Uttar Pradesh – उत्तर प्रदेश में जल्द ही ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर एक नया आधुनिक शहर बसाया जाएगा। यह परियोजना कानपुर के भीमसेन और आउटर रिंग रोड के बीच विकसित की जाएगी। योजना में 11 गांवों को शामिल किया गया है, जहां किसानों को उनकी भूमि का 4 गुना मुआवजा दिया जाएगा… इससे जुड़ी पूरी डिटेल जानने के लिए खबर को पूरा पढ़ लें-
कानपुर विकास प्राधिकरण (KDA) ने नवी मुंबई की तर्ज पर ‘ग्रेटर कानपुर’ नामक अपनी महत्वाकांक्षी परियोजना को वास्तविकता में बदलने के लिए तेज़ी से कदम उठाए हैं। इसी क्रम में, केडीए उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्ब्याल के नेतृत्व में वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम ने प्रस्तावित 3000 एकड़ क्षेत्र का व्यापक निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने जमीन अधिग्रहण, प्रभावित लोगों के लिए मुआवजा निर्धारण, संपूर्ण सर्वे प्रक्रिया और क्षेत्र के लिए बुनियादी ढांचे की योजना बनाने जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर गहनता से विचार-विमर्श किया।
भीमसेन-रिंग रोड के बीच बनेगी नई हाउसिंग परियोजना-
ये परियोजना भीमसेन और निर्माणाधीन आउटर रिंग (Bhimsen and the outer ring under construction) रोड के बीच विकसित की जाएगी। ये क्षेत्र भौंती से मात्र 5 किलोमीटर और भीमसेन रेलवे स्टेशन से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जो इसे कनेक्टिविटी (connectivity) के लिहाज से अत्यंत रणनीतिक बनाता है। रिंग रोड और रेलवे स्टेशन (railway station) की निकटता से माल ढुलाई, कर्मचारी आवागमन और निवेश आकर्षण में भारी सुविधा होगी।
परियोजना की सीमाओं में आने वाले 11 गांवों को किया जाएगा विकास योजना में शामिल-
परियोजना में 11 गांवों (सेन पश्चिम पारा, सेन पूरब पारा, पतेहुरी, गोपालपुर, गंभीरपुर, कैथा, सरनेतपुर, डांडे का पुरवा, दुर्जनपुर, इटारा, जामू) को शामिल किया जाएगा। इन गांवों की जमीन का ट्रैवर्स और ग्राफिकल सर्वे जल्द शुरू होगा। केडीए के पास उपलब्ध जमीन के अलावा, बाकी जमीनें काश्तकारों से खरीदी जाएंगी। किसानों के हितों की सुरक्षा के लिए, उन्हें मुआवजे के रूप में सर्किल रेट का चार गुना भुगतान किया जाएगा।
कई बड़े मुद्दों पर हुई चर्चा-
निरीक्षण के बाद केडीए सचिव अभय कुमार पांडेय ने बताया कि उपाध्यक्ष के साथ एडीएम वित्त, आईजी स्टांप, सब-रजिस्ट्रार और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हुई। इसमें जमीन की वर्तमान बाजार कीमत का आकलन, मुआवजा वितरण की पारदर्शिता और समयबद्ध प्रक्रिया, सर्वे और मैपिंग की तकनीकी तैयारी तथा कानूनी और प्रशासनिक बाधाओं का त्वरित समाधान जैसे मुद्दों पर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ।
3 थीम पर आधारित होगा औद्योगिक पार्क-
परियोजना का हृदय तीन थीम पर आधारित औद्योगिक पार्क हैं, जो 10,000 से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार सृजित करेंगे। पहला ईवी पार्क (इलेक्ट्रिक व्हीकल हब) इलेक्ट्रिक स्कूटी, बाइक, ई-रिक्शा, ई-ऑटो से लेकर लग्जरी इलेक्ट्रिक कारों तक का निर्माण; भारत सरकार के ईवी मिशन को मजबूती और स्थानीय स्तर पर तकनीकी नवाचार। दूसरा मेडिसिटी पार्क दवाइयों, फार्मास्युटिकल्स और मेडिकल उपकरणों का उत्पादन; स्वास्थ्य क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और निर्यात क्षमता में वृद्धि।
तीसरा एमएसएमई पार्क, लघु एवं मध्यम उद्योगों के लिए क्लस्टर डेवलपमेंट, वेयरहाउसिंग, लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन सुविधाएं, स्थानीय उद्यमियों को सस्ती जगह और तकनीकी सहायता। इन पार्कों से न केवल रोजगार बढ़ेगा, बल्कि स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम, ट्रेनिंग सेंटर्स और स्टार्टअप इन्क्यूबेशन की सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।
परियोजना में तैयार होगा आधुनिक और पूर्ण विकसित आवासीय हब-
ग्रेटर कानपुर केवल औद्योगिक क्षेत्र नहीं, बल्कि पूर्ण विकसित आवासीय हब भी होगा। इसमें सभी वर्गों के लिए योजना है। मध्य व उच्च आय वर्ग के लिए एमआईजी, एचआईजी प्लॉट, ग्रुप हाउसिंग, मल्टी-स्टोरी अपार्टमेंट्स; आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए ईडब्ल्यूएस और एलआईजी श्रेणी के प्लॉट और फ्लैट्स; आधुनिक सुविधाएं जैसे ग्रीन स्पेस, पार्क, स्कूल, अस्पताल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, कम्युनिटी सेंटर। ये क्षेत्र स्मार्ट सिटी मॉडल (smart city model) पर आधारित होगा, जिसमें स्मार्ट रोड, सोलर लाइटिंग, वॉटर रिसाइक्लिंग और वेस्ट मैनेजमेंट (waste management) जैसी सुविधाएं शामिल होंगी। ऐसे में केडीए ने परियोजना को व्यवस्थित रूप से लागू करने के लिए तीन चरण निर्धारित किए हैं-
चरण 1 (2025-26) जमीन सर्वे, अधिग्रहण, मुआवजा वितरण, मास्टर प्लान फाइनलाइजेशन
चरण 2 (2026-28) बुनियादी ढांचा विकास, इंडस्ट्रियल पार्क स्थापना, रोड और यूटिलिटी नेटवर्क
चरण 3 (2028 से) आवासीय और कमर्शियल प्रोजेक्ट लॉन्च, निवेशक आकर्षण, उद्घाटन
ग्रेटर कानपुर परियोजना (Greater Kanpur Project) कानपुर को उत्तर भारत के प्रमुख औद्योगिक, आवासीय और कमर्शियल केंद्र के रूप में स्थापित करेगी। ये न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बूस्ट देगी, बल्कि निवेशकों, उद्यमियों (entrepreneurs), घर खरीदारों और नौकरी तलाशने वाले युवाओं के लिए स्वर्णिम अवसर लेकर आएगी।
सांसद की पहल पर शुरू हुई ग्रेटर कानपुर की योजना-
कानपुर लोकसभा 43 से भाजपा सांसद रमेश अवस्थी ने चुनाव जीतने के बाद कानपुर को नवी मुंबई और ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) की तर्ज पर विकसित करने का वादा किया था। उन्होंने कई बार सार्वजनिक मंचों और मीडिया में इस बात पर जोर दिया कि कानपुर जल्द ही ‘ग्रेटर कानपुर’ कहलाएगा।
सांसद अवस्थी ने स्पष्ट किया था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए शहरों का विकास अनिवार्य है, और कानपुर इसका एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा। उन्होंने KDA की बैठकों में भी इस मुद्दे को उठाया और इसका प्रस्ताव रखा। अब, KDA (Kanpur Development Authority) इस महत्वाकांक्षी योजना पर काम शुरू करने की तैयारी कर रहा है।
