Delhi NCR में प्रशासन की ओर से लगातार सख्ती के कदम उठाए जा रहे हैं। अब अगले 10 दिन में बुलडोजर की बड़ी कार्रवाई होने वाली है। लोगों को 10 दिन का समय दिया गया है। लोगों के अंदर अब चिंता का माहौल है। कार्रवाई से सैंकड़ों आशियाने मिट्टी में मिल जाएंगे।
दिल्ली एनसीआर में बुलडोजर का एक्शन होने वाला है। ऐसी बड़ी कार्रवाई ने कॉलोनिवालों को चिंता में डाल दिया है। दस दिन के अंदर कब्जा हटाने का समय दिया गया है। परंतु, लोगों की ओर से इस कार्रवाई को न करने की अपील की जा रही है। वहीं, प्रशासन पूरा सख्त नजर आ रहा है।
पर्यटन विभाग की जमीन पर है निर्माण
मामला दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR Illegal construction) में आने वाले हरियाणा के सोहना का है। यहां पर पर्यटन विभाग की जमीन पर अवैध निर्माण किया गया है। इनपर जल्द ही बुलडोजर चलेगा। डीटीपी (DTP) आरएस बाठ ने कब्जाधारियों को 10 दिन में कब्जा हटाने का आदेश दिया है। करीब 250 परिवारों ने साढ़े नौ एकड़ भूमि पर अवैध कब्जा किया हुआ है। यहां पर गलत तरीके से आशियाने बना रखे हैं। कब्जाधारियों की ओर से सरकार से भूमि की मांग की जा रही है।
पहले चरह में होगी यहां कार्रवाई
पर्यटन विभाग की भूमि पर हुए अवैध निर्माणों (Illegal construction) पर पहले चरण में पीर कॉलोनी और पहाड़ कॉलोनी में कार्रवाई की जाएगी। यहां पर बने अवैध निर्माणों को निशाने पर लिया जाएगा। डीटीपी आरएस बाठ की ओर से अवैध कब्जा करने वालों को स्पष्ट संदेश दिया गया है कि 10 दिनों में बुलडोजर चलाने की कार्रवाई शुरू कर दें।
कार्रवाई शुरू हुई तो सामान हटाने का भी नहीं मिलेगा समय
प्रशासन की ओर से स्पष्ट कहा गया है कि लोग खुद से अपना कब्जा हटा लें, नहीं तो जब कार्रवाई शुरू हो जाएगी तो लोगों को घर से अपना सामान निकालने का भी समय नहीं मिलेगा। इसके लिए 10 दिन का समय दिया गया है। पर्यटन विभाग के अनुसार 9.50 एकड़ भूमि पर 250 परिवारों की ओर से अवैध कब्जा करके मकान बनाए गए हैं।
टूरिज्म परिसर में हुई बैठक
इस मामले में शुक्रवार को सोहना बार्बेट टूरिज्म परिसर में एक बैठक हुई है। बैठक में पर्यटन विभाग के स्थानीय अधिकारी और कब्जा करने वाले लोगों के प्रतिनिधि थे। इस बैठक में डीटीपी (Delhi NCR News) और नोडल अधिकारी आरएस बाठ भी मौजूद थे। बैठक के दौरान अवैध कब्जा करने वालों ने अपनी बात रखी। इस दौरान काफी संख्या में महिलाएं भी पहुंची। कब्जा करने वालों की ओर से पार्षद प्रतिनिधि टेक चंद और पूर्व पार्षद कासिम खान मौजूद रहे। पूर्व पार्षद अनिल कुमार ने भी कॉलोनी में बसे लोगों के पक्ष में अपना सुझाव रखा।
प्रशासन से की ये मांग
बैठक में कहा गया कि यह जमीन सरकारी (Govt Land) है। इस पर गरीब लोगों ने कई साल से मकान बना रखा है। इनके पास रहने के लिए कोई और जगह नहीं है। गुहार लगाते हुए कहा कि सरकार इसे सरकारी रेट पर अवैध कब्जा करने वालों के नाम कर दें, जिस पर नोडल अधिकारी आरएस बाठ ने सीधा जवाब दिया की भूमि पर कब्जा नहीं रहने दिया जाएगा। लोग अपने आप कब्जा खाली कर दें।
इन लोगों पर होगा पहले एक्शन
प्रशासन की ओर से पहले एक्शन उन लोगों पर किया जाएगा जो नशाखोरी के साथ अन्य सामाजिक गतिविधियों में शामिल हैं। इसकी वजह से शहर की भी बदनामी हो रही है। शिव नगरी सोहना (Sohna News) शहर बदनाम न हो इसके लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कोर्ट में भी केस हारे कब्जा करने वाले
इस मामले में अवैध कब्जा करने वाले कोर्ट में केस हार चुके हैं। एसडीएम के अलावा अदालत में पर्यटन विभाग ने केस जीता है। एसडीएम और गुरुग्राम के उपायुक्त की ओर से भी कब्जा खाली करने के आदेश जारी किए गए हैं। पर्यटन विभाग के स्थानीय अधिकारी प्रबंधक सुनील कुमार ने भी कहा है कि अदालत में हार होने के बाद भी लोग अवैध कब्जा नहीं हटा रहे हैं। यहां पर 250 लोगों ने अवैध कब्जा किया हुआ है।
क्या कहते हैं अधिकारी
डीटीपी अधिकारी आरएस बाठ ने कहा कि पर्यटन विभाग (Tourism Department) की भूमि पर ढाई सौ अवैध निर्माण बने हुए हैं। कब्जा करने वाले केस हार चुके हैं। उन्होंने खुद यहां का निरीक्षण किया है। सरकारी भूमि पर कब्जा करना गैरकानूनी है। कॉलोनी में समाज के विरोधी कार्य भी हो रहे हैं। जिससे शहर बदनाम हो रहा है। निर्माण जल्द हटाए जाएंगे। लोगों का पक्ष सुनने के लिए बैठक की गई थी ताकि कार्रवाई के दौरान कोई ये न कहे कि प्रशासन ने नहीं सुनी। 10 दिन के अंदर अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया जाएगा।