसार 25 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच फिर से बारिश के संकेत मिल रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार अगले सप्ताह उत्तरी और मध्य भारत में तेज बारिश देखने को मिल सकती है। राजस्थान बिहार उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश हो सकती है। मानसून की वापसी अक्टूबर के महीने में होने की संभावना है।
लगातार एक्टिव रहेगा मानसून
इस दौरान मानसून (Monsoon Rains) लगातार एक्टिव रहने वाला है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कई मौसमी सिस्टम बनने की उम्मीद है। इसकी वजह से पूर्वी मध्य और पश्चिमी भारत के हिस्सों में मानसून एक बार फिर एक्टिव हो जाएगा। नए सिस्टम बनने से मौजूदा सिस्टम को और ताकत मिलेगी।
जिससे दोनों सरकुलेशन सिस्टम मिलकर एक मजबूत प्रणाली का निर्माण करेंगे। इससे तूफान आने तक का अंदेशा है। ऐसा होता है तो संयुक्त प्रणाली मध्य और पश्चिम भारत के इलाकों में भी बारिश का दौर फिर से शुरू हो सकता है, जहां मानसून की विदाई हो चुकी है। 27 और 28 सितंबर को कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।