Mausam News : इस बार देश में मौजूदा समय में मौसम के अलग-अलग मिजाज देखने को मिल रहे हैं। वैसे तो बीते महीने यानी अक्टूबर में कई इलाकों में ठंड का आगाज हो चुका है, लेकिन इस बार ला नीना इफेक्ट कमजोर है, जिसके चलते कड़ाके की सर्दी होने में थोड़ी देर हो सकती है। मौसम विभाग की ओर से आने वाले दिनों में सर्दी किस कदर होगी इसको लेकर अपडेट जारी किया गया है।
इस बार बीते महीने से ही देश में ठंड का आगमन हो गया था। वहीं, बीते कुछ दिनों से मोंथा चक्रवात के चलते देश के कई राज्यों में बारिश दर्ज की गई है। ऐसे में अचानक तापमान में काफी ज्यादा गिरावट दर्ज हुई है और इसी का प्रभाव है कि ठंड भी बढ़ गई है। हालांकि, अगर हम बात करें कड़ाके की ठंड की तो अभी लोगों को इंतजार करना पड़ सकता है।
भारत मौसम विभाग (India Meteorological Department) के मुताबिक इस बार ला नीना इफेक्ट के चलते कड़ाके की ठंड में कुछ देरी होने की संभावना है। वहीं, इस दौरान पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के चलते पहाड़ी राज्यों में तापमान में कटौती दर्ज की जा सकती है।
आईएमडी का पूर्वानुमान (IMD Alert) है कि इस बार नवंबर महीने में न्यूनतम तापमान सामान्य से कुछ ज्यादा ही रहने वाला है। इसी के साथ अधिकतम तापमान सामान्य से कम बना रह सकता है।
जानें मौसम विभाग की राय
वैसे तो बीते महीने यानी अक्टूबर में ही सर्दी की शुरुआत हो चुकी है। हालांकि विभाग का मानना है कि कड़ाके की ठंड पड़ने (Winter Season) में इस बार काफी समय लग सकता है। मौसम विभाग के अनुसार इस बार देश में ला नीना का प्रभाव काफी कमजोर है, ऐसे में तगड़ी ठंड पड़ने में अभी समय लग सकता है।
IMD के डायरेक्टर मृत्युंजय महापात्र ने मौसम में हुए इस परिवर्तन (Change In Weather) को लेकर कहा है कि प्रशांत महासागर के बीच में ला नीना इफैक्ट की स्थिति अभी काफी कमजोर है। इस वजह से समुद्री पानी काफी ठंडा होता है। इस स्थिति का साफ प्रभाव मौसम पर पड़ता है।
