UP News : यूपी से हरियाणा तक अब एक नया 6 लेन हाई स्पीड कॉरिडोर बनाया जाने वाला है। इसकी वजह से इस रूट पर लाभ होने वाली है। इसकी वजह से राज्य में रोजगार (UP New Project) के नए नए मौके मिलने वाले हैं। इसके अलावा कनेक्टिविटी में भी सुधार आने वाला है। आइए जानते हैं इस नए कॉरिडोर के बारे में पूरी जानकारी।
उत्तर प्रदेश को हर राज्य के साथ बहेतर कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए योगी सरकार ने एक बहुत बड़ा कदम उठाया है। बता दें कि अब यूपी और हरियाणा (Haryana News) के बीच कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए 6 लेन हाई स्पीड कॉरिडोर को बनाया जाने वाला है। आज हम आपको इस खबर के माध्यम से इस बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं। खबर में जानिये इस बारे में।
सड़कों का जाल बिछाने की तैयारी
उत्तर प्रदेश में सड़कों के जाल को बिछने की तैयारी हो रही है। बता दें कि इसके तहत यूपी की योगी सरकार ने एक और बड़ी पहल कर दी है। बता दें कि गोरखपुर से शामली तक प्रस्तावित एक्सप्रेसवे (Gorakhpur Shamli Expressway) का विस्तार किया जा रहा है। अब हरियाणा के पानीपत तक नया कॉरिडोर बनाया जाएगा। यह एक्सप्रेसवे पूर्वी उत्तर प्रदेश को दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा से कनेक्ट किया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक, इस परियोजना का विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR Foir New Road in UP) तैयार होने के बाद इसका काम मार्च तक शुरू होने की तैयारी की जा रही है।
इन जिलों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेसवे
ये नया एक्सप्रेसवे यूपी के लगभग 22 जिलों से होकर गुजरने वाला है। इससे राज्य के एक बड़े हिस्से को सीधे तौर पर कनेक्टिविटी मिलने वाली है। इन जिलों में अमरोहा, संभल, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बिजनौर, मेरठ, (Eastern UP connectivity) बरेली, रामपुर, सीतापुर, लखनऊ, बलरामपुर, बहराइच, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर और गोरखपुर को शामिल किया गया है। इसकी वजह से एक्सप्रेसवे पूर्वी और पश्चिमी यूपी के बीच की दूरी को काफी हद तक कम कर देगा।
एक्सप्रेसवे की इतनी होगी लंबाई
गोरखपुर से हरियाणा के पानीपत तक बनने वाले इस एक्सप्रेसवे की अनुमानित लंबाई लगभग 700 किलोमीटर तक की रहने वाली है। ये यूपी (High-speed corridor India) का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे रहने वाला है। इसकी एक्सेस कंट्रोल्ड प्रकृति सुनिश्चित करेगी कि यात्रियों को तेज और निर्बाध यात्रा का अनुभव मिल सकता है।
औद्योगिक शहर में मिलेगी शानदार कनेक्टिविटी
यह एक्सप्रेसवे हरियाणा के औद्योगिक शहर पानीपत तक कनेक्टिविटी देने वाला है। यहां पर कपड़ा, लकड़ी-फर्नीचर, कागज और कृषि आधारित उद्योगों सहित 3000 से अधिक औद्योगिक इकाइयां सक्रिय होने वाली है। यूपी (Uttar Pardesh News) से बड़ी संख्या में श्रमिक यहां काम करने के लिए जाते हैं। एक्सप्रेसवे का निर्माण होने की वजह से इन उद्योगों के लिए कच्चे माल की आवाजाही और तैयार माल को बाजार तक पहुंचाने में समय की बचत होने वाली है। इसके साथ ही श्रमिकों की यात्रा में भी आसानी होगी और यात्रा भी तेज होने वाली है।
यहां पर बनेगा छह लेन एक्सप्रेसवे
गोरखपुर-पानीपत एक्सप्रेसवे छह लेन (Six Lane) का हाई-स्पीड एक्सेस कंट्रोल्ड कॉरिडोर होने वाला है। इसकी वजह से भविष्य की जरूरतों के मुताबिक आठ लेन तक बढ़ाया जाने वाला है। ये चौड़ी और सुरक्षित सड़क संरचना उच्च गति की यात्रा के लिए उपयुक्त होने वाली है और ये परियोजना यूपी में दस पैकेज में पूरी की जाने वाली है।
इन लोगां को होगा लाभ
इस महत्वाकांक्षी परियोजना की वजह से न सिर्फ उत्तर प्रदेश और हरियाणा के लोगों को लाभ होने वाला है। बल्कि ये एक्सप्रेसवे बिहार और पश्चिम बंगाल तक के लोगों के लिए भी एक राहत भरी खबर बनकर सामने आने वाली है। यह प्रस्तावित एक्सप्रेसवे (Proposed expressway in UP) गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे से कनेक्ट होने वाली है। इसकी वजह से पूर्वी यूपी से पश्चिम बंगाल तक का सफर और ज्यादा सुगम हो जाएगी। इसके अलावा, यह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) से भी कनेक्ट होने वाला है। इसकी वजह से पूरे उत्तर भारत में यात्रा और व्यापार में आसानी होने वाली है।
एनएचएआइ द्वारा डीपीआर तैयार
एनएचएआइ द्वारा DPR तैयार हो जाने के बाद राज्य सरकार के अफसरों के साथ तकनीकी पहलुओं पर चर्चा की जाने वाली है। इसकी वजह से एक्सप्रेसवे (Expressway In UP) से व्यापार, रोजगार और औद्योगिक गतिविधियों में तेजी आने की संभावना लगाई जा रही है। इसकी वजह से पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास को नई दिशा मिलने वाली है।
