UP Metro Corridors : यूपी में अब मेट्रो रेल सेवा के विस्तार की दिशा में योगी सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। अब यूपी के एक ओर जिले में भी मेट्रो दौड़ने वाली है। पीआईबी की ओर से इस नए जिले में मेट्रो के विस्तारीकरण (Metro Corridors Expansion) को लेकर हरी झंडी दिखाई जा सकती है। ऐसे में आइए खबर में जानते हैं कि यूपी के किन जिलों में मेट्रो का विस्तारीकरण किया जाएगा।
योगी सरकार ने अब यूपी में मेट्रो के विस्तारीकरण को लेकर काम किया जा रहा है और अब जल्द ही प्रदेश में मेट्रो का जाल और बढ़ाने की तैयारी हो रही है। अब प्रदेश में मेट्रो के निर्माण से पूरे शहर (UP Metro Updates) की कनेक्टिविटी बढ़ेगी। यूपी में अब मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण से रोजगार, पर्यटन और निवेश के नए अवसर खुल सकेंगे। आइए खबर में जानते हैं इस बारे में।
इन छह प्रोजेक्ट पर चलेगा काम
यूपी में इस प्रोजेक्ट (Lucknow metro Projects) के तहत मुंशीपुलिया से जानकीपुरम तक 6.450 किमी। लंबी लाइन का निर्माण किया जाएगा ओर इसके अलावा आईआईएम से राजाजीपुरम तक 17.16 किमी की लाइन का निर्माण किया जाएगा और चारबाग से एसजीपीजीआई तक 8.855 किमी मेट्रो कॉरिडोर का नाम भी इस प्रोजेक्ट में शामिल है।
इसके अलावा इंदिरा नगर से अटल बिहारी वाजपेयी एकाना स्टेडियम से कनेक्ट करने के लिए 3.480 किमी का मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण भी किया जाने वाला है। जानकारी के मुताबिक यूपीएमआरसी इस वर्ष 2025 से इन प्रोजेक्ट (UP New Metro Projects) पर काम शुरू कर देगी।
कब शुरू होगा इन कॉरिडोर पर काम
यूपी में सिर्फ चार मेट्रो कॉरिडोर (UP metro corridor) ही नहीं, बल्कि निगम ने दो और नए मार्गों के बारे में भी चर्चा की है। बताया जा रहा है कि इन मेट्रो कॉरिडोर पर साल 2030 तक काम की शुरुआत हो सकती है। इन कॉरिडोर में दो लाइनों में एकाना स्टेडियम से चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तक 16.470 किलोमीटर की लाइन शामिल है और सचिवालय से सीजी सिटी साउथ तक 9.246 किलोमीटर का कॉरिडोर भी इस प्रोजेक्ट में शामिल है। योगी सरकार ने अब छह नए कॉरिडोर (UP Six new corridors) बनाने की रूपरेखा तैयार कर ली है।
कॉरिडोर का इतना हिस्सा बनेगा एलिवेटेड
इस प्रोजेक्ट के पहले फेज-1बी में ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर (UP East-West Corridor) का विस्तार किया जाना है, जिसे चारबाग से वसंतकुंज तक 11.165 तक विस्तारित किया जाएगा, उसके लिए सार्वजनिक निवेश बोर्ड (public investment board) से अभी मंजूरी लेना बाकी है। जानकारी के मुताबिक इसके लिए भी जल्द ही बोर्ड से इसे हरी झंडी मिल जाएगी। बता दें कि इस प्रोजेक्ट के कॉरिडोर का 4.286 किमी हिस्सी एलिवेटेड बनाया जाएगा और बाकी 6.879 किमी जमीन के अंदर निर्मित किया जाना है।
कितना हो जाएगा लखनऊ का मेट्रो नेटवर्क
ये परियोजना तैयार होते ही लखनऊ का मेट्रो नेटवर्क (Lucknow Metro Network) बढ़कर कुल 79.976 किमी हो जाएगा, इससे लखनऊ का ट्रांसपोर्ट सिस्टम (Lucknow’s transport system) पहले से कहीं ज्यादा मजबूत होगा और साथ ही अन्य शहरों की कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी। मेट्रो के एक अधिकारी का कहना है कि इस मामले में यूपीएमआरसी की तरफ से वरिष्ठ अधिकारियों और मंत्रियों को इसके लिए ड्राफ्ट सौंप दिया गया है। इन कॉरिडोर के निर्माण से हर दिन 3 लाख से ज्यादा यात्री सफर कर सकेंगे।
