UP New Expressway : यूपी में कनेक्टिविटी को मजूबत करने और प्रदेश की विकास गति को तेज करने के लिए सरकार सड़कों का जाल बिछा रही है। अब प्रदेशवासियों के लिए एक गुड न्यूज है। दरअसल, हाल ही में सरकार ने यूपी में पांच नए एक्सप्रेसवे बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इन एक्सप्रेसवे के बनने से सफर तो आसान होगा ही इसके साथ ही रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। चलिए विस्तार से जानते हैं –
उत्तर प्रदेश के विकास को अब पंख लगने वाले हैं। सरकार ने प्रदेश में एक्सप्रेसवे की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया है। अब यूपी में पांच और नए एक्सप्रेसवे बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। सरकार ने प्रस्तावित एक्सप्रेसवे पर मुहर लगा दी है। यूपी (UP News) में इन एक्सप्रेसवे के बनने से सफर काफी आसान हो जाएगा। इसक साथ ही कई जिलों और शहरों की कनेक्टिविटी भी मजबूत होगी।
यूपी बनेगा एक्सप्रेसवे हब –
योगी सरकार की लगातार प्रयासों के बाद आज यूपी देश का सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे (UP Expressway) वाला राज्य बन गया है। फिलहाल प्रदेश में 15 एक्सप्रेसवे हैं। सात संचालित हैं और बाकी पर निर्माण कार्य चल रहा है। सरकार अब इनकी संख्या को बढ़ाकर 21 करने वाली है। नए एक्सप्रेसवे बनाकर 2000 किलोमीट से ज्यादा नेटवर्क तैयार कर प्रदेश को एक्सप्रेसवे हब (UP Expressway Hub) बनाया जा रहा है, जिससे कनेक्टिविटी, विकास और रोजगार को नई गति मिल रही है।
उत्तर प्रदेश में नए एक्सप्रेसवे ( Up new expressways News) बनाने की तैयारी तेजी से चल रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में कनेक्टिविटी को मजबूती देने की दिशा में बेहतरीन काम हो रहा है। अब तक यूपी में 7 एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो चुके हैं, जिन पर वाहन रफ्तार भर रहे हैं। अब प्रदेश की कनेक्टिविटी देश के हर कोने तक करने के लिए पांच नए एक्सप्रेसवे (new expressways) बनाने का फैसला लिया गया है। इस लिस्ट में –
5 नए एक्सप्रेसवे पर निर्माण कार्य जारी है –
संचालित एक्सप्रेसवे की स्थिति
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे– 24.53 किमी
यमुना एक्सप्रेसवे– 165 किमी
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे– 302 किमी
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे– 341 किमी
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे– 296 किमी
मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेसवे– 96 किमी
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे– 91 किमी
जानकारी के लिए बता दें कि कुछ दिनों पहले ही CM योगी ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे (Gorakhpur Link Expressway) का उद्घाटन कर पूर्वांचल को नई रफ्तार दी है। यह एक्सप्रेसवे सीधे गोरखपुर को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ता है। इससे लाखों लोगों का सफर आसान हो गया है। इसके साथ ही रोजगार के नए अवसर भी पैदा हुए हैं। कई छोटे शहरों को एक्सप्रेसवे की सीधी कनेक्टिविटी मिली है।
इन एक्सप्रेसवे पर चल रहा निर्माण कार्य –
गंगा एक्सप्रेसवे– 594 किमी
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे– 15.20 किमी
दिल्ली-सहारनपुर एक्सप्रेसवे– 210 किमी
बलिया लिंक एक्सप्रेसवे– 114 किमी
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे– 63 किमी
कुल लंबाई (निर्माणाधीन) 1087.20 किमी
इनमें कई एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड (Expressway Bundelkhand), तराई और पूर्वांचल जैसे अपेक्षाकृत पिछड़े क्षेत्रों को राजधानी लखनऊ और अन्य प्रमुख शहरों से जोड़ने का काम कर रहे हैं। इन एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य पूरा होने पर प्रदेश के विकास को पंख लग जाएंगे। यूपी की आर्थिक और व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी।
2000 किलोमीटर से ज्यादा का नेटवर्क –
उत्तर प्रदेश देश का एकमात्र राज्य है, जहां 2000 किलोमीटर से ज्यादा लंबे एक्सप्रेसवे नेटवर्क की योजना पर काम हो रहा है। बता दें कि यूपी मजबूत सड़क कनेक्टिविटी के मामले में देश का नंबर वन राज्य है। निर्माणधीन एक्सप्रेसवे का कार्य पूरा होने के बाद यह राज्य की अर्थव्यवस्था को गति देंगे। इसके साथ ही क्षेत्रीय संतुलन और रोजगार सृजन में भी बड़ी भूमिका निभाएंगी।