UP New Expressway Update : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपने प्रदेश की चमक बढ़ाने तथा दूसरे राज्यों से कनेक्टिविटी मजबूत करने के लिए लगातार एक्सप्रेसवे बनाने पर जोर दे रही है। उत्तर प्रदेश में अब एक और नया इंटरचेंज बनाया जाएगा जिसकी वजह से 12 जिलों को काफी बड़ा फायदा होने वाला है। आइए खबर में जानते हैं इस पर कितना होगा खर्च था इसके लिए कितना किया जाएगा भूमि अधिग्रहण।
उत्तर प्रदेश की सरकार प्रदेश के विकास की स्पीड़ को तेज करने के लिए योगी सरकार जोरो-शोरो से काम कर रही है। उत्तर प्रदेश में अब एक और नया इंटरचेंज बनाया जाएगा, जिससे 12 जिलों को फायदा होगा। बताया जा रहा है कि इस नए इंटरचेंज बनने से यातायात और व्यापार में सुधार होगा।
आपको बता दे कि गंगा एक्सप्रेसवे को किठौर-हापुड़ मार्ग से जोड़ने के लिए एक नया इंटरचेंज बनाया जाएगा। यह अटौला और शाफियाबाद लौटी गांवों की संयुक्त सीमा पर होगा। आइए जानते हैं इसके लिए कितना खर्च किया जाएगा?
कहां से कहां तक बन रहा Ganga Expressway?
गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक बन रहा है, जो लगभग 594 किलोमीटर लंबा होगा। यह एक्सप्रेसवे मेरठ में NH-334 से शुरू होकर प्रयागराज में NH-2 तक जाएगा। यह उत्तर प्रदेश के 12 जिलों से होकर गुजरेगा।
लंबे समय से ग्रामीण कर रहे थे मांग
स्थानीय ग्रामीण कई सालों से इस मार्ग को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने की मांग कर रहे थे। अब उनकी यह मांग पूरी हो रही है। इंटरचेंज बनने से न सिर्फ क्षेत्र के लोगों की आवाजाही आसान होगी, बल्कि व्यापार और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
यूपीडा ने दी मंजूरी और निर्देश
यूपी एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (UP New Expressway Update) ने गंगा एक्सप्रेसवे पर एक नए इंटरचेंज (New interchanges on the Ganga Expressway) के निर्माण और अतिरिक्त भूमि खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह इंटरचेंज अटौला और शाफियाबाद लौटी गांवों की सीमा पर बनेगा। इसके लिए जिला प्रशासन को जमीन खरीद की प्रक्रिया जल्द पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।
इतना होगा खर्च
इंटरचेंज निर्माण के लिए कुल 3.0307 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जाएगी। इसके लिए यूपीडा ने 10.18 करोड़ रुपये के खर्च को मंजूरी दी है। जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि किसानों से आपसी सहमति से जमीन की खरीद जल्द पूरी की जाए।
एक्सप्रेसवे का पहला चरण लगभग पूरा
गंगा एक्सप्रेसवे के पहले हिस्से, यानी मेरठ से बदायूं तक के 130 किलोमीटर मार्ग का कार्य अंतिम चरण में है। यूपीडा अधिकारियों का दावा है कि यह हिस्सा नवंबर तक पूरी तरह तैयार हो जाएगा। इस खंड को ‘फाइनल टच’ देने का काम जारी है।
संरचनात्मक कार्य लगभग पूरे
एक्सप्रेसवे के मेरठ-बदायूं सेक्शन में कुल 161 संरचनाएं जैसे पुल, अंडरपास, और इंटरचेंज बनकर तैयार हो चुकी हैं। केवल सिंभावली क्षेत्र में रेलवे ओवर ब्रिज की एप्रोच रोड का काम बाकी है, जिसे अक्टूबर के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य है।
Toll Plaza और सुविधाओं की तैयारी
गंगा एक्सप्रेसवे पर टोल प्लाजा (Toll Plaza on Ganga Expressway) का कंट्रोल रूम पूरी तरह तैयार हो चुका है। टोल बूथों पर आधुनिक मशीनें (Modern machines at toll booths) लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है। सभी व्यवस्थाएं पूरी होते ही इस एक्सप्रेसवे का पहला हिस्सा चालू कर दिया जाएगा, जिससे पश्चिम उत्तर प्रदेश को बड़ी राहत मिलेगी।
