Sone Chandi Ka Bhav :सोने की कीमतों में आए दिन उतार चढ़ाव देखने को मिल जाता है। जहां एक ओर पिछले काफी समय से सोने की कीमतों में तेजी दर्ज की जा रही थी, वहीं आज एक बार फिर से सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की जा रही है। आइए जानते हैं अब 10 ग्राम सोने की कीमत कितनी चल रही है।
सोने की कीमतों (Sone ka bhav) में अब एक बार फिर से गिरावट दर्ज की जा रही है। बता दें कि सोने ने रिवर्स गियर लगा लिया है। ऐसे में जो भी लोग सोने की खरीदी करने की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए खरीदी का शानदार मौका हो सकता है। आज हम आपको इस खबर के माध्यम से सोने की कीमतों के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं।
सोने की कीमत में आई इतनी गिरावट
पिछले नौ सप्ताह से चल रही सोने की रैली इस सप्ताह थम गई है। वहीं न्यूयॉर्क में शुक्रवार शाम स्पॉट गोल्ड 0.3 प्रतिशत गिरकर 4,113.05 डॉलर प्रति औंस पर आ पहुंचा है। इसके अलावा पूरे सप्ताह में सोने की कीमत में 3.3 प्रतिशत तक की गिरावट आई है।
वहीं चांदी का भाव (chandi Ka Bhav) भी एक सप्ताह में ही 6 प्रतिशत से ज्यादा टूट गया है। भारतीय बाजार में भी सोने की कीमत एक सप्ताह में 9,356 रुपए घटकर 1,21,518 प्रति 10 ग्राम पर आ पहुंची है। 17 अक्टूबर को इसकी कीमत 1,30,874 रुपए के अपने अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई थी।
IBJA ने दी जानकारी
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताबिक, 25 अक्टूबर को सोने की कीमत (Gold Rate today) में 1,836 रुपए की गिरावट दर्ज की जा रही है। वहीं चांदी में 4,417 रुपए की गिरावट दर्ज की जा रही है। आज चांदी 1,47,033 रुपए प्रति किलोग्राम के दर से सोने और चांदी की कीमतों में इस हफ्ते आई गिरावट के बाद अब सभी इस सवाल का जवाब तलाश कर रहे हैं कि आने वाले समय में दोनों कीमती धातुओं की चाल कैसी होने वाली है।
इस वजह से गिर रही है सोने की कीमत
हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, बड़े घटनाक्रमों के मेल से सोने (gold price) की तेजी में रूकावट आई है। इसकी पहली वजह मुनाफावसूली है। ध्गोल्ड-समर्थित ETF में पांच महीनों में सबसे बड़ी एक-दिवसीय निकासी को इस सप्ताह ही देखा गया है।
जोकि इस बात की ओर संकेत कर रहा है कि संस्थागत निवेशक लगातार रिकॉर्ड ऊंचाइयों के बाद अपनी पोजिशन को कम कर रहे हैं। वहीं दूसरा, डॉलर इंडेक्स लगातार तीन सत्रों से मजबूत होता नजर आ रहा है। इसकी वजह से अन्य मुद्राओं में लेन-देन करने वालों के लिए सोने की कीमतें महंगी होती नजर आ रही है।
डॉलर के मजबूत होने से बढ़ी सोने की कीमत
इसके अलावा, संभावित अमेरिका-चीन व्यापार समझौते को लेकर बढ़ता भरोसा भी डिफेंसिव निवेशों के आकर्षण को कम कर रहा है। एक एक्सपर्ट ने बताया कि अमेरिका और चीन के नेताओं के बीच संभावित मुलाकात व्यापारिक तनाव को कम करने का अच्छा मौका हो सकता है। जोकि डॉलर को मजबूत करता दिख रहा है। वहीं सोने (Gold Rate Tody) की सुरक्षित निवेश की मांग भी कम होती नजर आ रही है।
आने वाले दिनों में इतना होगा सोने का भाव
यह करेक्शन अब स्थिर होने की ओर है, हालांकि रिटेल निवेशकों की भारी भागीदारी अभी भी बाजार की अस्थिरता को बढ़ा रही है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगला बड़ा प्रतिरोध स्तर 4,148 डॉलर के करीब रहने वाला है। हालांकि अगर सोने (gold rate) को फिर से मजबूत उछाल पकड़ना है तो उसे 4,236 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड को काफी मजबूती से पार करना होगा।
लॉन्ग टर्म में सोने का रुख
इसके अलावा लॉन्ग टर्म में सोने (Sone Ka Bhav) में अब भी बहुत सी संस्थाओं की ओर संकेत दे रही है। जेपी मॉर्गन के एक्सपर्ट्स के मुताबिक, 2026 की चौथी तिमाही में सोने की कीमत औसतन 5,055 डॉलर प्रति औंस पर जा पहुंची है। बाजार और वैश्विक अनिश्चितताओं से बचने की कोशिश में निवेशक सोने की ओर रुख करने वाले हैं। इसकी वजह से 2028 तक सोने की कीमतें 8,000 रुपये प्रति औंस के स्तर को भी पार कर सकती हैं।
