एशिया कप की शुरुआत को लगभग 40 साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन इतिहास में पहली बार ऐसा होने जा रहा है जब भारत और पाकिस्तान इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के फाइनल में आमने-सामने होंगे। अब तक दोनों टीमों के बीच कई मुकाबले हुए हैं, मगर दोनों का फाइनल तक पहुंचना कभी संभव नहीं हो पाया। इस बार यह जंग क्रिकेट इतिहास का यादगार पल बनने जा रही है।
फाइनल तक का सफर
पाकिस्तान ने गुरुवार को खेले गए सुपर फोर के वर्चुअल सेमीफाइनल में बांग्लादेश को 11 रन से हराकर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया। शाहीन अफरीदी और हारिस रऊफ़ की घातक गेंदबाजी ने टीम की जीत सुनिश्चित की। दूसरी ओर, भारत ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया और ग्रुप स्टेज से लेकर सुपर फोर तक अपने दबदबे से साबित कर दिया कि वे खिताब के सबसे बड़े दावेदार हैं।
टक्कर में रोमांच
हालांकि पाकिस्तान की शुरुआत टूर्नामेंट में थोड़ी अस्थिर रही, लेकिन सही समय पर उन्होंने शानदार फॉर्म हासिल कर ली। भले ही भारत ने इस एशिया कप में पाकिस्तान को दोनों बार मात दी हो, मगर पाकिस्तान की वापसी की क्षमता और उनकी अप्रत्याशित लड़ाई को नजरअंदाज करना आसान नहीं होगा।
मैदान से बाहर की बयानबाज़ी
भारत के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने हाल ही में कहा था, “13-0, 10-1… मुझे आंकड़े याद नहीं, लेकिन अब यह राइवल्री जैसी नहीं रह गई।” इस पर पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ शाहीन अफरीदी ने पलटवार करते हुए कहा, “ये उनकी राय है। फाइनल में मिलते हैं, तब पता चल जाएगा।”
ऐतिहासिक रविवार
रविवार को होने वाला यह फाइनल केवल एशिया कप ट्रॉफी तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह एशियाई क्रिकेट की सबसे पुरानी और तीखी प्रतिद्वंद्विता को एक नए मुकाम पर ले जाएगा। भारत की लगातार जीत की लय और पाकिस्तान की वापसी की ज़िद इस टक्कर को क्रिकेट प्रेमियों के लिए अविस्मरणीय बना देगी।