UP News Update :उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे (UP New Expressway Network) के नेटवर्क को लगातार मजबूती दी जा रही है। प्रदेश की योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार लगातार प्रदेश को नई नई सौगातें दे रही है। अब दिवाली पर भी यूपी में डबल इंजन की सरकार ने विकास कार्यों को गति देने का काम किया है।
उत्तर प्रदेश देश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे (expressway) वाला राज्य बन चुका है। फिलहाल प्रदेश में 7 एक्सप्रेसवे का संचालन हो रहा है, जबकि 5 पर कार्य चल रहा है। उत्तर प्रदेश के एक्सप्रेसवे के नेटवर्क में 9 प्रस्तावित एक्सप्रेसवे भी चार चांद लगाएंगे। एक एक्सप्रेसवे तो रिकॉर्ड लंबा होगा।
बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रही सरकार
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार उत्तर प्रदेश के बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रही है। उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे प्रदेश की लाइफ लाइन बन गए हैं। प्रदेश के अलग-अलग जिलों में आपस में कनेक्टिविटी बढ़ाने का काम एक्सप्रेसवे के रोड कर रहे हैं।
Gorakhpur-Shamli-Panipat Expressway होगा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे
उत्तर प्रदेश के लिए अब एक्सप्रेसवे का एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट गोरखपुर-शामली-पानीपत एक्सप्रेस-वे (Gorakhpur-Shamli-Panipat Expressway) है। इसको बनाने के लिए तीसरा सर्वे भी पूरा हो चुका है। अब 22 जिलों का एलाइनमेंट सर्वेक्षण अपने अंतिम चरण में चल रहा है। सर्वे के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (detail project report) तैयार की जा रही है।
डीपीआर स्पष्ट कर देगी कि कहां पर कितने पुल, ओवरब्रिज और फ्लाईओवर बनाए जाएंगे। इनमें से एक को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस काम को पूरा होने में तीन महीने के आस-पास का वक्त लग सकता है।
दो चरण में होगा काम
गोरखपुर पानीपत एक्सप्रेस-वे (expressway of UP) का निर्माण कार्य दो चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में पानीपत-शामली से पुवायां तक तकरीबन 450KM का हिस्सा बनाया जाएगा। इसके बाद दूसरे चरण में पुवायां से गोरखपुर के बीच करीब 300 KM का निर्माण किया जाने वाला है। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से यूपी का पूर्वी और पश्चिमी हिस्सा आपस में कनेक्ट हो सकेगा। इसके निर्माण से सात से आठ घंटे में गोरखपुर से शामली (Gorakhpur to Shamli Expressway) तक पहुंच जा सकेगा।
नए सिरे से शुरू होगी निर्धारण की तैयारी
वैसे तो पहले हुए दो सर्वे में गोरखपुर (Expressway In UP)से बस्ती, गोंडा, सीतापुर रूट तक निर्धारित किया गया था हालांकि अब नए सिरे से निर्धारित करने की तैयारी हो रही है। अब यही संभावना जताई जा रही है कि इस एक्सप्रेस-वे के नेपाल की सीमा से सटे जिलों से होकर लखनऊ, सीतापुर, बरेली और मेरठ होते हुए शामली तक जाएगा। NHAI आई के अधिकारियों ने बताया है कि एलाइनमेंट सर्वेक्षण का काम (Alignment survey work) पूरा होने को है। इसके बाद DPR तैयार कर शासन को भेज दी जाएगी।
एलाइनमेंट का सर्वे किया जार रहा
गोरखपुर-पानीपत एक्सप्रेस-वे (Gorakhpur-Panipat Expressway) को बनाने के लिए गोरखपुर में भी alignment survey किया जाएगा और इसके लिए कुल 50 गांवों से होकर सड़क गुजर सकेंगी। इसके लिए एनएचएआई ने जिला प्रशासन से भू-राजस्व अभिलेख की मांग भी कर ली है।
इन जिलों से निकलेगा एक्सप्रेसवे
बता दें कि यूपी में बनने वाला ये नया एक्सप्रेसवे (up new expressway) सीधे तौर पर मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, पानीपत, शामली,लखीमपुर खीरी,शाहजहांपुर, बहराइच, श्रावस्ती, बस्ती, गोरखपुर से कनेक्ट होने वाला है।
इसका फायदा यह होगा कि इससे औद्योगिक शहरों और छोटे कस्बों में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के मौके मिल सकेंगे और मालवाहन की लागत कम हो सकेगी, जिससे उद्योग प्रतिस्पर्धी बनेंगे। इसके साथ ही राष्ट्रीय राजमार्गों पर भीड़भाड़ कम होने के साथ्ज्ञ ही सड़क हादसों में भी कमी आएगी।
