UP – एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि यूपी में प्रस्तावित हाईस्पीड कॉरिडोर (एक्सप्रेसवे) का कार्य मार्च 2026 तक शुरू करने की तैयारी है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इसका विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) लगभग तैयार कर लिया है। यह यूपी का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे भी होगा-
पानीपत से गोरखपुर तक प्रस्तावित हाईस्पीड कॉरिडोर (एक्सप्रेसवे) का कार्य मार्च 2026 तक शुरू करने की तैयारी है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इसका विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) लगभग तैयार कर लिया है। उत्तर प्रदेश सरकार के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक करके DPR को अंतिम रूप दिया जाएगा। NHAI के अनुसार, एक्सप्रेसवे का काम मार्च तक अवार्ड (ठेका आवंटित) कर दिया जाएगा।
750 किमी. लंबा यह एक्सप्रेसवे पानीपत से गोरखपुर के बीच उत्तर प्रदेश के लगभग 22 जिलों से होकर गुजरेगा। यह यूपी का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे भी होगा। एक्सप्रेसवे एक्सेस कंट्रोल्ड (access controlled) होगा यानी कुछ ही स्थानों पर एक्सप्रेसवे पर चढ़ने व उतरने के रास्ते दिए जाएंगे। यूपी में इस एक्सप्रेसवे का काम करीब दस पैकेज में होगा।
NHAI सूत्रों के मुताबिक एक्सप्रेसवे के डीपीआर को अंतिम रूप देने से पहले प्रदेश सरकार के उच्चाधिकारियों के साथ एलाइनमेंट (संरेखण) पर चर्चा होगी। संभावना है कि मुख्यमंत्री के साथ भी डीपीआर पर बैठक हो। राज्य सरकार द्वारा डीपीआर में यदि कोई संशोधन बताया जाता है तो उसके मुताबिक बदलाव करते हुए ही इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।
एक्सप्रेसवे यूपी में सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बिजनौर, मेरठ, अमरोहा, संभल, बरेली, रामपुर, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, सीतापुर, लखनऊ, बलरामपुर, बहराइच, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर होते हुए गोरखपुर तक बनाया जाएगा।
यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Siliguri Expressway) से जुड़ेगा, जिससे हरियाणा, यूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल का सफर आसान होगा। यूपी में, इसे पूर्वांचल और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) से भी जोड़ने की तैयारी है। यह कनेक्टिविटी यात्रा को सुगम बनाएगी।
