अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि दोनों देश “न्यायसंगत व्यापार समझौते” (Fair Trade Deal) के बेहद करीब हैं। साथ ही, ट्रंप ने संकेत दिए कि भारत पर लगाए गए भारी-भरकम टैरिफ को जल्द ही घटाया जा सकता है।
व्हाइट हाउस में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान, ट्रंप ने कहा —
“हम भारत के साथ एक नया समझौता कर रहे हैं। यह पहले की तुलना में काफी अलग और संतुलित होगा। इसलिए अभी भारत हमसे बहुत खुश नहीं है, लेकिन जल्द ही वे हमें फिर पसंद करेंगे।”
यह बयान उस समय आया है जब उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने सर्जियो गोर को भारत में अमेरिका के नए राजदूत के रूप में शपथ दिलाई।
🇮🇳 “भारत-अमेरिका संबंध बेहद मजबूत हैं” — ट्रंप
ट्रंप ने भारत को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक अहम आर्थिक और रणनीतिक साझेदार बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनके “बहुत अच्छे और व्यक्तिगत संबंध” हैं।
उन्होंने जोड़ा,
“हमारे प्रधानमंत्री मोदी के साथ शानदार रिश्ते हैं। सर्जियो गोर पहले से ही प्रधानमंत्री के अच्छे मित्र हैं। जब मोदी को पता चला कि वे भारत के राजदूत बनने वाले हैं, तो उन्होंने उनसे संपर्क भी किया। उन्हें सर्जियो बहुत पसंद हैं।”
ट्रंप ने आगे कहा,
“हम इस बार एक उचित और न्यायसंगत समझौता कर रहे हैं। पहले हमारे व्यापार सौदे असंतुलित थे, लेकिन अब हम एक ऐसे डील की ओर बढ़ रहे हैं जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगी।”
💬 “भारत के लोग बेहतरीन नेगोशिएटर हैं”
ट्रंप ने हल्के-फुल्के अंदाज़ में कहा,
“भारत के लोग बहुत अच्छे वार्ताकार हैं, इसलिए सर्जियो, तुम्हें बहुत सतर्क रहना होगा।”
उन्होंने अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट की ओर देखते हुए कहा —
“मेरा मानना है कि हम एक शानदार डील के बेहद करीब हैं।”
इस पर स्कॉट बेसेंट ने सहमति जताई, “बिलकुल सही।”
🛢️ भारत पर लगे टैरिफ पर क्या बोले ट्रंप?
जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या वह भारत पर लगाए गए टैरिफ घटाएंगे, तो उन्होंने कहा —
“भारत पर अभी बहुत ऊंचे शुल्क हैं क्योंकि उन्होंने रूसी तेल खरीदा था। लेकिन अब भारत ने रूसी तेल की खरीद काफी घटा दी है। इसलिए हां, हम जल्द ही इन टैरिफ को कम करेंगे — शायद बहुत जल्द।”
उन्होंने स्पष्ट किया,
“बिना टैरिफ के हमारा देश मुश्किल में पड़ जाएगा, लेकिन संतुलन जरूरी है। अब भारत के साथ स्थितियां सुधर रही हैं।”
📈 क्यों बढ़ा था टैरिफ विवाद?
दरअसल, ट्रंप प्रशासन ने भारत पर 50% तक टैरिफ लगा दिया था — जिसमें रूसी तेल की खरीद पर 25% अतिरिक्त शुल्क शामिल था। भारत ने इसे “अनुचित और अव्यावहारिक” बताते हुए विरोध जताया था और कहा था कि उसकी ऊर्जा नीति राष्ट्रीय हित पर आधारित है।
हालांकि, अब दोनों देशों के बीच ट्रेड डील को लेकर पांच चरणों की बातचीत पूरी हो चुकी है, और सूत्रों के अनुसार,
“दोनों पक्ष अधिकांश बिंदुओं पर सहमत हो चुके हैं और अब सिर्फ दस्तावेज़ के शब्दों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।”
🤝 “भारत एक अद्भुत देश है” — ट्रंप
ट्रंप ने भारत की प्रशंसा करते हुए कहा,
“भारत एक अद्भुत देश है — 1.5 अरब लोगों के साथ। यह दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और मध्यवर्ग यहां तेजी से उभर रहा है।”
उन्होंने बताया कि राजदूत सर्जियो गोर का मकसद होगा —
- अमेरिका-भारत संबंधों को और गहरा बनाना,
- अमेरिकी उद्योगों और टेक्नोलॉजी में भारतीय निवेश बढ़ाना,
- ऊर्जा व्यापार को विस्तार देना, और
- सुरक्षा सहयोग को मज़बूत करना।
अक्टूबर में अमेरिकी सीनेट ने सर्जियो गोर की नियुक्ति को मंजूरी दी थी। ट्रंप ने अगस्त में उन्हें भारत के अगले राजदूत और दक्षिण एवं मध्य एशिया मामलों के विशेष दूत के रूप में नामित किया था।
📰 निष्कर्ष: क्या जल्द घटेगा भारत पर टैरिफ?
ट्रंप के बयानों से साफ है कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की घोषणा जल्द हो सकती है। अगर सब कुछ तय योजना के मुताबिक रहा, तो भारत पर लगे 50% टैरिफ में चरणबद्ध कमी देखने को मिल सकती है, जिससे दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी और मज़बूत होगी।
