Gold Silver Today : सोने की कीमतें साल दर साल महंगी होती आ रही है। लेकिन साल 2025 में सोने के भाव में सबसे ज्यादा बढ़ौतरी देखने को मिली है। पिछले पांच सालों के आकड़ों पर नजर डालें तो इतनी ज्यादा बढ़ौतरी नहीं हुई है जितने सोने के रेट 2025 में बढ़े है। जनवरी 2025 में 75000 रुपये प्रति दस ग्राम मिलने वाला सोना अब 1 लाख 10 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम जा पहुंचा है। एक्सपर्ट ने बताया है कि आने वाले दिनों में सोने के रेट कहां तक जाएंगे।
सोने और चांदी के भाव में पिछले काफी समय से तेजी देखने को मिल रही है। सोना व चांदी आए दिन महंगे होते जा रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार सोने और चांदी के रेट पिछले हफ्ते रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि इस हफ्ते भी सोने और चांदी की कीमतों (Gold Silver Latest rate) में तगड़ा उछाल देखने को मिलता है तो आने वाले दिनों में रेट और भी ज्यादा बढ़ सकते हैं। चलिए नीचे खबर में विस्तार से जानते हैं सोने और चांदी के दाम कहां तक जाएंगे।
सोने की कीमतों में लगातार बढ़ौतरी –
MCX पर दिसंबर डिलीवरी वाले सोने (Gold MCX Rate) के फ्यूचर्स पिछले हफ्ते 1,14,891 प्रति 10 ग्राम पर क्लोज हुआ है। हफ्ते के दौरान यह 1,15,139 तक गया है। जून के अंत से लगातार 12 हफ्तों से सोना महंगा हुआ है।
JM Financial Services में कमोडिटी एंड करेंसी के वाइस प्रेसिडेंट प्रणव मेर का कहना है कि अमेरिका के मजबूत आर्थिक आंकड़े, डॉलर में कमजोरी, भू-राजनीतिक तनाव और घरेलू त्योहारों की मांग के चलते सोने की कीमतों को सपोर्ट मिला है जिसकी वजह से सोने की कीमतों (Gold Rate Hike) सातवें आसमान पर जा पहुंची है।
चांदी में सोने से ज्यादा तेजी –
इस सप्ताह चांदी में सोने (Silver Rate hike) से ज्यादा तेजी देखी गई है। दिसंबर डिलीवरी वाली चांदी का रेट 1,41,889 प्रति किलोग्राम पर क्लोज हुई है और हफ्ते में 1,42,189 का रिकॉर्ड स्तर को टच किया है।
प्रणव मेर के अनुसार, इस साल में चांदी का भाव (Chandi Ka Bhav) अब तक 60 प्रतिशत तक बढ़ चुका है। वहीं, सोने की कीमतों में 45 प्रतिशत तक का उछाल आया है। एक्सपर्ट का अनुमान है कि चांदी का रेट 1,50,000 से 1,70,000 प्रति किलोग्राम तक जा सकता है। चांदी का मौजूदा भाव 1.4 लाख रुपये प्रति किलो है। इसका मतलब है कि चांदी की कीमतों में 21.4 प्रतिशत का उछाल आ सकता है।
इन चीजों पर निवेशकों की नजर –
इस सप्ताह निवेशकों की नजर वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज के PMI डेटा, अमेरिका के रोजगार आंकड़े और कंज्यूमर कॉन्फिडेंस पर रहेगी। इसके अलावा, फेडरल रिजर्व के अधिकारियों के भाषण भी सोने और चांदी की दिशा तय कर सकते हैं। ऐसे में सोने व चांदी की कीमतों में उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
SmartWealth.ai के फाउंडर और प्रिंसिपल रिसर्चर पंकज सिंह का कहना है कि अमेरिकी डेटा और फेड की नीतियों से सोने की कीमतों (Gold Price) पर असर होगा। लेकिन, त्योहारों की मांग और सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग बनी रहेगी।