Gold Silver : सोने की कीमतों में पिछले काफी समय से तेजी दर्ज की जा रही थी। वहीं अब सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की जा रही है। बता दें कि अभी तक सोने की कीमत में 11 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। आइए जानते हैं सोने की कीमतों में गिरावट की पांच वजह बताई जा रही है। आइए जानते हैं इस बारें में।
सोने की कीमतों में पिछले काफी समय से गिरावट दर्ज की जा रही है। बता दें कि अब सोने की कीमतों में 11 प्रतिशत तक की गिरावट आ रही है। ऐसे में जो भी लोग सोने की खरीदी करने की तैयारी कर रहे हैं तो ये आपके लिए खरीदी का शानदार मौका हो सकता है। खबर में जानिये सोने की कीमतों के बारे में पूरी जानकारी।
सोने की कीमतों में आई जोरदार तेजी-
सोने की कीमतों (Gold Price) में कई महीनों से ही जोरदार तेजी के बाद अब सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की जा रही है। सोना अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपने रिकॉर्ड हाई से करीब 11 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। इसके अलावा, चांदी (Chandi Ka Bhav) ने भी अपने उच्च स्तर से 16 प्रतिशत से ज्यादा टूट गई है। भारत में भी दोनों कीमती धातुओं के दाम में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है।
सोने की कीमतों में गिरावट की वजह-
सेफ-हेवन की मांग घटी :
अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव कम होने की वजह से अअब निवेशक सोने और चांदी (Sone Chandi ka Bhav) जैसी सुरक्षित एसेट से पैसा निकालकर शेयर बाजार और अन्य जोखिम वाले निवेशों में जाने लग गए है।
डॉलर की मजबूती:
अमेरिकी डॉलर फेडरल रिजर्व की पॉलिसी मीटिंग से पहले और अमेरिकी कंपनियों के मजबूत तिमाही नतीजों के चलते और मजबूत हो गया है। वहीं डॉलर के मजबूत होने की वजह से सोना और चांदी (Gold Silver rate) अन्य मुद्राओं में महंगे होता नजर आ रहा है। इससे ग्लोबल डिमांड घटती नजर आ रहा है।
कीमतों में बुलबुला:
सोने और चांदी की कीमत (Sone Chandi Ka Bhav) रिकॉर्ड ऊंचाई पर जा पहुंचें थे। कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि यह कीमतों में बुलबुले का संकेत होते दिख रहे हैं। इसकी वजह निवेशक सोना-चांदी में नए निवेश से बचने लगे।
मुनाफावसूली:
सोने और चांदी की कीमतों (Sone Ka rate) में पिछले महीनों में तेज से उछाल दर्ज किया जा रहा था। अब कई निवेशक मुनाफा निकालने के लिए बेच रहे हैं, इससे कीमतों पर दबाव पड़ता दिख रहा है।
औद्योगिक मांग में कमी:
खासतौर पर चांदी (Silver rate) की मांग उद्योगों में कम होती दिख रही है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सोलर सेक्टर से कमजोर ऑर्डर आने की वजह से चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की जा रही है।
ये है सबसे बड़ा फैक्टर-
सोने और चांदी की कीमतों (Gold Silver Price) में गिरावट का सबसे बड़ा कारण अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड डील को लेकर बढ़ती उम्मीदें बताई जा रही है। जारी की गई खबरों के मुताबिक दोनों देशों के टॉप अधिकारियों ने एक समझौते का फ्रेमवर्क तय कर लिया है और इस सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात भी की जा सकती है।
चीफ मार्केट एनालिस्ट ने दी जानकारी-
KCM Trade के चीफ मार्केट एनालिस्ट ने बताया है कि ‘अमेरिका-चीन रिश्तों में सुधार की संभावना ने गोल्ड मार्केट की सपोर्ट लाइन को खींच रही है। इसकी वजह से सेफ-हेवन बायिंग फ्लो में कमी दर्ज की गई है। इसकी वजह से निवेशक अब गोल्ड और सिल्वर जैसे डिफेंसिव एसेट्स से पैसे निकालने की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में निवेशकों का रुख अब इक्विटी और दूसरे जोखिम भरे निवेशों की ओर बनता दिख रहा है।
इंडेक्स रिकॉर्ड हुई हाई-
दुनियाभर के शेयर बाजारों में तेजी दर्ज की जा रही है। जापान का निक्केई 50,000 के पार, अमेरिका और यूरोप के इंडेक्स रिकॉर्ड हाई पर रिकॉर्ड जा पहुंचे हैं। इसके अलावा OPEC द्वारा प्रोडक्शन बढ़ाने की प्लानिंग की वजह से ऑयल प्राइस फिसल रहे हैं। ऐसे माहौल में निवेशकों के पास गोल्ड और सिल्वर जैसे नॉन-यील्डिंग एसेट्स रखने का कम कारण बचा है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत-
यही कारण है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत एक बार फिर 3,900 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई है। इसके अलावा चांदी (Chandi Ka Bhav) भी 46 डॉलर प्रति औंस के नीचे फिसलती दिख रहा है। सोना अपने पीक पर 4,381 डॉलर तक जा पहुंची थी। इसके अलावा चांदी ने 54 डॉलर का लेवल टच कर दिया था। इसके हिसाब से गोल्ड में 11 प्रतिशत और चांदी में 16 प्रतिशत से ज्यादा गिरावट आई है।
ब्याज दर में आई कटौती-
ट्रेडर्स की नजर इस सप्ताह फेडरल रिजर्व की मीटिंग पर है, जहां एक और ब्याज दर में कटौती की उम्मीद लगाई जा रही है। आमतौर पर ब्याज दर घटने से सोने को सपोर्ट मिलता नजर आ रहा है। हालांकि अगर निवेशक ग्लोबल ग्रोथ को लेकर कॉन्फिडेंट रहते हैं, तो यह प्रभाव सीमित होने की उम्मीद है। यूरोपियन सेंट्रल बैंक और बैंक ऑफ जापान से इस हफ्ते किसी बड़ी पॉलिसी चेंज की उम्मीद को नहीं लगा रही है।
भारतीय बाजार पर भी दिखा असर-
भारत में भी सोने-चांदी के भाव (Gold Silver Rate) ग्लोबल ट्रेंड के अनुसार कमजोर होता दिख रहा है। वहीं 24 कैरेट सोने की कीमत इस समय MCX पर लगभग 1.18 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास चल रहा है। डॉलर की मजबूती और मुनाफावसूली की वजह से सोने की कीमतों में बदलाव नजर आ रहा है। India Bullion & Jewellers Association (IBJA) की वाइस प्रेसिडेंट ने जानकारी देते हुए बताया है कि सोना अब भी सेफ-हेवन एसेट बनकर सामने आ रहा है। हालांकि इसका ट्रेंड सतर्क रहा है। निवेशक अब क्लियर सिग्नल मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
चांदी पहुंची इतनी कीमत पर-
चांदी की कीमत (Silver rate Today) भी 1.40 लाख प्रति किलोग्राम तक जा पहुंची है। जोकि फिलहाल के हाई से नीचे हैं। चांदी एक इंडस्ट्रियल और प्रेशियस दोनों तरह की मेटल है, इस वजह से कमजोर औद्योगिक मांग और निवेशक सेंटिमेंट दोनों ने इसकी कीमत पर दबाव डालता नजर आ रहा है। लंबी अवधि के लिए चांदी में संभावनाएं बनी हुई हैं। हालांकि फिलहाल सावधानी से ‘गिरावट पर खरीदारी’ की रणनीति अपनानी होगी।
सोने ने दिया इतना रिटर्न –
हाल ही में आई गिरावट की वजह से सोने (Sone Ka Bhav) ने 2025 में अब तक लगभग 53 प्रतिशत का रिटर्न दे दिया है। अक्टूबर में 4,381 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई थी। यह उछाल सेंट्रल बैंक बायिंग, भू-राजनीतिक अनिश्चितता और रेट-कट की उम्मीदों से सपोर्टेड था। सिल्वर भी इस साल के टॉप परफॉर्मिंग कमोडिटीज में शामिल रहे हैं। इसे क्लीन एनर्जी और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में इंडस्ट्रियल यूज से सपोर्ट मिला है। लॉन्ग टर्म में गोल्ड और सिल्वर में अच्छा रिटर्न देने का दमखम बचा हुआ है।
