खरीफ फसलों की कटाई का समय आ गया है, और उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर 2025 तक मोटे अनाज (श्रीअन्न) जैसे मक्का, बाजरा और ज्वार की MSP पर खरीद शुरू करने का ऐलान किया है। ये फसलें गाँवों की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, और अच्छी कीमत मिलने से किसान भाई-बहन की कमाई बढ़ेगी। MSP में बढ़ोतरी के साथ मक्का के लिए ₹2400, बाजरा के लिए ₹2775, हाइब्रिड ज्वार के लिए ₹3699 और मालवांडी ज्वार के लिए ₹3749 प्रति क्विंटल दर तय की गई है। पंजीकृत किसान fcs.up.gov.in वेबसाइट या UP Kisan Mitra एप पर रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। ये योजना न सिर्फ किसानों को न्यूनतम मूल्य की गारंटी देगी, बल्कि श्रीअन्न की खेती को बढ़ावा भी मिलेगा।
MSP खरीद का समय और महत्व
उत्तर प्रदेश में 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक ये खरीद चलेगी, जो खरीफ फसलों की कटाई के सही समय पर है। गाँवों में मक्का, बाजरा और ज्वार की फसलें सितंबर-अक्टूबर में तैयार हो जाती हैं, और MSP पर खरीद से किसान बाजार की अनिश्चितता से बचेंगे। सरकार का लक्ष्य है कि हर पंजीकृत किसान को समय पर भुगतान मिले, जो आधार-लिंक्ड बैंक खाते में डायरेक्ट ट्रांसफर होगा। बायोमेट्रिक ई-पॉप वेरिफिकेशन से पारदर्शिता सुनिश्चित होगी। ये पहल मुख्यमंत्री के ‘विकसित यूपी 2047’ विजन का हिस्सा है, जो कृषि को मजबूत बनाएगी। गाँव के किसान जो इन फसलों पर निर्भर हैं, उनके लिए ये MSP एक सुरक्षा कवच की तरह काम करेगी।
इस सीजन के लिए MSP दरें इस प्रकार तय की गई हैं: मक्का पर ₹2400 प्रति क्विंटल, बाजरा पर ₹2775 प्रति क्विंटल, हाइब्रिड ज्वार पर ₹3699 प्रति क्विंटल और मालवांडी ज्वार पर ₹3749 प्रति क्विंटल। ये दरें पिछले साल से काफी बढ़ी हैं, जो उत्पादन लागत को कवर करेंगी। गाँवों में बाजरा और ज्वार की खेती सूखा प्रतिरोधी है, और अच्छी MSP से किसान इन्हें ज्यादा अपनाएँगे। मक्का की खेती, जो उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों में लोकप्रिय है, अब ज्यादा मुनाफेदार बनेगी। ये दरें केंद्र सरकार की सिफारिशों पर आधारित हैं, लेकिन राज्य ने इन्हें लागू करने का फैसला लिया है। गाँव के किसान भाई-बहन अब बिना चिंता के फसल बेच सकेंगे।
पंजीकरण कैसे करें, आसान प्रक्रिया
किसानों को खरीद का लाभ लेने के लिए पहले पंजीकरण जरूरी है। रजिस्ट्रेशन fcs.up.gov.in वेबसाइट या UP Kisan Mitra एप पर किया जा सकता है। प्रक्रिया सरल है – आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण, फसल विवरण और मोबाइल नंबर से रजिस्टर करें। पंजीकरण केंद्र 9 बजे से 5 बजे तक खुले रहेंगे। अगर समस्या हो, तो हेल्पलाइन 1800-180-1551 पर संपर्क करें। गाँवों में कृषि केंद्रों पर सहायता उपलब्ध होगी। रजिस्ट्रेशन न करने पर MSP का लाभ नहीं मिलेगा, इसलिए जल्दी करें। ये प्रक्रिया पारदर्शी है, और भुगतान 48 घंटे में खाते में आ जाएगा।
ये MSP खरीद गाँवों के किसानों के लिए वरदान साबित होगी। मोटे अनाज की खेती, जो कम पानी और कम लागत वाली है, अब ज्यादा मुनाफेदार बनेगी। बाजरा और ज्वार पोषण से भरपूर हैं, और इनकी माँग बढ़ रही है। MSP से किसान बाजार के उतार-चढ़ाव से बचेंगे, और आय स्थिर रहेगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश के गाँवों में मक्का की खेती को बढ़ावा मिलेगा। सरकार का लक्ष्य है कि ज्यादा किसान श्रीअन्न की ओर रुख करें, जो स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए अच्छा है। गाँव के किसान जो छोटे जोत वाले हैं, वे भी MSP का फायदा उठा सकेंगे।
1 अक्टूबर से शुरू हो रही MSP खरीद उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए सुनहरा अवसर है। मक्का, बाजरा और ज्वार पर तय दरें उनकी मेहनत का सही मूल्य देंगी। पंजीकरण जल्द करें और खरीद केंद्रों पर पहुँचें। गाँव के किसान भाई-बहन इस योजना से अपनी खेती को मजबूत बनाएँ। योगी सरकार का ये कदम श्रीअन्न को बढ़ावा देगा और किसानों को समृद्धि की ओर ले जाएगा।